मुख्य खाते

उदाहरण – माइक्रोसॉफ्ट एक बहुत बड़ी कंपनी है जिसके मालिक बिल गेट्स हैं। इन्हें तो आप जानते ही होंगे बिल गेट्स ने माइक्रोसॉफ्ट को पेटेंट करा कर रखा है इनका कोई भी सॉफ्टवेयर प्रयोग करना चाहता है तो उसे कुछ पैसे चुकाने पड़ते हैं और तब जाकर वह व्यक्ति उस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर पाता हैं। जैसा कि आज लगभग सभी कंप्यूटर में माइक्रोसॉफ्ट इंस्टॉल होता हैं।
अधिकार शुल्क खाते क्या हैं | Royalty Accounts In मुख्य खाते Hindi
अधिकार शुल्क खाते यानि की रॉयल्टी अकाउंट एक ऐसा शब्द है जिसके बारे में आपको जानना अति आवश्यक हैं। यदि आप स्टूडेंट हैं तो भी और कोई बिजनेसमैन है तो भी। आज के इस आर्टिकल में मैं आपको रॉयल्टी किसे कहते हैं, अधिकार शुल्क खाते क्या होते हैं, विशेषताएं, मुख्य बिंदु तथा किराया और अधिकार शुल्क में अंतर क्या होता हैं इन सभी बातों मुख्य खाते को बताऊंगा।
रॉयल्टी यानी कि अधिकार। रॉयल्टी एक अंग्रेजी शब्द है जिसे हिंदी में अधिकार के नाम से जाना जाता हैं। रॉयल्टी से आशय किसी वस्तु या चीज पर विशेष अधिकार का होने से हैं जैसे कि- किसी संपत्ति विशेष पर उसके मालिक का अधिकार, खानों से खनिज निकालने का अधिकार जिसे मिनरल राइट कहा जाता हैं, एक पुस्तक के प्रकाशन का अधिकार जिसे कॉपीराइट कहा जाता हैं।
अधिकार शुल्क खाते क्या हैं?
अधिकार शुल्क वह राशि है जिसे संपत्ति का प्रयोग करने वाला व्यक्ति संपत्ति के मालिक को उस संपत्ति के प्रयोग के विशेष अधिकार के प्रतिफल के रूप में देता हैं। इसके लिए जो खाते तैयार किए जाते हैं उसे ‘अधिकार शुल्क खाता’ Royalty Accounts कहा जाता हैं। यह एक अवास्तविक खाता होता हैं।
विलियम पिकल्स के अनुसार – अधिकार शुल्क एक व्यक्ति को किसी संपत्ति के उपयोग के बदले में दिया जाने वाला पारिश्रमिक है चाहे वह खरीदी गई हो या फिर किराए पर ली गई हो। यह राशि उस संपत्ति के प्रयोग से संबंधित उत्पादन या बिक्री पर निकाली जाती हैं।
ऊपर दी गई परिभाषा के आधार पर कुछ दो महत्वपूर्ण बातें सामने आती हैं-
- अधिकार शुल्क किसी संपत्ति या विशेष अधिकार के उपयोग का परिणाम हैं।
- यह (Royalty Accounts) उत्पादन या विक्रय पर निकाला जाता हैं।
ठेका लागत विधि क्या हैं? परिभाषा, विशेषताएं
ठेकेदारों, भवन-निर्माताओं, पुल व बांध-निर्माताओं, सड़क-निर्माताओं आदि के द्वारा लागत लेखांकन की जो विधि अपनाई जाती है, उसे ठेका लागत विधि कहते है। ठेका लागत लेखे का उद्देश्य प्रत्येक ठेके या कार्य पर होने वाले लाभ-हानि करना है। यदि ठेका अल्पकाल में समाप्त हो जाता है तो उसके पूर्ण होने पर और यदि दीर्घकाल में पूर्ण होता है तो उसके निष्पादन की अवधि में, प्रत्येक अवस्था पर उसकी लागत तथा उस पर होने वाली लाभ-हानि का ज्ञान ठेका लागत लेखे से होता है।
स्पाइसर एवं पैगलर के अनुसार, ‘‘ठेके लागत के लेखे उस समय बनाये जाते है, जबकि प्रत्येक ठेके की लागत तथा लाभ या हानि निकालना होता है। यह भवनों के ठेकेदार, इंजीनियर्स आदि के व्यवसायों में प्रयोग होता है।‘"
शालर्स के अनुसार, ‘‘ठेके लागत के लेखे ऐसे उद्यम में बनाये जाते हैं, जो किसी विशेष प्रकार के ठेके करते है तथा प्रत्येक की लागत जानना चाहते हैं। इन्हें टरमीनल लागत-लेखा भी कहा जाता है क्योंकि इनका निश्चय अन्त होता है।"
ठेका लागत विधि की विशेषताएं (theka lagat vidhi ki visheshta)
ठेका लागत विधि की निम्नलिखित विशेषताएं हैं--
1. ठेके की लागत बहुत अधिक होती है।
2. ठेके की अवधि काफी दीर्घ होती है।
3. अधिकांश ठेके के कार्य कारखाने से दूर के स्थानों पर किये जाते हैं।
4. मुख्य ठेका कार्य का कुछ भाग दूसरे ठेकेदारों द्वारा पूर्ण कराया जाता है।
ठेका खाता रखने की विधि
विभिन्न ठेकों का लेखा रखने के लिए ठेकेदार एक ठेका खाता-बही रखता है। इस लेजर में प्रत्येक ठेके के लिए अलग-अलग खाता खोला जाता है। ठेके लागत लेखांकन पद्धति प्रत्येक ठेके की लागत ज्ञात करने तथा उस पर होने वाले लाभ या हानि मुख्य खाते की गणना के लिए उपलब्ध है।
ठेकेदार की पुस्तकों में रखे जाने वाले प्रमुख मुख्य खाते खाते
ठेकेदार की पस्तुकों में रखे जाने वाले मुख्य खाते निम्नलिखित हैं--
1. ठेका खाता
ठेकेदार प्रत्येक ठेके का एक खाता बनाता है। अन्य खातों की तरह तैयार किया जाता है। इसके डेबिट में ठेके के सम्बन्ध में किये गये व्ययों का लेखा किया जाता है, जैसे- सामग्री, श्रम, प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष व्यय, प्लान्ट एवं औजार। इसके क्रेडिट पक्ष में प्रमाणित एवं अप्रमाणित कार्य, लौटाई, गई सामग्री, बची हुई सामग्री, शेष प्लान्ट, बेची गई सामग्री आदि लिखे जाते है। ठेका खाते का स्पष्टीकरण नीचे किया जा रहा हैं--
मुझे एनपीएस खाता क्यों खुलवाना चाहिए?
अन्य उपलब्ध पेंशन प्रोडक्ट की तुलना में एनपीएस खाता खुलवाने के उसके स्वयं के लाभ हैं। निम्नलिखित विशेषताएं एनपीएस को अन्य उत्पादों से अलग बनाती हैं:
- कमलागत प्रोडक्ट
- व्यक्तियों,कर्मचारियों और नियोक्ताओं के लिए करलाभ
- बाजार आधारित आकर्षक रिर्टन
- सरलतासे संवहनीय
- अनुभवी पेंशन फंड द्वारा व्यावसायिक रूपसे प्रबंधित
- संसदके अधिनियम द्वारा स्थापित एक विनियामक पीएफआरडीए द्वारा विनियमित
एनपीएस में कौन शामिल हो सकता है?
भारत का कोई भी नागरिक (आवासीय और प्रवासी दोनों) जिसकी आयु 18 से 65 वर्ष की आयु (एनपीएस आवेदन जमा कराने की तिथि के अनुसार) है, एनपीएस में शामिल हो सकता है।
जी हां, एक अनिवासी भारतीय एनपीएस खाता खोल सकता है। एनआरआई द्वारा किया गया अंशदान समय-समय पर आरबीआई और फेमा द्वारा यथानिर्धारित विनियामक अपेक्षाओं के अध्यधीन होता है। हालांकि, ओसीआई (ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया) और पीआईओ (पर्सन ऑफ इंडियन ओरिजन) कार्ड धारक और HUF मुख्य खाते एनपीएस खाता खोलने हेतु पात्र नहीं हैं।
क्या मैं बहु(मल्टीपल) एनपीएस खाते खोल सकता हूं।
नहीं, एनपीएस के अंतर्गत व्यक्ति को बहु एनपीएस खाते खोलने मुख्य खाते की अनुमति नहीं है। हालांकि, कोई व्यक्ति एक खाता एनपीएस में और दूसरा मुख्य खाते अन्य खाता अटल पेंशन योजना में खोल सकता है।
नहीं, एनपीएस खाता केवल व्यक्तिरूप से खोला जा सकता है और इसे HUF के लिए या उसकी ओर से संयुक्त रूप से खोला या संचालित नहीं किया जा सकता है।
Thank you ! We have received your subscription request.
हमारे साथ जुड़ें
बैंक ऑफ बड़ौदा ग्रुप
- बॉब वित्तीय सॉल्यूशंस लिमिटेड
- बॉब कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड
- नैनीताल बैंक लिमिटेड
- इंडिया फर्स्ट लाइफ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड
- इंडिया इंफ्रा डेब्ट लिमिटेड
- बड़ौदा बीएनपी परिबास म्यूचुअल फंड
- बड़ौदा ग्लोबल शेयर्ड सर्विसेज लिमिटेड
- बड़ौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक
- बड़ौदा राजस्थान ग्रामीण बैंक
- बड़ौदा गुजरात ग्रामीण बैंक
विदेशी शाखाएं
कॉपीराइट © 2022 बैंक ऑफ बड़ौदा. सर्वाधिकार सुरक्षित
- पैन कार्ड
- आधार कार्ड
- आधार संख्या के साथ पंजीकृत परिचालनगत मोबाइल नंबर
- वैध ई मेल आईडी
- इंटरनेट, कैमरा/वेबकैम और माइक्रोफ़ोन से इनेबल मोबाइल/डिवाइस
- खाता खोलने के लिए प्रयोग में लाए गए डिवाइस का ब्राउज़र लोकेशन इनेबल करें. (सेटिंग >> सर्च सेटिंग में लोकेशन टाइप करें >> साइट सेटिंग >> लोकेशन >> अनुमति प्रदान करें) और संकेत मिलने पर अनुमति प्रदान करें.
- यह खाता 18 वर्ष व इससे अधिक आयु के निवासी भारतीय व्यक्तियों (जिनका कोई राजनीतिक एक्सपोजर नहीं) हो द्वारा खोला जा सकता है.
- यह सुविधा वैसे ग्राहकों के लिए है जिनका बैंक में कोई खाता नहीं है
- आपको अच्छे नेटवर्क तथा प्रकाशयुक्त क्षेत्र में होना चाहिए
क्या आप इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाना चाहते हैं
You are being redirected to the Pension Saarthi web portal
This is to inform you that by clicking on continue, you will be leaving our मुख्य खाते website and entering the website/Microsite operated by Insurance tie up partner. This link is provided on our Bank’s website for customer convenience and Bank of Baroda does not own or control of this website, and is not responsible for its contents. The Website/Microsite is fully owned & Maintained by Insurance tie up partner.
The use of any of the Insurance’s tie up partners website is subject to the terms of use and other terms and guidelines, if any, contained within tie up partners website.
Thank you for visiting www.bankofbaroda.in
We use cookies (and similar tools) to enhance your experience on our website. To learn more on our cookie policy, Privacy Policy and Terms & Conditions please click here. By continuing to browse this website, you consent to our मुख्य खाते use of cookies and agree to the Privacy Policy and Terms & Conditions.