शेयर बाजार की मूल बातें

अंतरराष्ट्रीय व्यापार क्या है

अंतरराष्ट्रीय व्यापार क्या है
बयान के मुताबिक, इस पवेलियन में खादी अंतरराष्ट्रीय व्यापार क्या है कारीगरों और छोटे उद्योगों के कारोबारियों ने 200 से ज्यादा स्टॉल लगाए थे. इसके साथ ही इसमें लोगों को खादी प्रेमियों से मिलने और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ग्राहकों की रुचि जानने का भी मौका मिला.

अब न्यूज एग्रीगेटर डेलीहंट में होगी छंटनी, 5 फीसदी कर्मचारियों को किया जाएगा बाहर

भारत के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार की झलक

प्राचीन काल में यात्रा करने के लिए आधुनिक युग जैसे आवागमन के साधन तो थे नहीं अत: लोग पैदल या घोड़ों, खच्चरों, ऊँटों इत्यादि पर यात्रा किया करते थे। यात्रा अगर लम्बी होती थी तो इसमें महीनों लग जाया करते थे। यात्रियों को इन लम्बे मार्गों पर विभिन्न प्रकार के अवरोधों और खतरों का सामना करना पड़ता था। यात्राएं करने अंतरराष्ट्रीय व्यापार क्या है वालों में विद्यार्थी एवं विद्वानगण, तीर्थयात्री, सैन्य समूह (सेनायें) इत्यादि हुआ करते थे। इनके अतिरिक्त यात्राएं करने वाला एक और वर्ग भी होता था जो कि यात्रा के मामले में उपरोक्त सभी वर्गों से सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण था—व्यापारियों का समूह, क्योंकि व्यापारीगण ही सबसे ज्यादा यात्राएं किया करते थे और मार्गों का निर्धारण और निर्माण वस्तुत: व्यापारिक यात्राओं के आधार पर होता था न कि अन्य वर्गों द्वारा की जाने वाली यात्राओं के। अन्य वर्गों के यात्री भी वस्तुत: व्यापारियों द्वारा निर्धारित/निर्मित मार्ग का ही अनुसरण करते थे।

व्यापार के प्रकार

जब दो या दो से अधिक व्यक्ति फर्म संगठन या संगठन राज्य देश की सीमा के भीतर वस्तुओ का आदान प्रदान करते हैं तो उसे आंतरिक व्यापार कहते हैं। जैसे जूट पश्चिम बंगाल मे कपास महाराष्ट्र और गुजरात में गन्ना संकेद्रित हैं। अत: अन्य राज्यों की अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिये दूसरे उत्पादक राज्यों पर निर्भर रहना पड़ता हैं।

अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार, व्यापार का ही एक स्वरूप है। अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार का अर्थ है राष्ट्रों के बीच वस्तुओं तथा सेवाओं का खरीद और बिक्री से है। अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार एक ऐसा तरीका है जोकि वस्तुओं, सेवाओं तथा संसाधनों के माध्यम से कई देशों को आपस में जोडता है। बाजार का आकार अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार से बढ़ता है।

International Trade Fair: अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले के राजस्थान पवेलियन में उमड़ा अपार जन समूह

International Trade Fair: अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले के राजस्थान पवेलियन में उमड़ा अपार जन समूह

जयपुर। नई दिल्ली के प्रगति मैदान में चल रहे चौदह दिवसीय 41वें अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार मेला में आकर्षण का केन्द्र बने हुए राजस्थान पवेलियन में पिछले दो दिनों में अपार जन समूह उमड़ा। अनुमान है कि पवेलियन अंतरराष्ट्रीय व्यापार क्या है को अब तक करीब दो लाख से भी ज्यादा अधिक लोग देख चुके हैं।

विज्ञापन: "जयपुर में निवेश का अच्छा मौका" JDA अप्रूव्ड प्लॉट्स, मात्र 4 लाख में वाटिका, टोंक रोड, कॉल 8279269659

राजस्थान पवेलियन के जन आकर्षण का केन्द्र होने का प्रमुख कारण पवेलियन का विविधताओं से परिपूर्ण होना है। इसमें राजस्थान की समृद्ध कला, संस्कृति और इतिहास के साथ-साथ हस्तशिल्प कलाओं का भरपूर समावेश है। राजस्थान के दूरदराज क्षेत्रों से इस बार काफी संख्या में उद्यमियों ने पवेलियन में भाग लेकर अपने उत्पादों का प्रदर्शन किया है।

इस वर्ष व्यापार मेला में राजस्थान के हस्तशिल्प सामान की जबर्दस्त बिक्री हो रही है। विशेषकर हल्के वजन एवं गर्म मिजाज की जयपुरी रजाईयों, राजस्थानी प्रिंट की साड़ियों तथा अन्य वस्त्रों के साथ राजस्थान के लाख की चूड़ियाँ, श्रृगांर के अन्य साजो सामान और राजस्थानी मोजड़ियों, जूतियाँ, की मांग सबसे अधिक है।

इसके अलावा राजस्थान की तिल पापड़ी, गजक, बीकानेर के मशहूर पापड़, नमकीन, भुजिया, डिब्बा बंद मिष्ठान, चूर्ण, मसाले, सूखी सब्जियां, कैर-सांगरी और राजस्थानी कुल्फीयों, जोर गरम चना के साथ-साथ राजस्थानी खादी उत्पादों की खूब बिक्री हो रही है।

Trade Fair: अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में सबसे आकर्षक रहा खादी इंडिया पवेलियन, 12.06 करोड़ रूपये की हुई रिकॉर्ड बिक्री

Trade Fair: अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में सबसे आकर्षक रहा खादी इंडिया पवेलियन, 12.06 करोड़ रूपये की हुई रिकॉर्ड बिक्री

TV9 Bharatvarsh | Edited By: राघव वाधवा

Updated on: Nov 29, 2022 | 11:10 AM

इंडिया इंटरनेशनल Trade Fair खत्म हो चुका है. ट्रेड फेयर में इस बार अच्छी भीड़भाड़ देखने को मिली. इस बार ट्रेड फेयर में खादी इंडिया के पवेलियन में भी बड़ी संख्या में लोग आए. इस साल के ट्रे़ड फेयर में खादी इंडिया के पवेलियन में 12.06 करोड़ रुपये की रिकॉर्ड Sale हुई है. इस पवेलियन में खादी के कपड़े और ग्रामीण इलाकों में खादी कारीगरों द्वारा बनाए गए ग्रामोद्योग उत्पादों की बड़ी बिक्री हुई है.

ये भी पढ़ें

10 महीने के निचले स्तर पर Crude Oil, तेल कंपनिया काट रही हैं मलाई, आम लोगों को राहत नहीं

10 महीने के निचले स्तर पर Crude Oil, तेल कंपनिया काट रही हैं मलाई, आम लोगों को राहत नहीं

Amazon का बड़ा Shock! जाएगी सैकड़ों भारतीयों की नौकरी, नई रिपोर्ट चौंका देगी

Amazon का बड़ा Shock! जाएगी सैकड़ों भारतीयों की नौकरी, नई रिपोर्ट चौंका देगी

Forbes Rich List: गौतम अडानी से अंबानी तक, 2022 में भारत के अमीर और हुए अमीर

अंतरराष्ट्रीय व्यापार क्या है

कृषि उपज से संबंधित चीजों के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार तीन-चौथाई तक बढ़ा रहे हैं उत्सर्जन

पाम के तेल के निर्यात के लिए इंडोनेशिया में वनों की कटाई

वैज्ञानिकों की एक टीम ने एशिया, यूरोप और उत्तरी अमेरिका के समृद्ध देशों में कृषि उपज से संबंधित ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को लेकर एक अध्ययन किया है। जिसमें पाया गया की विकसित देशों के कृषि उपज के उपभोक्ता विकासशील देशों में ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को बढ़ाने के लिए जिम्मेवार हैं। उपभोक्ता कृषि उपज की पूर्ति के लिए विकासशील देशों पर निर्भर रहते हैं, जिनकी आपूर्ति व्यापार के जरिए की जाती हैं। यह अध्ययन कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, इरविन और अन्य संस्थानों ने मिलकर किया है।

शोधकर्ताओं ने बताया कि भूमि उपयोग से होने वाले उत्सर्जन में व्यापार, जो कृषि और भूमि उपयोग में होने वाले बदलावों से जुड़ा है। जिसकी वजह से कार्बन डाइऑक्साइड जो कि 2004 में 5.1 गीगाटन से हर साल बढ़ कर 2017 में 5.8 गीगाटन तक हो गई। यहां बताते चलें कि इसमें अन्य ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन जैसे नाइट्रस ऑक्साइड और मीथेन भी शामिल हैं।

रेटिंग: 4.45
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 309
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *