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शुरुआती लोगों के लिए कौन सा ब्रोकर अच्छा है

शुरुआती लोगों के लिए कौन सा ब्रोकर अच्छा है

Demat Account खुलवाते वक्त इन 5 बातों पर दें ध्यान, नहीं होगी आगे परेशानी

शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के लिए डीमैट खाता जरूरी है. डीमैट अकाउंट खुलवाते वक्त ब्रोकरेज और ट्रांजेक्शन फीस समेत अन्य जरूरी बातों पर ध्यान देना चाहिए.

By: एबीपी न्यूज़ | Updated at : 02 Jul 2021 11:03 PM (IST)

डीमैट अकाउंट के बारे में आपने जरूर सुना होगा. लेकिन बहुत से लोग डीमैट अकाउंट के बारे में नहीं जानते. दरअसल शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए डीमैट अकाउंट खोला जाता है. बिना डीमैट अकाउंट के शेयर मार्केट में ट्रेडिंग नहीं की जाती है. आज हम आपको बता रहे हैं कि डीमैट अकाउंट खोलते समय कौन-कौन सी बातों पर ध्यान देना होता है.

1-ब्रोकरेज और ट्रांजेक्शन फीस

  • ब्रोकरों के बीच डीमैट अकाउंट खोलने और ब्रोकरेज चार्ज अलग-अलग हैं.
  • आजकल ज्यादातर मुफ्त डीमैट खाते खोल रहे हैं.
  • इक्विटी खरीदने और बेचने पर आपसे लेनदेन (ट्रांजेक्शन) की फीस ली जा सकती है.
  • इन बातों की करें जांच
  • डीमैट अकाउंट की फीस, सालाना मेंटेनेंस चार्ज, ट्रांजेक्शन फीस.
  • ट्रांजेक्शन फीस को लेकर ब्रोकरों के बीच बड़ा अंतर हो सकता है.

2-अन्य सुविधाएं

  • आपको ब्रोकरेज हाउस क्या-क्या सुविधाएं देगा यह जरूर जान लें.
  • कुछ ब्रोकरेज हाउस इक्विटी ब्रोकिंग की सेवा के अतिरक्त भी कई प्रकार की अन्य सेवाएं देते हैं.
  • जैसे कई ब्रोकरेज फर्म आपको समय-समय पर रिसर्च उपलब्ध कराती रहती हैं. यह रिसर्च आपको सही जगह निवेश करने में मदद करती है.

3-डीमैट और ट्रेडिंग खाता

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  • आपका ब्रोकर 2-इन-1 डीमैट और ट्रेडिंग खाता आपको देता हैं तो यह सबसे अच्छा है.
  • ट्रेडिंग खाते के बगैर डीमैट खाता अधूरा है.
  • ध्यान रखें कि डीमैट खाते में आप सिर्फ डिजिटल रूप में शेयरों शुरुआती लोगों के लिए कौन सा ब्रोकर अच्छा है को रख सकते हैं.
  • ट्रेडिंग खाते के साथ आप शेयर, आईपीओ, म्यूचुअल फंड और यहां तक गोल्ड में निवेश कर सकते हैं. इसके बाद आप इन्हें डीमैट खाते में रख सकते हैं.

4-पोर्टफोलियो की जानकारी भी जरूरी

  • कुछ ब्रोकरेज हाउस आपके पोर्टफोलियो की जानकारी आपको समय-समय पर देते हैं.
  • इससे निवेश से मिलने वाले रिटर्न की जानकारी रखने में मदद शुरुआती लोगों के लिए कौन सा ब्रोकर अच्छा है मिलती है.

5-कनेक्टिविटी

  • कारोबार के लिए फोन और इंटरनेट दोनों का ही इस्तेमाल किया जा सकता है.
  • ब्रोकरेज हाउस दोनों में से कौनसी सुविधा मुहैया करवाता है यह जानना जरूरी है.
  • ज्यादातर ब्रोकर्स दोनों ही सुविधाएं देते हैं.

Published at : 02 Jul 2021 11:03 PM (IST) Tags: Investment Stock Market share demat account broker हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में शुरुआती लोगों के लिए कौन सा ब्रोकर अच्छा है सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

Top five stock broker accounts in India : (स्टॉक ब्रोकर ट्रेंडिंग)

stock broker

नमस्कार दोस्तों, आज हम बात करने वाले हैं शेयर मार्केट से जुड़े एक बहुत ही रोचक और जरूरी विषय के बारे मे। जैसा की stock broker, meaning, stock broker india, हम सभी जानते हैं की आजकल शेयर मार्केट किस कदर चर्चे का विषय बना हुआ है।

हर कोई शेयर मार्केट मे निवेश करना चाहता है। लेकिन यदि आपको किसी बड़ी कंपनी मे निवेश (invest) करना है जैसे की apple, google, facebook, इत्यादि, तो आपको एक broker/ legal advisor की आवश्यकता होगी।

यह वोह इंसान या संस्था होती है जो की निवेशकों को राय देती है की उन्हे किस सतो आईये जानते हैं की ब्रोकर क्या है, यह आपके लिए कैसे सहायक है और top 5 broker accounts कौन कौन से हैं।

Table of Contents

क्या है ब्रोकर? (What is a broker?)

ब्रोकर किसी third party का नाम है जो आपके और आपके द्वारा खरीदे गए शेयर के बीच का शुरुआती लोगों के लिए कौन सा ब्रोकर अच्छा है शुरुआती लोगों के लिए कौन सा ब्रोकर अच्छा है लिंक बनता है। यह आपके सभी trading transactions को आसान बनाता है।

एक ब्रोकर का काम होता है आपके behalf पर शेयर मार्केट मे शेयर्स खरीदना और बेचना। आपका ब्रोकर आपको यह भी suggest करता है की आपको कौनसा शेयर खरीदना चाहिए और कौनसा नही। इस काम के लिए यह ब्रोकर आपसे अपनी commission मांगता है।

एक ब्रोकर कोई इंसान भी हो सकता है और कोई financial body भी, जैसे की बैंक जो की आपके बदले मे
आपके सारे स्टॉक मार्केट के transactions करता है।

यह सारे काम हालाँकि आपकी मर्ज़ी सेही किये जाते हैं पर इनको करने वाली याही third party होती है।

ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे सीखें | How to Learn Option Trading

नमस्कार प्रिय पाठक आज इस लेख में हम आपको ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं जब लोग शेयर मार्केट में नए-नए आते हैं तो उनको ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में पता चलता है लेकिन हमने आज तक यह देखा है कि इंटरनेट पर ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में किसी ने भी अच्छे से जानकारी प्रदान नहीं की है तो आज के इस लेख में आपको ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे सीखें, ऑप्शन ट्रेडिंग कहां करें, ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है, ऑप्शन ट्रेडिंग के फायदे, ऑप्शन ट्रेडिंग के नुकसान ऑप्शन और ट्रेडिंग के प्रकार आदि के बारे में विस्तार से चर्चा करने वाले हैं

ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे सीखें – How to Learn option Trading

यदि आप शेयर बाजार में बिल्कुल नहीं है तो हमारा सुझाव यह रहेगा कि आप ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में सीख सकते हैं लेकिन आपको ऑप्शन ट्रेडिंग करना नहीं है

क्योंकि कई बार ऐसा होता है कि जब कोई व्यक्ति शेयर मार्केट में नया आता है तो वह इक्विटी के अंदर ट्रेड करता है इक्विटी के अंदर अक्सर देखा गया है कि कम प्रॉफिट होता है

अब जब व्यक्ति को ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में पता चलता है तो वह ऑप्शन ट्रेडिंग को करने लगता है लेकिन आपको हमेशा यह याद रखना है कि ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में अच्छे से सीख कर ही आपको इसमें अपना पहला कदम रखना है

यदि आप शेयर मार्केट में पहले से ही ट्रेडिंग करते हैं तो आपको ऑप्शन ट्रेडिंग को समझने में ज्यादा टाइम नहीं लगेगा क्योंकि ऑप्शन ट्रेडिंग भी इक्विटी की तरह ही होती है इसमें बस सबसे बड़ा फर्क यह होता है कि इक्विटी में मूवमेंट बहुत ही धीरे-धीरे होती है जबकि ऑप्शन ट्रेडिंग के अंदर मूवमेंट पलक झपकते ही काफी ज्यादा ऊपर से नीचे हो जाती है

ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है – What is option trading

ऑप्शन ट्रेडिंग शुरुआती लोगों के लिए कौन सा ब्रोकर अच्छा है का मतलब किसी इंडेक्स के जैसे कि निफ्टी और बैंक निफ़्टी ऊपर जाने वाला है या नीचे जाने वाला है उसके हिसाब से आपको अपने ट्रेडिंग अकाउंट के माध्यम से बैंक निफ्टी और निफ्टी की कॉल और पूट को खरीदना पड़ता है

  • यदि मार्केट ऊपर जाने वाला है तो आपको कॉल ऑप्शन खरीदना पड़ता है
  • मार्केट नीचे जाने वाला है तो आपको पुट ऑप्शन खरीदना पड़ता है

हम आपको बता दें ऑप्शन ट्रेडिंग करते समय बहुत ही सावधानी रखनी पड़ती है मार्केट के सेंटीमेंट को और टेक्निकल को अच्छे से समझने के बाद ही ट्रेडिंग की जाती है यदि कोई व्यक्ति ऐसे ही ऑप्शन ट्रेडिंग की शुरुआत करता है तो हमेशा बर्बाद ही होता है इसलिए यह बात याद रखें कि आपको हमेशा ऑप्शन चाहिए तब ही शुरू करनी है जब आप इसके बारे में अच्छे से सीख जाए

ऑप्शन ट्रेडिंग के फायदे – Benefit of option trading

हम आपको बताना चाहते हैं कि ऑप्शन ट्रेडिंग के अंदर पैसा बहुत ही तेजी से बनता है यहां पर मार्केट की फ्लकचुएशन के हिसाब से आपके ऑप्शन का प्रीमियम में काफी तेजी से उतार और चढ़ाव आता रहता है ऑप्शन ट्रेडिंग करते समय आपको बिल्कुल अलर्ट होकर बैठना पड़ता है ऑप्शन ट्रेडिंग मैं आपको बिना किसी डिस्क्रिप्शन के साथ में काम करना पड़ता है

  • ऑप्शन ट्रेडिंग के अंदर बहुत जल्दी पैसा बनता है
  • ऑप्शन ट्रेडिंग के अंदर आप कम पैसों के साथ ज्यादा पैसा बना सकते हैं
  • यहां पर 1 दिन में अपने पैसों का कई गुना कर सकते हैं
  • यदि आप शेयर मार्केट में बहुत जल्दी ज्यादा पैसा कमाना चाहते हैं तो ऑप्शन ट्रेडिंग आपके लिए है लेकिन इससे पहले आपको इसके बारे में अच्छे से सीखना चाहिए

ऑप्शन ट्रेडिंग के नुकसान – Disadvantage of option trading

जिस प्रकार ऑप्शन ट्रेडिंग के अंदर बहुत तेजी से पैसा बनता है उसी तरह यहां पर पैसा बर्बाद बहुत तेजी से होता है यदि कोई व्यक्ति बिना सीखें ही ऑप्शन ट्रेडिंग के अंदर घुसता है

तो वह व्यक्ति कुछ दिनों के भीतर ही अपने सारे पैसे यहां पर गवा देता है क्योंकि ऑप्शन ट्रेडिंग बहुत ही खतरनाक ट्रेडिंग है ऑप्शन ट्रेडिंग एक एक्सपीरियंस व्यक्ति ही अच्छे से कर पाता है अक्सर यह देखा गया है कि ऑप्शन ट्रेडिंग के अंदर नए व्यक्ति हमेशा बर्बाद होते हैं

  • ऑप्शन ट्रेडिंग बहुत ही खतरनाक ट्रेनिंग है
  • ऑप्शन ट्रेडिंग के अंदर पैसा बहुत ही तेजी के साथ loss में बदलता है
  • अक्सर यह देखा गया है कि ऑप्शन ट्रेडिंग करने वाले 100 में से 90 लोग Loss ही करते हैं
  • हमेशा ऑप्शन ट्रेडिंग करते समय उतनी ही पैसे लगाने चाहिए जितने पैसे होने पर आपको किसी प्रकार का दुख नहीं हो

कॉल और पुट में क्या अंतर है – what is the difference between call and put

कॉल और पूट में क्या अंतर है जब बैंक निफ़्टी और निफ्टी ऊपर जाने वाला होता है तब आपको अपने Demat अकाउंट में कॉल ऑप्शन खरीदना होता है

जब बैंक निफ्टी और निफ्टी नीचे जाने वाला होता है तब आपको पुट ऑप्शन खरीदना पड़ता है

ऑप्शन ट्रेडिंग सीखने में कितना समय लगता है

यदि आप पूरे लगन और मेहनत के साथ में ऑप्शन ट्रेडिंग सीखने का कार्य करते हैं तो आपको 1 से 2 साल का समय लगता है

ऑप्शन ट्रेडिंग में कितना चार्ज लगता है

Option trading पर कितना चार्ज लगेगा यह आपका डिमैट अकाउंट किस ब्रोकर के पास है उसके ऊपर निर्भर करता है क्योंकि मार्केट में कई सारे ऐसे ब्रोकर है जो ₹10 ऑप्शन ट्रेडिंग पर चार्ज करते हैं जबकि कुछ ब्रोकर ₹20 और कुछ ब्रोकर तो ₹50 तक भी ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए चार्ज करते हैं

ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है और कैसे किया जाता है

भारतीय शेयर बाजार में ऑप्शन ट्रेडिंग पैसे कमाने का सबसे फास्ट तरीका है ऑप्शन ट्रेडिंग करने के लिए आपके पास एक डीमैट अकाउंट होना बहुत ही आवश्यक है डीमेट अकाउंट के बाद आपके पास सही नॉलेज का होना भी बहुत जरूरी है क्योंकि बिना सीखे ऑप्शन ट्रेडिंग करना मतलब बर्बाद होना है

ऑप्शन ट्रेडिंग टिप्स – option trading tips

हमारे पास आपके लिए ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए कुछ अच्छे टिप्स है

  • ऑप्शन ट्रेडिंग के अंदर आपको कभी भी ज्यादा पैसे के साथ में ट्रेडिंग नहीं करनी चाहिए
  • हमेशा ऑप्शन ट्रेडिंग चेक कर ही करनी चाहिए बिना सीखे कभी भी ऑप्शन ट्रेडिंग में नहीं गुसना चाहिए
  • कभी भी और कॉन्फिडेंस और लालच में आकर ऑप्शन ट्रेडिंग नहीं करनी चाहिए
  • हमेशा डिसिप्लिन के साथ ऑप्शन ट्रेडिंग करना चाहिए
शुरुआती लोगों के लिए कौनसा ट्रेडिंग सबसे अच्छा है

यदि आप शेयर मार्केट में बिल्कुल नहीं है तो आपको ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में सोचना भी नहीं चाहिए नए लोगों के लिए शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने का सबसे अच्छा तरीका स्विंग ट्रेडिंग है

निष्कर्ष – Option trading Meaning Conclusion

आज के इस लेख ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे सीखे मैं आपने ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में संपूर्ण जानकारी जानने जानी है यदि आपका इसलिए से संबंधित कोई भी सवाल किया सुझाव है तो आप हमारे साथ कमेंट में साझा कर सकते हैं ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे सीखे लेख को अंत तक पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद

career in share market: शेयर मार्केट में करियर बनाने के लिए कौन से कोर्स करें

Career in the Stock Market: स्टॉक ब्रोकर बनना चाहते हैं तो इसके लिए तमाम तरह के कोर्स भारत के कई संस्थानों में उपलब्ध हैं

How to make Career in the Stock Market: स्टॉक मार्किट की दुनिया में कदम रखना चाहते हैं तो इनमें कई तरह के सर्टिफिकेट कोर्स भी मौजूद हैं. इसमें शनल स्टॉक एक्सचेंज का एनसीएफ़एम (NCFM ) का ऑनलाइन सर्टिफिकेशन कोर्स भी उपलब्ध है. जिसे करके इस सेक्टर की जानकारी ले सकते हैं.

  • News18Hindi
  • Last Updated : September 05, 2022, 13:15 IST

हाइलाइट्स

कैंडिडेट अगर कॉमर्स स्ट्रीम से हैं तो उनके लिए यह फील्ड बेहतर होगा.
कॉमर्स में 12वीं में अगर 55 प्रतिशत अंक हैं तो इसमें स्नातक जैसी डिग्री हासिल कर सकते हैं
स्टॉक ब्रोकर कॉमर्स, एकाउंटेंसी, इकोनॉमिक्स, स्टेटिस्टिक्स या बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन आदि की पढ़ाई कर सकते हैं

How to make Career in the Stock Market: स्टॉक ब्रोकर बनना चाहते हैं तो इसके लिए तमाम तरह के कोर्स भारत के कई संस्थानों में उपलब्ध हैं. इसमें करियर बनाने के लिए स्टॉक ब्रोकर कॉमर्स, एकाउंटेंसी, इकोनॉमिक्स, स्टेटिस्टिक्स या बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन आदि की पढ़ाई कर सकते हैं. इससे कैंडिडेट को स्टॉक मार्किट फील्ड की गहरी जानकारी होती है. इसमें ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन कर सकते हैं.

किस प्रोफाइल पर कर सकते हैं नौकरी

इस करियर में इक्विटी डीलर, इक्विटी ट्रेडर , इक्विटी एडवाइजर ,स्टॉक एडवाइजर, वेल्थ मैनेजर फाइनेंशियल एनालिस्ट, इन्वेस्टमेंट एडवाइजर, सिक्योरिटी एनालिस्ट और रिस्क मैनेजर के शुरुआती लोगों के लिए कौन सा ब्रोकर अच्छा है तौर पर नौकरी के अपार मौके पा सकते हैं.

क्या है योग्यता

शैक्षणिक योग्यता की बात करें तो कैंडिडेट अगर कॉमर्स स्ट्रीम से हैं तो उनके लिए यह फील्ड बेहतर होगा. कॉमर्स में 12वीं में अगर 55 प्रतिशत अंक हैं तो इसमें UG, PG जैसी डिग्री हासिल कर सकते हैं. इसके अतिरिक्त कैंडिडेट को अपने फील्ड में प्रोफेशनल को विषय से संबंधित गहन जानकारी भी होनी चाहिए .

यह है नौकरी के क्षेत्र

इस फील्ड में कई सारे करियर विकल्प खुले हुए हैं. स्टॉक एक्सचेंज, रेगुलेशन अथॉरिटी, फॉरेन इन्वेस्टमेंट फर्म्स, इन्वेस्टमेंट कंसल्टेंसी, म्यूचुअल फंड वाली कंपनी, ब्रोकर फर्म्स, इंश्योरेंस एजेंसी, बैंक और दूसरे इंस्टीट्यूट में भी जॉब के काफी स्कोप हैं. अगर कैंडिडेट का काम बेहतर रहा इस क्षेत्र में कैंडिडेट की ग्रोथ भी बहुत जल्दी होती है .

सैलरी

जहां तक सैलरी की बात है तो कैंडिडेट की शुरुआती सैलरी 2 से 3 लाख के मध्य हो सकती है. जो करीब 4 से 5साल के अनुभव के बाद बढ़ जाती है. इतने एक्सपीरियंस के बाद यह सैलरी करीब 9 लाख तक भी पहुंच सकती है. इसमें प्रमोशन भी अच्छे मिलते हैं .

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स्टॉक ब्रोकर दो तरह के होते हैं

फुल सर्विस स्टॉक ब्रोकर- यह ब्रोकर क्लाइंट्स को शुरुआती लोगों के लिए कौन सा ब्रोकर अच्छा है शेयर खरीदने और बेचने की सलाह देते हैं. स्टॉक खरीदने के लिए मार्जिन मनी की सुविधा, मोबाइल फोन पर ट्रेडिंग सुविधा और आईपीओ में निवेश की सुविधा प्रदान की जाती है . यह फुल टाइम स्टॉक ब्रोकर हैं इसलिए इनकी कस्टमर सर्विस अच्छी मानी जाती है.

डिस्काउंट स्टॉक ब्रोकर– दूसरा होता है डिस्काउंट ब्रोकर, ये क्लाइंट से बहुत कम ब्रोकरेज में शेयर खरीदने और बेचने की सुविधा देते हैं. डिस्काउंट स्टॉक ब्रोकर अपने क्लाइंट को स्टॉक खरीदने बेचने की जानकारी और शोध की सुविधा न के बराबर देते हैं.

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एसटीपी/ईसीएन ब्रोकर के साथ ट्रेडिंग के लाभ

किसी भी निवेश में, लोग इसके संभावित और शुरुआती लोगों के लिए कौन सा ब्रोकर अच्छा है गारंटीड रिटर्न के लिए जोखिम उठाते हैं। व्यापारियों की अलग-अलग व्यापारिक रणनीतियाँ होती हैं, विभिन्न दलालों का उपयोग करते हैं और इसके अनुसार विभिन्न सेवाओं का लाभ उठाते हैं। शुरुआती लोगों के लिए, यह पता लगाने का कार्य कि कौन सा ब्रोकर उनके लिए सबसे उपयुक्त है, कठिन हो सकता है और इसमें कुछ समय लग सकता है।

वर्तमान बाजार में, 3 मुख्य प्रकार के दलाल हैं: एसटीपी, ईसीएन और मार्केट मेकर। आपके नुकसान के आधार पर उनके रिटर्न के साथ सबसे आम और दुर्भाग्य से सबसे खराब बाजार निर्माता हैं। हालांकि, अन्य दो, एसटीपी और ईसीएन दलालों ने अपने अधिक भरोसेमंद और लाभदायक दृष्टिकोण के कारण वैश्विक लोकप्रियता हासिल की है। आइए देखें कि एसटीपी/ईसीएन दलाल क्या पेशकश करते हैं और उनके साथ व्यापार करने के क्या लाभ हैं।

स्मार्टट्रेडरकेलिएलाभदायकऔरनिष्पक्षब्रोकर

अनिवार्य रूप से, एक एसटीपी / ईसीएन ब्रोकर एक ब्रोकर है जो आपको बाजार निर्माताओं के विपरीत लाभ कमाने और सबसे अधिक लाभ कमाने की अनुमति देता है, जो क्लाइंट के नुकसान से पैसा बनाने और क्लाइंट की जीत से हारने पर बनाए गए ब्रोकर मॉडल को नियोजित करते हैं।

ईसीएन दलाल इलेक्ट्रॉनिक संचार नेटवर्क या ईसीएन प्रणाली का उपयोग करते हैं जो आपके विनिर्देशों के आधार पर स्वचालित मिलान और व्यापार की अनुमति देता है। इससे ट्रेडों को अधिक सीधे निष्पादित किया जा सकता है। दूसरी ओर, एसटीपी ब्रोकर स्ट्रेट-थ्रू शुरुआती लोगों के लिए कौन सा ब्रोकर अच्छा है प्रोसेसिंग (एसटीपी) प्रणाली का उपयोग करते हैं जो लेनदेन और ट्रेडों को बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के किया जा सकता है और लेनदेन होने पर एक साथ संसाधित किया जा सकता है। इनके साथ, दोनों इस प्रक्रिया में किसी भी अतिरिक्त मैनुअल ऑपरेशन के लिए मध्यस्थ लागत और भुगतान में कटौती करने में सक्षम हैं जो किसी के मुनाफे को बढ़ाता है।

हालांकि, ब्रोकर शुरुआती लोगों के लिए कौन सा ब्रोकर अच्छा है की ओर से हितों के टकराव की कमी के कारण यह अधिक लाभ लाता है। बाजार निर्माताओं के लिए जो अपना पैसा बनाने के लिए ग्राहक के नुकसान पर निर्भर हैं, उनकी व्यापारिक रणनीति प्रतिबंधों को अनुकूलित कर सकती है और अपनी रणनीति को संशोधित कर सकती है, चाहे वह खुले तौर पर हो या नहीं, आपके लाभ को सीमित करने या प्रक्रिया में कुछ खोने के लिए। ट्रेडिंग रणनीतियाँ भी अधिक यथार्थवादी होती हैं क्योंकि वे अपने कार्यों को वर्तमान बाजार मूल्यों पर आधारित करती हैं। इसके साथ, एक व्यापारी एसटीपी / ईसीएन दलालों के साथ व्यवहार करने में अधिक आश्वस्त हो सकता है, क्योंकि आप और आपके दलाल दोनों का लाभ कमाने का एक ही लक्ष्य है क्योंकि वे अकेले अपने प्रत्यक्ष कमीशन के आधार पर अपना पैसा कमाते हैं। आपकी जीत उनकी जीत है जो बाजार निर्माताओं के काम करने के तरीके के ठीक विपरीत है।

यह आपको ट्रेडिंग में गुमनामी बनाए रखने में भी सक्षम बनाता है। आपकी जानकारी, व्यापारिक रणनीतियों, पिछले ट्रेडों, और वर्तमान और संभावित लेनदेन को सेंसर और संरक्षित करने की क्षमता आपके लाभ और बाजार में आपकी जगह सुनिश्चित करने के लिए बहुत अभिन्न है। अधिक वास्तविक समय के व्यापार के साथ, बाजार में हेरफेर लगभग असंभव है, खासकर ईसीएन दलालों के लिए।

बाजार की कीमतें और इसके समुच्चय सीधे व्यापारियों के लिए सुलभ हैं, जो अन्यथा उनके पास नहीं होते। पारदर्शिता की यह डिग्री विश्वास के स्तर को जोड़ती है जो ग्राहक अपने दलालों पर रख सकते हैं। इसके साथ ही व्यापारियों के लिए रीकोटिंग पर भी रोक है। चूंकि आपके पास वास्तविक समय की कीमतों तक सीधी पहुंच नहीं है, इसलिए मांग करना आम बात है, खासकर अस्थिर बाजार के साथ। हालाँकि, जब आप समीकरण में डेस्क डीलरों के रूप में किसी अन्य व्यक्ति को हटाते हैं, तो आप उनसे कई उद्धरण माँगने से भी बचते हैं क्योंकि यह आपके ट्रेडिंग प्रदर्शन और पोर्टफोलियो पर प्रतिकूल प्रभाव डालेगा।

दलालों के लिए भी, यह काम करने का एक बहुत ही सुविधाजनक तरीका है क्योंकि इसके संचालन में खर्चों में कटौती की जाती है, त्रुटियों को कम किया जाता है, और भविष्यवाणियां सुरक्षित और अधिक यथार्थवादी होती हैं, जिससे बाजार निर्माताओं में उतार-चढ़ाव वाले मुनाफे के विपरीत राजस्व धारा अधिक स्थिर हो जाती है। ये सभी दलालों और व्यापारियों के बीच अधिक सौहार्दपूर्ण और विश्वसनीय संबंध बनाते हैं।

CXM Direct केसाथव्यापार

इन सभी लाभों के साथ, एसटीपी/ईसीएन दलालों के पास वास्तव में उत्तोलन है। अगर आपको लगता है कि यह कार्यक्रम और दृष्टिकोण आपके लिए सबसे अच्छा काम करता है, तो CXM Direct के साथ ट्रेड करें।

CXM Direct आश्वासन देता है कि ग्राहक के मुनाफे और लक्ष्यों को सबसे कुशल तरीके से पूरा किया जाता है, आपके प्रत्यक्ष संख्या और दीर्घकालिक प्रदर्शन दोनों में कई नुकसानों को रोका जाता है। आप पहले से ही स्मार्ट ट्रेडर बने रहने के लिए हमारे साथ काम करें!

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