एक ब्रोकर का चयन

दोस्तों उपरोक्त बातो को ध्यान में रखकर ही आपको एक अच्छे शेयर ब्रोकर का चुनाव करना चाहिए !
स्टॉक ब्रोकर क्या है और शेयर ब्रोकर के प्रकार (Stock Broker in Hindi)
Stock Broker Kya Hai In Hindi: अगर आप शेयर मार्केट के बारे में सीखना चाहते हैं तो इससे जुड़े छोटे – छोटे टर्म के बारे में जानकारी प्राप्त करें, इनके बारे में जानकारी होना आपके वित्तीय बुद्धि को मजबूत बनाती है. शेयर बाजार से जुडी एक ऐसी ही टर्म है जो कि बहुत महत्वपूर्ण है वह है स्टॉक ब्रोकर. जिसके बारे में हम आपको आज के लेख में जानकारी देंगे.
आज के इस लेख में आपको जानने को मिलेगा कि Stock Broker क्या है, स्टॉक ब्रोकर कितने प्रकार के होते हैं, स्टॉक ब्रोकर कैसे काम करता है और स्टॉक ब्रोकर कैसे बनें.
स्टॉक ब्रोकर क्या है और शेयर ब्रोकर के प्रकार (Stock Broker in Hindi)
Stock Broker Kya Hai In Hindi: अगर आप शेयर मार्केट के बारे में सीखना चाहते हैं तो इससे जुड़े छोटे – छोटे टर्म के बारे में जानकारी प्राप्त करें, इनके बारे में जानकारी होना आपके वित्तीय बुद्धि को मजबूत बनाती है. शेयर बाजार से जुडी एक ऐसी ही टर्म है जो कि बहुत महत्वपूर्ण है वह है स्टॉक ब्रोकर. जिसके बारे में हम आपको आज के लेख में जानकारी देंगे.
आज के इस लेख में आपको जानने को मिलेगा कि Stock Broker क्या है, स्टॉक ब्रोकर कितने प्रकार के होते हैं, स्टॉक ब्रोकर कैसे काम करता है और स्टॉक ब्रोकर कैसे बनें.
शेयर ब्रोकर चुनने में इन पांच बातों का रखें ध्यान
1. डिस्काउंट ब्रोकर पर दांव!
डिस्काउंट ब्रोकर आपके आदेशानुसार सिर्फ शेयरों की खरीद फरोख्त करते हैं. फुल सर्विस ब्रोकर आपको निवेश आइडिया भी देते हैं. इसलिए यदि आप बाजार की उथल-पुथल और हलचल को समझते हैं, जो आप डिस्काउंट ब्रोकर का चुनाव कर सकते हैं. अन्यथा फुल सर्विस ब्रोकर ही बेहतर है.
2. फोन या ऑनलाइन कारोबार की सेवा
आप कारोबार के लिए फोन और इंटरनेट दोनों का ही इस्तेमाल कर सकते एक ब्रोकर का चयन हैं. ब्रोकर का चयन करने से पहले यह जान लेना जरूरी है कि वह दोनों में से कौनसी सुविधा मुहैया करवाता है. हालांकि, हाइब्रिड ब्रोकर्स दोनों ही सुविधाएं देते हैं.
How To Choose Best Stock Broker In Hindi – एक अच्छा शेयर ब्रोकर कैसे चुने ?
Best Stock Broker – बहुत से ऐसे लोग है जो शेयर मार्केट ( Share Market ) में निवेश तो करना चाहते है लेकिन स्टॉक मार्केट की ज्यादा समझ नहीं होने के कारण वे स्टॉक ब्रोकर ( Stock Broker ) की तलाश में रहते जो उन्हें अच्छा रिटर्न दिला सके ! दोस्तों आज के इस लेख में हम आपको बताएँगे कि कैसे आप एक अच्छा स्टॉक ब्रोकर चुन सकते है तो आइये शुरू करते है How To Choose Best Stock Broker In Hindi-
यदि आप शेयर बाजार में अच्छा पैसा कमाना चाहते है तो आपके लिए सही दलाल का चयन करना बहुत ही महत्वपूर्ण हो जाता है ! शेयर ब्रोकर के मामले में विश्व के सबसे बड़े निवेशक वोरेन बफे की कहावत है – “ शेयर ब्रोकर आपका दोस्त नहीं है ! वह एक डॉक्टर की तरह होता है , जो मरीज से दवा के बदले शुल्क लेता है ! अब यदि आप सही डॉक्टर के पास नहीं पहुंचेंगे तो खामियाजा आपको ही भुगतना होगा !” हालाँकि यह बात सही है निवेशक इसे मानते है , लेकिन बावजूद इसके उनके व्यवहार में यह नहीं झलकता है एक ब्रोकर का चयन कि वे ब्रोकर को लेकर संजीदा है ! ज्यादातर निवेशक तो अपने शेयर ब्रोकर का नाम , उसकी फर्म तथा उसके फोन नंबर से ज्यादा कुछ नहीं जानते और शेयर की खरीद – बिक्री के लिए पूरी तरह से ब्रोकर पर ही निर्भर रहते है और सोचते की ब्रोकर सब हमारे लाभ के लिए ही कर रहा है !
ट्रैक रिकॉर्ड देखना
जब भी कभी आप स्टॉक ब्रोकर का चयन करना चाहते है तो सबसे पहले आप उसके पीछे के ट्रैक रिकॉर्ड को देखे अर्थार्त आपको देखना चाहिए कि उस ब्रोकर या ब्रोकर फर्म ने पिछले सालो में अपने clints को कितना रिटर्न दिया है ! आपको उस ब्रोकर के ट्रैक रिकॉर्ड को अच्छे से विश्लेषण करना आना चाहिए ताकि आप अच्छा दलाल चुन सके !
एक अच्छे और सही ब्रोकर की पहचान होती है कि वह आपको अच्छी तथा हर प्रकार की सेवा प्रदान करे ! इसलिए शेयर ब्रोकर का चयन करते समय यह जरुर ध्यान रखे कि वह हमें कोन – कोनसी सुविधाए प्रदान कर रहा है और उसके द्वारा प्रदान की गई सेवा की गुणवता का प्रतिशत कितना है !
रिसर्च की सुविधा
बहुत सी ऐसी ब्रोकिंग फर्म होती है जिनके पास रिसर्च करने की सुविधा होती है , जो अन्य ब्रोकर के पास नहीं होती है ! यदि आप शेयर बाजार का अच्छा ज्ञान हासिल करना चाहते है तो आपको मिलने वाली रिसर्च की सुविधा काफी मददगार साबित हो सकती है ! इसलिए एक अच्छे ब्रोकर का चयन करते समय यह जरुर ध्यान रखे की उसके पास रिसर्च की सुविधा है या नहीं !
एक अच्छे ब्रोकर का चुनाव करते समय आपको उस ब्रोकरेज फर्म की सेवा शुल्क अर्थार्त ब्रोकरेज शुल्क कितना है इस बात का भी ध्यान रखना बहुत आवश्यक है ! यदि किसी ब्रोकर की फ़ीस बहुत अधिक है तो उसकी अधिक फ़ीस को देखकर आपको यह नहीं सोचना चाहिए कि यह ब्रोकर फर्म एक ब्रोकर का चयन तो अच्छी होगी ! तथा बहुत कम शुल्क को देखकर भी किसी ब्रोकर का चयन ना करे ! अतः आपको शुल्क के अलावा अन्य fectors को भी ध्यान में रखना चाहिए !
ब्रोकर का व्यवहार
एक अच्छे ब्रोकर का व्यवहार ही होता है कि वह आपको हमेशा सही और सटीक जानकारी दे ! तथा आपके हर सवालों का जवाब दे ! इसलिए ब्रोकर का चुनाव करते समय हमेशा उसके व्यवहार को भी ध्यान में रखे !
एक अच्छा ब्रोकर हमेशा आपको Customer Care Services की सुविधा भी प्रदान करता है !
यदि आपका ब्रोकर आपकी जरुरत , वित्तीय स्थिति व् व्यक्तिगत इच्छाओ को जाने बिना आपके लिए ट्रेड करता है तो आपको जोखिम व् हानी उठानी पड़ सकती है ! एक अच्छे ब्रोकर को यह पता होता है एक ब्रोकर का चयन कि उसका ग्राहक किस तरह का निवेशक है ! यदि निवेशक को ब्रोकर से शिकायत हो तो शेयर बाजार के सर्विस विभाग के अतिरिक्त सेबी से भी संपर्क किया जा सकता है !
BSE व् NSE की वेबसाइट पर ब्रोकरों की सूची उपलब्ध है ! इसके अलावा अलावा ब्रोकर भी अपनी जानकारियां अन्य माध्यमो द्वारा प्रकाशित करवाते है ! लेकिन ब्रोकर का चयन करते समय उसका ट्रैक रिकॉर्ड अवश्य देखे ! आपके घर या ऑफिस के पास स्थित ब्रोकर आपके लिए सुविधाजनक होता है ! आजकल अनेक बैंक भी ब्रोकिंग का कारोबार कर रहे है ! इसलिए आप जिस बैंक में अपना डी – मेट अकाउंट खुलवा रहे है , यदि वह बैंक ब्रोकिंग कारोबार में भी है तो वही अपना ब्रोकिंग अकाउंट खुलवाना ठीक रहता है !
शेयर बाजार में निवेश कैसे करें?
शेयर बाजार (शेयर बाजार भी कहा जाता है) पैसा निवेश करने के कई रास्ते देता है, लेकिन यह विश्लेषण के साथ किया जाना है (तकनीकी विश्लेषण ,मौलिक विश्लेषण आदि) और उसके बाद ही किसी को लेना चाहिएबुलाना निवेश का। आज, पेनी स्टॉक में या स्टॉक टिप्स के माध्यम से बहुत अधिक निवेश होता है, यह खतरनाक है और इसके परिणामस्वरूप नुकसान हो सकता हैइन्वेस्टर.
निवेशक कभी-कभी जोखिमों को समझे बिना फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस नामक जटिल डेरिवेटिव इंस्ट्रूमेंट्स में एक्सपोजर लेते हैं, इससे भारी नुकसान हो सकता है (और होगा)। शेयर बाजार बहुत पारदर्शी है, स्टॉक आदि की कीमतें ऑनलाइन उपलब्ध हैं (इसीलिए इसे "लाइव स्टॉक मार्केट" कहा जाता है) निवेशकों को अपने निवेश को खरीदने, बेचने और निगरानी करने की अनुमति देता है।रियल टाइम आधार. समय के साथ भारत में वित्तीय बाजार परिपक्व हो गए हैं, और आज निवेश इक्विटी बाजार, कमोडिटी बाजार और यहां तक कि विदेशी मुद्रा (मुद्रा बाजार भी कहा जाता है) में हो सकता है। यहां हम यह देखने की कोशिश करते हैं कि अगर किसी निवेशक को शेयर बाजार में निवेश करना है, तो वे इस मुश्किल काम को कैसे कर सकते हैं।
स्टॉक ब्रोकर: बुद्धिमानी से चुनें
शेयर बाजार में निवेश करने का पहला कदम इस यात्रा में ब्रोकर चुनना है। यह वह व्यक्ति या एक ब्रोकर का चयन संस्था है जो निवेशक के लिए ट्रेडों को निष्पादित करेगा। नीचे कुछ प्रमुख पहलू दिए गए हैं जिन पर ध्यान देना चाहिए:
ग्राहक सेवा
सेवा बहुत जरूरी हैफ़ैक्टर एक दलाल पर विचार करने में। प्रश्न समाधान, ऑर्डर देना (खरीदना या बेचना), एक ब्रोकर का चयन अनुबंध नोट (ये ट्रेडों के आवश्यक दस्तावेज हैं),राजधानी लाभ रिपोर्ट आदि, निवेश के सभी महत्वपूर्ण पहलू हैं। कल्पना कीजिए कि क्या आप स्टॉक में आने या बाहर निकलने की कोशिश कर रहे हैं और आपका ब्रोकर पहुंच योग्य नहीं है, या कॉल सेंटर आपको 20 मिनट तक रोक कर रखता है? या आप अपना फाइल करने वाले हैंआयकर एक ब्रोकर का चयन रिटर्न, लेकिन आपका ब्रोकर देने में असमर्थ हैपूंजीगत लाभ समय पर रिपोर्ट। बाद में नाराज़गी से बचने के लिए इस पहलू पर ब्रोकर के सेवा स्तर और ट्रैक रिकॉर्ड को ध्यान से देखने की जरूरत है। शेयर बाजार में निवेश करने के लिए ग्राहक सेवा महत्वपूर्ण है।
स्टॉक चयन: स्मार्ट निवेश
शेयर बाजार में समझदारी से निवेश करने के लिए शेयरों को चुनना स्मार्ट निवेश है। यह "शेयर बाजार में निवेश कैसे करें" के सबसे महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक है (यदि सबसे महत्वपूर्ण नहीं है!)। स्टॉक चयन अपने आप में एक उद्योग है, इसमें फंड मैनेजर, पोर्टफोलियो मैनेजर और रिसर्च एनालिस्ट होते हैं जो इस काम के विशेषज्ञ होते हैं। हालांकि "अच्छे स्टॉक" का चयन करने वाले कारकों की एक अंतहीन सूची हो सकती है, उनमें से कुछ हो सकते हैं:
- कंपनी के वित्तीय:बैलेंस शीट, लाभ हानिबयान
- विकास की संभावनाएं: कंपनी का विकास पथ कैसा है, क्या कंपनी अपने साथियों की तुलना में अच्छी वृद्धि दिखा रही है।
- मौलिक विश्लेषण: प्रमुख अनुपातों (पी/ई, पीईजी, आदि) को देखते हुए, विभिन्न उद्योगों को अलग-अलग अनुपातों को देखने के लिए एक की आवश्यकता होती है।
- कंपनी उत्पाद लाइन और विस्तार योजना
- अनुसंधान रिपोर्ट और विश्लेषक सिफारिशें: ये अपने काम में पेशेवर हैं जो इस विषय को पूरी तरह से कवर करने का प्रयास करेंगे।
निवेश की निगरानी
यदि कोई स्वयं स्टॉक पोर्टफोलियो बनाता है, तो एक महत्वपूर्ण पहलू शेयरों की निगरानी है। लंबी अवधि के निवेश के लिए भले ही पोर्टफोलियो की नियमित निगरानी करने की जरूरत है। नियामक परिवर्तन, प्रबंधन परिवर्तन, रणनीति परिवर्तन, एक उत्पाद लाइन अव्यवहार्य हो सकती है, प्रौद्योगिकी अप्रचलित हो सकती है आदि और सूची और आगे बढ़ सकती है। ये सभी शेयर की कीमत को प्रभावित करते हैं (ज्यादातर नकारात्मक!), इसलिए निगरानी शेयर बाजार में निवेश का एक महत्वपूर्ण पहलू है। यह भी देखने की जरूरत है कि क्या स्टॉक की कीमत बढ़ गई है और स्टॉक अपनी क्षमता को जी चुका है। यह बाहर निकलने के लिए एक अच्छी कीमत हो सकती है। इस सब के लिए निरंतर निगरानी की आवश्यकता है।
ठीक है अगर किसी के पास स्टॉक चयन करने की विशेषज्ञता नहीं है और निरंतर निगरानी करने के लिए आवश्यक समय और प्रयास है,म्यूचुअल फंड्स निवेशकों के लिए शेयर बाजार में निवेश करने का एक अच्छा तरीका पेश करते हैं। फंड मैनेजर अपने क्षेत्र के विशेषज्ञ होते हैं और निवेश करने के लिए प्रतिभूतियों का चयन करना उनका पूर्णकालिक काम है, वे निवेश की निगरानी का काम भी करते हैं। एक उद्योग के रूप में म्युचुअल फंड किसके द्वारा विनियमित होते हैंसेबी तथाएम्फी नियमों और विनियमों का पालन सुनिश्चित करना। म्यूचुअल फंड बनाम शेयर बाजार जवाब देने के लिए एक अच्छा सवाल हो सकता है, हालांकि किसी को सावधानी से चुनाव करने की जरूरत है, अन्यथा आप अपनी मेहनत की कमाई को खत्म कर सकते हैं। विभिन्न हैंम्यूचुअल फंड के प्रकार आज जो निवेशकों के सभी जोखिम प्रोफाइल को एक ब्रोकर का चयन पूरा कर सकता है जो उन्हें उन लोगों के लिए एक व्यवहार्य विकल्प बनाता है जो शेयर बाजार में नए हैं और इसे विशेषज्ञों पर छोड़ना चाहते हैं। साथ ही मासिक कमाई करने वालों के लिएआय वेतन के माध्यम से,व्यवस्थित निवेश योजना (एसआईपी), कई लाभों के साथ लंबी अवधि की संपत्ति बनाने का एक शानदार तरीका प्रदान करता है।म्यूचुअल फंड में निवेश शेयर बाजार में निवेश की कठोरता की तुलना में अपेक्षाकृत आसान है। निवेश पर अनुसरण करने के लिए मार्ग को हमेशा सावधानी से तय करने की आवश्यकता है कि लंबे समय में कोई पैसा कमाता है!