भारत में विदेशी मुद्रा व्यापार के लिए रणनीतियाँ

के लाभ Bitcoin बचाव का रास्ता

के लाभ Bitcoin बचाव का रास्ता
एमपी में इतिहास रचेगी यात्रा
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में बड़ी संख्या में लोग जुड़ रहे हैं और उन्हें देखने भी भीड़ उमड़ रही है, इससे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ उत्साहित हैं। उनका कहना है कि भारत जोड़ो यात्रा का मध्य प्रदेश में जनता ने जिस तरह से राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का उत्साह से स्वागत किया, उससे स्पष्ट है कि भारत जोड़ो यात्रा मध्यप्रदेश में नया इतिहास रचेगी। वहीं, दूसरी ओर भाजपा निमाड़-मालवा अंचल सहित आदिवासी इलाकों में जनजातीय गौरव यात्राएं निकाल रही है। बीजेपी और कांग्रेस का फोकस मालवा-निमाड़ के साथ आदिवासी वोटर्स हैं।
इसे भी पढ़ें-
आदिवासी वोटों पर सबकी नजर. कांग्रेस को राहुल से उम्मीद तो शिवराज ने पेसा को बनाया 'हथियार'

कोरोना संकट : होम लोन ईएमआई भुगतान में हुई चूक तो बचाव के हैं ये तीन रास्ते

home loan

कोरोना वायरस महामारी के बढ़ते संक्रमण और देशभर में जारी लॉकडाउन के बीच कंपनियों का कामकाज पूरी तरह ठप हो गया है। ऐसे में नौकरीपेशा लोगों की आमदनी पर भी संकट आ सकता है, जिसका असर होम लोन की किस्त चुकाने पर पड़ेगा। इन मुश्किलों के बीच अगर ईएमआई भुगतान में चूक होती है, तो आप तीन विकल्पों के इस्तेमाल से इसका हल निकाल सकते हैं।

आरबीआई नियमों के तहत अगर होम लोन की किस्त 90 दिनों तक नहीं चुकाई जाती है, तो बैंक आपके पूरे कर्ज को एनपीए में डाल देंगे और आपको डिफॉल्टर घोषित कर दिया जाता है। इसके अलावा सरफेसी कानून के तहत कर्जदाता बैंक या वित्तीय संस्थान को यह अधिकार होता है कि वह संपत्ति को जब्त कर, नीलामी के जरिये अपने कर्ज की भरपाई करे। आपका संकट यहीं खत्म नहीं होगा, अगर बिक्री के बाद मिली रकम बकाया कर्ज से कम होगी तो शेष राशि का भुगतान भी करना पड़ेगा।

साथ ही कर्जधारक को पूंजीगत लाभ कर भी चुकाना पड़ेगा। इतना ही नहीं अगर मकान 5 साल की अवधि के भीतर बेचा जाता है, तो आपको आयकर की धारा 80सी के तहत पूर्व में लिए गए लाभ भी लौटाने होंगे।

ईएमआई होल्ड या एरियर भुगतान

होम लोन की पहली किस्त बाउंस होने पर तत्काल बैंक प्रबंधक से बातचीत करें और उन्हें अपनी दिक्कतों के बारे में बताएं। बैंक का मकसद सिर्फ कर्ज वसूली करना होता है, लिहाजा वह संपत्ति जब्त करने से पहले सभी विकल्पों पर बात करना चाहता है।

ऐसे में आप बैंक से ईएमआई को कुछ महीने होल्ड पर डालने की अपील कर सकते हैं, जिससे आपको मोहलत मिल जाएगी। इसके अलावा किस्त की रकम चुकाने के लिए एडवांस भुगतान के बजाए एरियर भुगतान का विकल्प चुन सकते के लाभ Bitcoin बचाव का रास्ता हैं। एडवांस भुगतान महीने की शुरुआत में किया जाता है और एरियर भुगतान महीने के आखिर में।

कर्जधारक की आय कम होती है तो वह बैंक से लोन रीस्ट्रक्चर करने की सिफारिश कर सकते हैं। इसके तहत किस्त चुकाने की अवधि तो बढ़ जाएगी लेकिन मासिक बोझ में कमी आ के लाभ Bitcoin बचाव का रास्ता सकती है। उदाहरण के लिए, अगर मौजूदा कर्ज 20 साल के लिए है और 10 हजार की मासिक किस्त है, तो रीस्ट्रक्चर के जरिये बैंक इस अवधि को 30 साल कर सकते हैं और मासिक किस्त घटकर 6 हजार रुपये हो जाएगी।

अगर ब्याज दर अधिक है और दूसरा बैंक कम ब्याज पर लोन दे सकता है, तो रीफाइनेंसिंग करा सकते हैं। होम लोन जैसी लंबी अवधि के कर्ज पर ब्याज दरों में मामूली अंतर के लाभ Bitcoin बचाव का रास्ता भी लाखों रुपये की बचत करा सकते हैं।

नीलामी की नौबत आए तो खुद बेचें संपत्ति

अगर बैंक से बातचीत विफल होती है और संपत्ति बेचने की नौबत आती है, तो बेहतर होगा कि इसका प्रबंध खुद करें। इससे आप संपत्ति की ज्यादा कीमत हासिल कर सकेंगे। दरअसल, बैंक जल्द वसूली के लिए संपत्ति को औने-पौने दाम में बेच देते हैं।

कर्जदाता खुद खरीदार की तलाश करते हैं तो उन्हें अपनी संपत्ति का वाजिब दाम मिलने की ज्यादा उम्मीद रहती है। साथ ही प्रॉपर्टी की खूबियों को भी वे खरीदार के सामने बेहतर तरीके से बयां कर सकेंगे।

कोरोना वायरस महामारी के बढ़ते संक्रमण और देशभर में जारी लॉकडाउन के बीच कंपनियों का कामकाज पूरी तरह ठप हो गया है। ऐसे में नौकरीपेशा लोगों की आमदनी पर भी संकट आ सकता है, जिसका असर होम लोन की किस्त चुकाने पर पड़ेगा। इन मुश्किलों के बीच अगर ईएमआई भुगतान में चूक होती है, तो आप तीन विकल्पों के इस्तेमाल से इसका हल निकाल सकते हैं।

आरबीआई नियमों के तहत अगर होम लोन की किस्त 90 दिनों तक के लाभ Bitcoin बचाव का रास्ता नहीं चुकाई जाती है, तो बैंक आपके पूरे कर्ज को एनपीए में डाल देंगे और आपको डिफॉल्टर घोषित कर दिया जाता है। इसके अलावा सरफेसी कानून के तहत कर्जदाता बैंक या वित्तीय संस्थान को यह अधिकार होता है कि वह संपत्ति को जब्त कर, नीलामी के जरिये अपने कर्ज की भरपाई करे। आपका संकट यहीं खत्म नहीं होगा, अगर बिक्री के बाद मिली रकम बकाया कर्ज से कम होगी तो शेष राशि का के लाभ Bitcoin बचाव का रास्ता भुगतान भी करना पड़ेगा।

साथ ही कर्जधारक को पूंजीगत लाभ कर भी चुकाना पड़ेगा। इतना ही नहीं अगर मकान 5 साल की अवधि के भीतर बेचा जाता है, तो आपको आयकर की धारा 80सी के तहत पूर्व में लिए गए लाभ भी लौटाने होंगे।

ईएमआई होल्ड या एरियर भुगतान

होम लोन की पहली किस्त बाउंस होने पर तत्काल बैंक प्रबंधक से बातचीत करें और उन्हें अपनी दिक्कतों के बारे में बताएं। बैंक का मकसद सिर्फ कर्ज वसूली करना होता है, लिहाजा वह संपत्ति जब्त करने से पहले सभी विकल्पों पर बात करना चाहता है।

ऐसे में आप बैंक से ईएमआई को कुछ महीने होल्ड पर डालने की अपील कर सकते हैं, जिससे आपको मोहलत मिल जाएगी। इसके अलावा किस्त की रकम चुकाने के लिए एडवांस भुगतान के बजाए एरियर भुगतान का विकल्प चुन सकते हैं। एडवांस भुगतान महीने की शुरुआत में किया जाता है और एरियर भुगतान महीने के आखिर में।

कर्जधारक की आय कम होती है तो वह बैंक से लोन रीस्ट्रक्चर करने की सिफारिश कर सकते हैं। इसके तहत किस्त चुकाने की अवधि तो बढ़ जाएगी लेकिन मासिक बोझ में कमी आ सकती है। उदाहरण के लिए, अगर मौजूदा कर्ज 20 साल के लिए है और 10 हजार की मासिक के लाभ Bitcoin बचाव का रास्ता किस्त है, तो रीस्ट्रक्चर के जरिये बैंक इस अवधि को 30 साल कर सकते हैं और मासिक किस्त घटकर 6 हजार रुपये हो जाएगी।

अगर ब्याज दर अधिक है और दूसरा बैंक कम ब्याज पर लोन दे सकता है, तो रीफाइनेंसिंग करा सकते हैं। होम लोन जैसी लंबी अवधि के कर्ज पर ब्याज दरों में मामूली अंतर भी लाखों रुपये की बचत करा सकते हैं।

नीलामी की नौबत आए तो खुद बेचें संपत्ति

अगर बैंक से बातचीत विफल होती है और संपत्ति बेचने की नौबत आती है, तो बेहतर होगा कि इसका प्रबंध खुद करें। इससे आप संपत्ति की ज्यादा कीमत हासिल कर सकेंगे। दरअसल, बैंक जल्द वसूली के लिए संपत्ति को औने-पौने दाम में बेच देते हैं।

कर्जदाता खुद खरीदार की तलाश करते हैं तो उन्हें अपनी संपत्ति का वाजिब दाम मिलने की ज्यादा उम्मीद रहती है। साथ ही प्रॉपर्टी की खूबियों को भी वे खरीदार के सामने बेहतर तरीके से बयां कर सकेंगे।

Kangra News: घायल छात्रा ने टांडा मेडिकल कालेज में पांच दिन बाद तोड़ दिया दम, ओवरस्पीड वाहन ने मारी थी टक्कर #news4

केंद्र सरकार द्वारा निजी क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध की खबर से इसके यूजर्स सहित दुनियाभर में मार्केट सेंटीमेंट में घबराहट से अधिकतर क्रिप्टोकरेंसियों में गिरावट देखने को मिल रही है। भारत में क्रिप्टोकरेंसी के करोड़ों यूजर्स हैं, जो इस बिल के कानून बनने से प्रभावित हो सकते हैं।

उल्लेखनीय है कि 29 नवंबर से शुरू होने जा रहे शीतकालीन सत्र में क्रिप्टोकरेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल, 2021 समेत कुल 26 विधेयक पेश किए जाएंगे। क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ा बिल 10वें नंबर पर है।

इसके अनुसार क्रिप्टोकरेंसी टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देने के लिए सरकार कुछ ढील भी दे सकती के लाभ Bitcoin बचाव का रास्ता है। हालांकि किस क्रिप्टोकरेंसी को ढील मिलेगी, ये अभी साफ नहीं है। लेकिन केंद्र सरकार का मंतव्य रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को अपनी आधिकारिक डिजिटल करेंसी जारी करने के लिए सुविधाजनक फ्रेमवर्क प्रदान करना है।

उल्लेखनीय है कि सरकार के अनुसार क्रिप्टोकरेंसी को लेकर रेगुलेशन नहीं होने से इसका उपयोग टेरर फंडिंग और कालेधन की आवाजाही में हो रहा है।

दुनियाभर में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर अलग-अलग कानून हैं, जैसे भारत में तो रिजर्व बैंक ने इस पर बैन लगा रखा था, लेकिन अमेरिका, द. कोरिया और अफ्रीका के कई देश इसके अनुकूल स्कीम बना रहे हैं। सेंट्रल अमेरिका के अल सल्वाडोर की कांग्रेस ने 8 जून 2021 को बिटकॉइन कानून पास किया और यह छोटा सा देश बिटकॉइन को लीगल टेंडर बनाने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है।

क्या फर्क होगा डिजिटल करेंसी और क्रिप्टोकरेंसी में : यह ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी और डिस्ट्रीब्यूटेड सिस्टम पर काम करती है जिससे क्रिप्टोकरेंसी की माइनिंग होती है। क्रिप्टोकरेंसी की कीमत में बहुत उतार-चढ़ाव होता है और इसके नफे-नुकसान के प्रति कोई जिम्मेदार नहीं होता है।

सेंट्रल बैंक डिजिटल के लाभ Bitcoin बचाव का रास्ता करेंसी यानी CBDC देश की फिएट करेंसी (जैसे रुपया, डॉलर या यूरो) का एक डिजिटल संस्करण है। यदि RBI डिजिटल करेंसी जारी करता है तो इसे सरकार या कोई विनियामक अथॉरिटी का समर्थन होता है। सीधे शब्दों में डिजिटल करेंसी केंद्रीय बैंक की देनदारी होगी।

SHARE ON

कृपया अपनी खबरें, सूचनाएं या फिर शिकायतें सीधे [email protected] पर भेजें। इस वेबसाइट पर प्रकाशित लेख लेखकों, ब्लॉगरों और संवाद सूत्रों के निजी विचार हैं। मीडिया के हर पहलू को जनता के दरबार में ला खड़ा करने के लिए यह एक सार्वजनिक मंच है।

मध्यप्रदेश में मिशन 2023 के लिए बीजेपी-कांग्रेस का प्लान रेडी, इन दो बातों पर है सबसे ज्यादा फोकस

Mission 2023 In Madhya Pradesh: भाजपा निमाड़-मालवा अंचल सहित आदिवासी इलाकों में जनजातीय गौरव यात्राएं निकाल रही है। वहीं, राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा मालवा अंचल से गुजर रही है। दोनों ही पार्टियों के निशाने पर आदिवासी वोटर्स हैं। राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा के सहारे लोगों से मिल रहे हैं।

Untitled design - 2022-11-27T224808.938

प्रतिकात्मक फोटो

हाइलाइट्स

  • मालवा-निमाड़ में 60 से ज्यादा विधानसभा सीटों पर फोकस
  • 2018 में यहां कांग्रेस को फायदा, बीजेपी को हुआ था नुकसान
  • राहुल गांधी की यात्रा मालवा-निमाड़ के 6 जिलों से गुजरेगी
  • बीजेपी पेसा एक्ट लागू कर आदिवासी वोटर्स पर कर रही फोकस

एमपी में इतिहास रचेगी यात्रा
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में बड़ी संख्या में लोग जुड़ रहे हैं और उन्हें देखने भी भीड़ उमड़ रही है, इससे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ उत्साहित हैं। उनका कहना है कि भारत जोड़ो यात्रा का मध्य प्रदेश में जनता ने जिस तरह से राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का उत्साह से स्वागत किया, उससे स्पष्ट है कि भारत जोड़ो यात्रा मध्यप्रदेश में नया इतिहास रचेगी। वहीं, दूसरी ओर भाजपा निमाड़-मालवा अंचल सहित आदिवासी इलाकों में जनजातीय गौरव यात्राएं निकाल रही है। बीजेपी और कांग्रेस का फोकस मालवा-निमाड़ के साथ आदिवासी वोटर्स हैं।
इसे भी पढ़ें-
आदिवासी वोटों पर सबकी नजर. कांग्रेस को राहुल से उम्मीद तो शिवराज ने पेसा को बनाया 'हथियार'

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा जनजातीय इलाकों में जा रहे हैं और उन्हें सरकार द्वारा जनजाति वर्ग के लिए किए जा रहे काम के साथ पेसा कानून से होने वाले लाभ का भी ब्यौरा दे रहे हैं। राहुल गांधी पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने तंज कसा और कहा कि, राहुल गांधी दूसरों पर जो आरोप लगा रहे हैं उससे पहले उन्हें अपने गिरेबान में झांक के लाभ Bitcoin बचाव का रास्ता कर देखना चाहिए, इस बात का मंथन करना चाहिए कि कांग्रेस के लोग पार्टी छोड़कर आखिर क्यों जा रहे हैं। आज कांग्रेस एक परिवार तक सिमट कर रह गई है और सिर्फ एक परिवार की पार्टी बनकर रह गई है। दूसरों पर आरोप लगाने से पहले राहुल गांधी को के लाभ Bitcoin बचाव का रास्ता इस बात का जवाब देना चाहिए कि गुलाम नबी आजाद हो कपिल सिब्बल जैसे लोगों ने कांग्रेस क्यों छोड़ दी? क्यों कांग्रेस में बूथ स्तर तक के कार्यकर्ता पार्टी छोड़ रहे हैं?

घर का दरवाजा देखकर जान लीजिए, मकान के मालिक का स्वभाव!

घर का वास्तु हमारे जीवन के आर्थिक और सामाजिक पक्ष पर ही असर नहीं डालता। बल्कि वास्तु हमारी भावनाओं को भी नियंत्रित करता है। जी हां, थोड़ी चौंकाने वाली बात जरूर है लेकिन वास्तु पर अनेक पुस्तकें लिख चुके वास्तुविद कुलदीप सूलजा ने यह बात अपनी पुस्तक 'संपूर्ण सायंटिफिक वास्तु' में बताई है। इस पुस्तक के अनुसार, घर के मुख्य द्वार को देखकर आप उस घर के मालिक की पसंद और स्वभाव के बारे में जान सकते हैं.

main gate of the house affect the owner and his or her life

घर का दरवाजा देखकर जान लीजिए, मकान के मालिक का स्वभाव!

पूर्व ईशान

जिस घर का मुख्य द्वार ईशान कोण में पूर्व दिशा में स्थित होता है, उस घर का मालिक स्वभाव से दयावान, विचारशील, धार्मिक, दिलेर और अध्ययन में रुचि रखनेवाला होता है।

पूर्व दिशा में घर का द्वार

जिस घर का मुख्य द्वार ईशान या अग्नेय कोण में स्थित न होकर पूर्व दिशा की दीवार पर मध्य में स्थित हो, उस घर का मालिक और उस घर में रहनेवाले लोग काफी महत्वाकांक्षी होते हैं।

पूर्व अग्नेय कोण

अग्नेय कोण यानी पूर्व और उत्तर के कोने में पूर्व की तरफ घर का मुख्य द्वार होने पर घर में कलह का वातावरण रह सकता है। साथ ही चोरी होने का भय बना रहता है।

दक्षिण अग्नेय कोण

अग्नेय कोण में दक्षिण दिशा में घर का मुख्य दरवाजा होने पर घर का मुखिया बहुत साहसी और निडर होता है। लेकिन साथ ही गुस्सैल हो सकता है और उसके स्वभाव में चंचलता अधिक हो सकती है।

दक्षिण नैऋत्य

नैऋत्य कोण अर्थात दक्षिण और पश्चिम दिशा का कोना। इस कोण में अगर दक्षिण की दिशा में घर का मुख्य द्वार होता है तो इस घर में रहनेवाली महिलाएं गंभीर बीमारियों से परेशान रहती हैं। जिस कारण घर का मुखिया आर्थिक और मानसिक दबाव में रहता है।

पश्चिम नैऋत्य

नैऋत्य कोण की पश्चिम दिशा में घर का मुख्य दरवाजा होने पर घर का मुखिया तामसिक, धूर्त और गंभीर बीमारियों का शिकार हो सकता है। घर के अन्य पुरुषों के लिए भी इस दिशा का मुख्य द्वार हानिकारक होता है।

पश्चिम दिशा में मुख्य द्वार

घर की पश्चिमी दीवार पर बीच में बना हुआ मुख्य द्वार, घर के मुखिया के स्वभाव को गंभीर बनाता है। घर का मुखिया काफी सरल स्वभाववाला, जिम्मेदार और हर काम को सोचसमझकर करनेवाला होता है।

पश्चिम वायव्य में

वायव्य कोण अर्थात उत्तर और पश्चिम दिशा का कोना। जिस घर में वायव्य कोण की पश्चिम दिशा में घर का मुख्य द्वार होता है, उस घर के मुखिया का स्वभाव चंचल, भावुक और अस्थिर हो सकता है। इन्हें के लाभ Bitcoin बचाव का रास्ता यात्राएं करना पसंद होता है।

उत्तर वायव्य

घर के वायव्य कोण में उत्तर दिशा में घर का मुख्य दरवाजा बहुत दुख देनेवाला होता है। इसके कारण घर के मुखिया के जीवन में कलह, बदनामी, मुकदमेबाजी की स्थिति बनी रह सकती है।

घर की उत्तर दिशा

जिस घर का दरवाजा उत्तर दिशा में होता है, उस घर का मुखिया बुद्धिमान, पढ़ाई में रुचि रखनेवाला और हंसमुख स्वभाव का होता है।

उत्तर ईशान

ईशान कोण यानी पूर्व और उत्तर के कोने में उत्तर दिशा में जिस घर का मुख्य द्वार होता है, उस घर का मुखिया बहुत शालीन होता है। उसे वैभव का प्रदर्शन करना पसंद नहीं होता और वह स्वभाव से कुछ कंजूस भी हो सकता है। इनकी प्रवृत्ति सात्विक होती है।

Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म. पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप

रेटिंग: 4.92
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 640
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *