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व्यापार करने के लिए क्या समय सीमा

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निर्माण को बढ़ावा देने के लिए लक्ष्य

चुनौतियों का सामना

व्यापार विश्लेषक

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एक दिन का आदेश क्या है? | What is a Day Order

एक दिन का आदेश एक दलाल को एक विशिष्ट मूल्य पर एक व्यापार निष्पादित करने के लिए एक आदेश पर रखा गया है जो व्यापार के दिन के अंत में समाप्त हो जाता है यदि यह पूरा नहीं होता है। एक दिन का आदेश एक सुरक्षा खरीदने या बेचने के लिए एक सीमित आदेश हो सकता है, लेकिन इसकी अवधि उस व्यापारिक दिन के शेष भाग तक सीमित होती है।

  1. दिन के आदेश प्रतिभूतियों को खरीदने या बेचने के सीमित आदेश हैं जो केवल शेष व्यापारिक दिन के लिए अच्छे होते हैं, जिस व्यापार करने के लिए क्या समय सीमा पर उन्हें रखा जाता है।
  2. यदि व्यापार शुरू नहीं होता है, तो आदेश पूरा नहीं होता है और सत्र के अंत में रद्द कर दिया जाता है।
  3. व्यापारियों के पास अन्य अवधियों का उपयोग करने का विकल्प होता है, लेकिन अधिकांश सीमा आदेश दिन के आदेश होते हैं।

Day Order क्या है?

दिन के आदेशों को समझना | Understanding Key Order

एक दिन का ऑर्डर कई अलग-अलग ऑर्डर अवधि प्रकारों में से एक है जो यह निर्धारित करता है कि ऑर्डर रद्द होने से पहले बाजार में कितना समय है। दिन के आदेश के मामले में, वह अवधि एक ट्रेडिंग सत्र है। दूसरे शब्दों में, यदि ट्रेडर के ऑर्डर को निष्पादित नहीं किया जाता है या ऑर्डर देने के दिन ट्रिगर किया जाता है, तो ऑर्डर रद्द हो जाता है। अन्य अवधि-आधारित ऑर्डर के दो उदाहरण हैं अच्छा 'टिल कैंसिल (जीटीसी) ऑर्डर जो तब तक सक्रिय रहता है जब तक कि इसे मैन्युअल रूप से रद्द नहीं किया जाता है, और तत्काल या रद्द (आईओसी) ऑर्डर, जो ऑर्डर के सभी या हिस्से को तुरंत भर देता है और शेष को रद्द कर देता है। आदेश का हिस्सा अगर इसे पूरा नहीं किया जा सकता है।

डे ऑर्डर अक्सर ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर डिफ़ॉल्ट ऑर्डर अवधि के रूप में कार्य करता है। इसलिए, व्यापारी को आदेश की समाप्ति के लिए एक अलग समय सीमा निर्दिष्ट करनी चाहिए, या यह स्वचालित रूप से एक दिन का आदेश होगा। उस ने कहा, ट्रेड करते समय दिन के व्यापारी कई अलग-अलग प्रकार के ऑर्डर का उपयोग कर सकते हैं। हालांकि, डिफ़ॉल्ट होने के कारण, अधिकांश बाजार आदेश वास्तव में दिन के आदेश हैं।

दिन के आदेशों का उपयोग करना | Utilization of Day order

दिन के आदेश विशेष रूप से उपयोगी हो सकते हैं जब एक विशिष्ट मूल्य बिंदु पर सुरक्षा का आदेश देने के लिए उपयोग किया जाता है ताकि व्यापारी को आदेश को निष्पादित करने के लिए सही समय की प्रतीक्षा में शेष दिन के लिए सुरक्षा की निगरानी करने की आवश्यकता न हो। यह इंट्राडे व्यापारियों को एक समय में कई प्रतिभूतियों की निगरानी और व्यापार करने में मदद करता है, जो कि आम बात है। बाजार खुलने से पहले, व्यापारी प्रत्येक व्यक्तिगत सुरक्षा का विश्लेषण करते हैं जो वे व्यापार करते हैं और फिर अपनी रणनीतियों के अनुसार ऑर्डर देते हैं। व्यक्तिगत आदेश निष्पादित होते ही व्यापारी व्यापारिक दिन के दौरान आगे की कार्रवाई करता है।

इंट्राडे ट्रेडर अक्सर ऐसी रणनीतियों का उपयोग करते हैं जो बाजार बंद होने से पहले बाहर निकलने की स्थिति को निर्धारित करती हैं। इस प्रकार, यदि कोई आदेश दिन के अंत तक नहीं भरा जाता है, तो व्यापारी इसे रद्द कर देगा। क्योंकि यह दिन के ऑर्डर के लिए स्वचालित रूप से होता है, इंट्राडे ट्रेडर उनका पक्ष लेते हैं।

देखने के दिन के आदेश | Watching Day orders

दिन के आदेश उन निवेशकों के लिए तनाव का स्रोत हो सकते हैं जो पेशेवर व्यापारी नहीं हैं। यदि कोई निवेशक ट्रेडिंग दिवस के दौरान सुरक्षा की कीमत की निगरानी नहीं कर रहा है, तो उनकी जानकारी के बिना एक दिन सीमा आदेश हो सकता है। यदि कोई निवेशक कुछ सुरक्षा को बेचने के लिए एक दिन का आदेश देता है और सुरक्षा में अप्रत्याशित मूल्य गिरावट का अनुभव होता है, तो निवेशक को स्थिति से अवगत होने से पहले आदेश निष्पादित किया जा सकता है, जिससे निवेशक को उम्मीद से बड़ा नुकसान हो सकता है। इस परिदृश्य में, निश्चित रूप से, नुकसान किसी भी तरह से महसूस किया गया होगा, लेकिन हो सकता है कि निवेशकों ने गिरावट के पीछे क्या था, इसके आधार पर नुकसान पर बेचने के बजाय होल्ड करना चुना हो। एक नियम के रूप में, सक्रिय रूप से ऑर्डर देते समय बाजार पर ध्यान देना एक अच्छा विचार है।

Day Order क्या है? | Meaning of Day Order in Hindi Reviewed by Thakur Lal on जुलाई 12, 2022 Rating: 5

व्यापार की समय सीमा

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कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर के परिप्रेक्ष्य में सरकार ने लॉकडाउन की पाबंदिया बढा दी है. अनलॉक प्रक्रिया के तहत दो सप्ताह पूर्व दुकाने व बाजार का समय सुबह ७ से रात ७ बजे तक रखा गया था. लेकिन उसके बाद मे सुबह ७ से दोपहर ४ बजे तक कर दिया गया. इसी तरह सप्ताहंत लॉकडाउन के रूप में जीवनावश्यक वस्तुओं की दुकाने छोड़कर अन्य सभी दुकानों को बंद रखने का आदेश दिया गया है. इसी के चलते व्यापारियों को भारी कठिनाई का सामना करना पड रहा है. इस संबंध में महानगर चेंबर के अध्यक्ष सुरेश जैन के नेतृत्व में विधायक सुलभा खोडके को निवेदन देकर दुकानों का समय सुबह ७ से शाम ७ बजे तक करने का अनुरोध किया गया है. निश्चित रूप से व्यापार के लिए वर्तमान में तय की गई समय सीमा किसी भी दृष्टि से व्यापार के लिए उपयुक्त नहीं है. कहने को तो शहर के महत्वपूर्ण चौराहो की दुकानों को दोपहर ४ बजे अपने शटर गिरा देने पडते है. लेकिन शहर के रिहायशी इलाको की अनेक दुकाने रात १० बजे तक खुली रहती है. वहां कोई रोक टोक नहीं है. यदि यह कहा जाए कि रिहायशी इलाको के दुकानों का समय सुबह ७ से पुलिस की गाडी आने तक है तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी. विशेष यह कि पूरे सप्ताह भर रिहायशी इलाको की अनेक दुकाने बंद कराने के लिए पुलिस या मनपा प्रशासन की ओर से कोई प्रयत्न नहीं किए गये. महत्वपूर्ण यह नहीं कि रिहायशी इलाको की दुकानों को बंद क्यों नहीं कराया गया. बल्कि महत्वपूर्ण यह है कि केवल बाजार पेठ में स्थित दुकानों के लिए व्यापार करने के लिए क्या समय सीमा ही सारे कडे प्रतिबंध लागू है? वैसे भी शहर में सुबह ७ से दोपहर ४ बजे तक लोगों की भीड हर जगह देखी जा सकती है. अमरावती शहर मेें रोजगार के अवसर सीमित रहने के कारण अनेक परिवारों में रोज कमाना, रोज खाने की स्थिति है. ऐसे में सप्ताह में दो दिन दुकाने बंद रहने से सीमित साधनों में घर चलाने वाले परिवारों की आवश्यक वस्तुएं समाप्त हो जाती है. जिसके कारण बाजार खुलने के दिन सोमवार को भरपूर गर्दी सड़को पर दिखाई देती है. क्योंकि हर कोई घर में समाप्त हुई वस्तुओं की खरीदी दोपहर ४ बजे से पूर्व कर लेना चाहता है. जिसके कारण सडको पर आवाजाई बढ जाती है. लोगों की इस मजबूरी को प्रशासन समझना नहीं चाहता है. ऐसे में अनेक नौकरी पेशा लोग जो सुबह ७ बजे से काम पर निकल जाते है तथा जब काम से वापस आते है सारी दुकाने बंद हो चुकी रहती है. जिसके चलते उन्हें आवश्यक वस्तुएं खरीदने में कठिनाई होती है. यही समय यदि शाम ७ बजे तक किया जाता है तो सडको पर जो भीड उमड पडती है. उसमें काफी कमी देखी जा सकती है.
अमरावती का व्यवसाय विगत डेढ़ वर्षो से अनेक संकटों का सामना कर रहा है. इतने दिनों में उसने अनेक लॉकडाउन का सामना किया. इतना ही नहीं अनेक कडे प्रतिबंधों का पालन भी किया है. लेकिन उसे उभरने का अवसर नहीं मिल पा रहा है. अब तक कोरोना की पहली-दूसरी लहर का सामना करते हुए व्यापारियों का व्यवसाय प्रभावित हुआ. अब तीसरी लहर व्यापार पर क्या कहर ढाती है, इसका अनुमान अभी लगाया नहीं जा सकता. बेशक बीमारी का संक्रमण कम हुआ है तथा भविष्य में यह संक्रमण न बढे इसलिए आवश्यक उपाय योजना भी जरूरी है. उपाय योजना जारी करते समय इस बात का भी ध्यान रखा जाना चाहिए कि प्रतिबंध पूरे शहर में समान रूप से लागू हो. एक क्षेत्र में प्रतिबंध के भय से दोपहर ४ बजे ही दुकाने बंद हो जाना तथा कुछ क्षेत्रों में देर रात तक दुकाने खुली रहना प्रशासन द्वारा जारी प्रतिबंधों के लक्ष्य को साध्य नहीं होने दे रहे है. अलबत्ता व्यापारियों का नुकसान अवश्य होता जा रहा है. इस समस्या के निराकरण के लिए प्रशासन को नीति लागू करते समय व्यापारी संगठनों से भी योग्य विचार विमर्श करना चाहिए. ताकि बीच का मार्ग निकल सकता है.
कुल मिलाकर व्यापार पर प्रतिबंधों का ग्रहण अब शिथिल किया जाना चाहिए. जिससे शहर का व्यवसाय फिर से सुचारू हो सके. इस बारे में व्यापारी संगठनों द्वारा विधायक को दिया गया निवेदन काफी मायने रखता है. व्यापारिक समस्याओं पर विचार विमर्श कर योग्य निर्णय लिया जाना चाहिए. यदि ऐसा किया जाता है तो प्रतिबंधों का लक्ष्य भी साध्य हो सकता है. जरूरी है कि प्रशासन लॉकडाउन की इस व्यापार करने के लिए क्या समय सीमा नीति पर योग्य विचार करे.

ITR फाइल करने के लिए नहीं बढ़ी समय सीमा, यहां जानें अंतिम तारीख के बाद व्यापार करने के लिए क्या समय सीमा दाखिल करने पर क्या होगा?

Updated: August 1, 2022 9:54 AM IST

ITR Refund Status

ITR Filing Last Date Extension: वित्त वर्ष 2021-22 और आकलन वर्ष 2022-23 के लिए इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने की अंतिम समय सीमा समाप्त हो गई है. आयकर विभाग ने इसकी पहले तय की समय सीमा को आगे बढ़ाने से इनकार कर दिया है. हालांकि, आयकरदाताओं ने इसके लिए सोशल मीडिया पर अपनी आवाज बुलंद की. यह ट्विटर पर ट्रेंड भी किया.

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आयकर विभाग ने निर्बाध आईटीआर फाइलिंग में करदाताओं की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर और पोर्टल की घोषणा की थी. आईटीआर दाखिल करके करदाता एक वित्तीय वर्ष में अपनी आय और भुगतान किए गए करों की रिपोर्ट विभाग को दे सकता है. अगर सरकार की ओर से रिफंड मिलता है, तो आईटीआर करदाताओं को राशि का दावा करने में मदद करेगा.

यदि आपकी आय मूल छूट सीमा से अधिक है तो आईटीआर अनिवार्य है. आईटीआर दाखिल करने की समय सीमा में कोई विस्तार नहीं किया गया है. 24 घंटे से कम समय के साथ, किसी भी दंड से बचने के लिए अपना आईटीआर दाखिल करना महत्वपूर्ण है.

रविवार को, आयकर विभाग ने अपने ट्विटर अकाउंट के माध्यम से कहा, आज रात 11 बजे तक लगभग 68 लाख आईटीआर दाखिल किए गए.

गौरतलब है कि वर्तमान में, सात आईटीआर फॉर्म उपलब्ध हैं, हालांकि, ये फॉर्म करदाताओं की श्रेणी और उनकी आय के स्रोत के आधार पर भिन्न होते हैं. ये फॉर्म हैं ITR-1, ITR-2, ITR-3, ITR-4, ITR-5, ITR-6, और ITR-7.

मेक इन इंडिया

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भारतीय अर्थव्यवस्था देश में मजबूत विकास और व्यापार के समग्र दृष्टिकोण में सुधार और निवेश के संकेत के साथ आशावादी रुप से बढ़ रही है । सरकार के नये प्रयासों एवं पहलों की मदद से निर्माण क्षेत्र में काफी सुधार हुआ है । निर्माण को बढ़ावा देने एवं संवर्धन के लिए माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 25 सितम्बर 2014 को 'मेक इन इंडिया' कार्यक्रम की शुरुआत की जिससे भारत को महत्वपूर्ण निवेश एवं निर्माण, संरचना तथा अभिनव व्यापार करने के लिए क्या समय सीमा प्रयोगों के वैश्विक केंद्र के रुप में बदला जा सके।

'मेक इन इंडिया' मुख्यत: निर्माण क्षेत्र पर केंद्रित है लेकिन इसका उद्देश्य देश में उद्यमशीलता को बढ़ावा देना भी है। इसका दृष्टिकोण निवेश के लिए अनुकूल माहौल बनाना, आधुनिक और कुशल बुनियादी संरचना, विदेशी निवेश के लिए नये क्षेत्रों को खोलना और सरकार एवं उद्योग के बीच एक साझेदारी का निर्माण करना है।

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