विदेशी मुद्रा व्यापारी असम

रिलायंस इंडस्ट्रीज ने जारी किया विदेशी मुद्रा में बांड, जुटाए 4 अरब डॉलर
नई दिल्ली/टीम डिजिटल। तेल से लेकर दूरसंचार क्षेत्र तक का कारोबार करने वाली कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसने विदेशी मुद्रा में बांड जारी करके चार अरब अमेरिकी डॉलर का कर्ज जुटाया है। यह भारत से जारी अबतक का सबसे बड़ी राशि का विदेशी मुद्रा बांड था।
समूह ने विदेशी मुद्रा मूल्य में बांड जारी कर धन जुटाया। कंपनी की इस राशि का उपयोग मौजूदा कर्ज को चुकाने में करने की योजना है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के बयान के अनुसार, ‘‘निर्गम को 11.5 अरब डॉलर के साथ करीब तीन गुना अभिदान मिला. ।’’
कंपनी ने 1.5 अरब डॉलर 2.875 प्रतिशत ब्याज, 1.75 अरब डॉलर 3.625 प्रतिशत ब्याज और 75 करोड़ डॉलर 3.75 प्रतिशत ब्याज पर जुटाये। इसकी भुगतान अवधि 2032 से 2062 के बीच है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के बांड को साख निर्धारण करने वाली एजेंसियों एस एंड पी ने बीबीबी प्लस और मूडीज ने बीएए2 रेटिंग दी थी। बयान के अनुसार बांड के लिये एशिया, यूरोप और अमेरिका से आर्डर मिले।
रिलायंस रिटेल ने डंजो में 25.8 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की खुदरा इकाई रिलायंस रिटेल ने किराना सामान के ऑनलाइन डिलीवरी कारोबार में अपनी मौजूदगी को मजबूत करने के लिए इस क्षेत्र की कंपनी डंजो में 25.8 फीसदी हिस्सेदारी 20 करोड़ डॉलर (करीब 1,488 करोड़ रुपये) में खरीदी है। दोनों कंपनियों ने एक बयान में कहा कि डंजो ने हाल में वित्त जुटाने विदेशी मुद्रा व्यापारी असम के कार्यक्रम के तहत रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (आरआरवीएल) की अगुवाई में 24 करोड़ डॉलर जुटाए थे। इसमें कहा गया, ‘‘रिलायंस रिटेल ने 1,488 करोड़ रुपये के निवेश के साथ डंजो में 25.8 फीसदी हिस्सेदारी खरीद ली है।’’
निवेश के अलावा डंजो और रिलायंस रिटेल कुछ व्यावसायिक साझेदारियों में भी प्रवेश करेंगे। इस अधिग्रहण के तहत डंजो जियोमार्ट के मर्चेंट नेटवर्क के लिए अंतिम छोर तक आपूर्ति की सुविधा भी देगी। रिलायंस रिटेल निदेशक ईशा अंबानी ने कहा, 'हम उपभोग के तरीकों में बदलाव देख रहे हैं। यह ऑनलाइन हो रहा है। हम इस क्षेत्र में डंजो के काम से प्रभावित हैं। डंजो देश में काम करने वाली कंपनी है और हम उनकी महत्वाकांक्षाओं को आगे बढ़ाने में उनका समर्थन करना चाहते हैं।' उन्होंने कहा, 'डंजो के साथ साझेदारी के जरिये रिलायंस रिटेल को उपभोक्ताओं को बढ़ी हुई सुविधा प्रदान करने में मदद मिलेगी। साथ ही हमारे व्यापारियों को डंकाो के हाइपरलोकल डिलीवरी नेटवर्क तक पहुंच प्राप्त होगी।'
जरुरी जानकारी | शुरुआती कारोबार में रुपया 12 पैसे फिसलकर 82.71 प्रति डॉलर पर
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. घरेलू शेयर बाजार में नकारात्मक रुख के बीच बुधवार को शुरुआती कारोबार में रुपया अमेरिकी मुद्रा की तुलना में 12 पैसे फिसलकर 82.71 प्रति डीलर पर आ गया।
मुंबई, दो नवंबर घरेलू शेयर बाजार में नकारात्मक रुख के बीच बुधवार को शुरुआती कारोबार में रुपया अमेरिकी मुद्रा की तुलना में 12 पैसे फिसलकर 82.71 प्रति डीलर पर आ गया।
विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति के फैसले से पहले रुपया बिना किसी घटबढ़ के खुला।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया 82.64 पर खुला और फिर गिरकर 82.71 पर आ गया, जो पिछले बंद भाव के मुकाबले 12 की गिरावट दर्शाता है।
रुपया मंगलवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 82.62 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
इस बीच छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.23 प्रतिशत गिरकर 111.22 पर आ गया।
वहीं, वैश्विक तेल सूचकांक ब्रेंट क्रूड वायदा 1.27 प्रतिशत चढ़कर 95.85 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर था।
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विदेशज जीव
हाल ही में गुवाहाटी में ‘ असम राज्य चिड़ियाघर-सह-वानस्पतिक उद्यान ’ (Assam State Zoo-cum-Botanical Garden) में छह विदेशी मुद्रा व्यापारी असम नीले या हाइसिंथ मकाव (Hyacinth Macaw) और दो कैपुचिन बंदरों (Capuchin Monkey) को लाया गया।
असम में बाढ़: पानी पर तैरते शवों का अंतिम संस्कार भी मुश्किल, सिलचर में शमशान घाट हुए जलमग्न
Assam Flood: असम का सिलचर शहर बाढ़ की चपेट में है. यहां शमशान घाट समेत कई इलाकों में पानी घुस गया है. ऐसे में मृतकों का . अधिक पढ़ें
- भाषा
- Last Updated : June 28, 2022, 19:31 IST
सिलचर: असम (Assam Floods) का सिलचर शहर एक सप्ताह से अधिक समय से भयंकर बाढ़ से जूझ रहा है और ऐसे में श्मशान घाट समेत हर जगह पानी भर जाने के कारण लोगों को मृतकों का दाह-संस्कार करने में काफी समस्या हो रही है. बाढ़ के दौरान अपने परिजन को खोने वाले परिवार पानी भरा होने के कारण शवों को श्मशान नहीं ले जा पा रहे और कछार जिला प्रशासन भी उन तक नहीं पहुंच पा रहा.
अधिकारियों ने बताया कि बेतकुंडी में बांध टूटने के बाद पानी घुस आने से सिलचर बुरी तरह प्रभावित हुआ है. आरोप है कि कुछ बदमाशों ने 19 जून को यह बांध तोड़ दिया था. उन्होंने बताया कि सिलचर में करीब तीन लाख लोग बाढ़ से विदेशी मुद्रा व्यापारी असम प्रभावित हुए हैं. सिलचर के पास चुतरासंगन गांव के निवासी निरेन दास की 24 जून को मौत हो गई थी, लेकिन बाढ़ के कारण करीब दो दिन तक उनका अंतिम संस्कार नहीं हो सका.
इसके बाद एक कॉलेज के शिक्षक रामेंद्र विदेशी मुद्रा व्यापारी असम दास सहायता के लिए आगे आए और शोक संतप्त परिवार के कुछ सदस्यों के साथ मिलकर शव को नाव के जरिए लेकर गए. दास को 15 किलोमीटर तक नाव चलाने के बाद सिलचर शहर के बाहर बाबरबाजार में एक सूखी जगह मिली, जहां दास का अंतिम संस्कार किया गया.
बाढ़ के बीच निकाली अर्थी
हाल में सिलचर की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई, जिसमें कुछ लोग गले तक पहुंच चुके बाढ़ के पानी में एक अरथी को ले जाते दिख रहे हैं. इसके अलावा, पिछले सप्ताह स्थानीय स्वयंसेवकों को शहर में एक महिला का शव तैरता मिला. उन्हें शव के साथ एक पत्र भी मिला, जिसमें अनुरोध किया गया था कि जिसे भी यह शव मिले, वह इसका अंतिम संस्कार कर दे.
ऐसा बताया विदेशी मुद्रा व्यापारी असम जा रहा है कि यह पत्र महिला के बेटे ने लिखा था, जो रंगीरखरी क्षेत्र का रहने वाला है. पत्र में बेटे ने लिखा था कि वह अपनी मां के शव को बाढ़ के कारण श्मशान नहीं ले जा पा रहा है. महिला के शव का स्थानीय स्वयंसेवकों ने अंतिम संस्कार किया. कस्बे के मुख्य श्मशान घाट की देख रेख करने वाले दिलीप चक्रवर्ती ने बताया कि पूरा इलाका पानी में डूब गया है और उन्हें खुद सुरक्षित स्थान पर जाना पड़ा है. उन्होंने कहा, ‘‘पूरे इलाके के पानी में डूब जाने के कारण किसी शव का संस्कार करना संभव नहीं है.’’
स्थानीय लोगों का आरोप है कि प्रशासन और निर्वाचित प्रतिनिधि बाढ़ में फंसे हुए लोगों की समस्याओं का समाधान करने में विफल रहे हैं.
सीएम ने किया बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने रविवार को स्थिति की समीक्षा के लिए शहर का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने स्वीकार किया कि फंसे हुए सभी लोगों तक पहुंचना संभव नहीं है. ऐसे में कई गैर सरकारी संगठनों के सदस्य और अन्य लोग बीमारों एवं वरिष्ठ नागरिकों की मदद करने के लिए आगे आए हैं और वे मृतकों के दाह संस्कार में भी मदद कर रहे हैं.
वन विभाग दाह संस्कार के लिए कुछ लकड़ियां निःशुल्क उपलब्ध करा रहा है और सिलचर नगर बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष बिजेंद्र विदेशी मुद्रा व्यापारी असम विदेशी मुद्रा व्यापारी असम प्रसाद सिंह ने बाढ़ का पानी कम होने के बाद नागरिक कार्यालय से विदेशी मुद्रा व्यापारी असम मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कराने की जिम्मेदारी ली है. राहत एवं बचाव कार्यों में लगे एक स्वयंसेवक ने कहा कि कई गैर सरकारी संगठन शवों का सूखी जगह पर अंतिम संस्कार करने में मदद के लिए आगे आए हैं, लेकिन इन स्थानों तक पहुंचना बहुत महंगा है क्योंकि नावों के मालिक लगभग छह किलोमीटर की यात्रा के लिए न्यूनतम 3,000 रुपये मांग रहे हैं.
इस बीच, उपायुक्त कीर्ति जल्ली ने कहा कि प्रशासन निवासियों की विभिन्न समस्याओं को दूर करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है और उसने व्यापारियों को चेतावनी दी है कि यदि कोई व्यक्ति इस संकट के दौरान अधिक दर वसूलता पाया गया, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
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