ऋण और निवेश

2. व्यवस्थित रूप से महत्त्वपूर्ण कोर निवेश कंपनियाँ (CICs-ND-SI) एक गैर-बैंकिंग ऋण और निवेश वित्तीय कंपनी (NBFC) है, जिसका परिसंपत्ति आकार 1000 करोड़ रुपये और उससे अधिक होता है।
ऋण और निवेश
Q. कोर निवेश कंपनियों CIC के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये:1. वे गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ NBFC हैं जो समूह की कंपनियों में इक्विटी शेयरों, वरीयता शेयरों, बॉन्ड, डिबेंचर, ऋण या ऋण में निवेश के रूप में अपनी शुद्ध संपत्ति का 902. व्यवस्थित रूप से महत्त्वपूर्ण कोर निवेश कंपनियाँ CICs ND SI एक गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी NBFC है, जिसका परिसंपत्ति आकार 1000 करोड़ रुपये और उससे अधिक होता है।उपर्युक्त कथनों में से कौन सा/से सही नहीं है/हैं?
Q. कोर निवेश कंपनियों (CIC) के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये:
पूँजी की लागत की गणना: पूँजी की लागत का भारित औसत (वेटेड अॅवरेज कॉस्ट ऑफ कॅपिटल -WACC)
हमने लघु उद्योग पर पूँजी की लागत का परिणाम और उस पर प्रभाव डालने वाले कारक देखे| अब इस लागत की गणना कैसे की जाती है ये देखतें हैं|
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किसी भी उद्योग की पूँजी संरचना में हर प्रकार के पूँजी का विशिष्ट हिस्सा (प्रतिशतसे) होता है| इस संरचना में डेट और इक्विटि पूँजी को योग्य महत्त्व देते हुए WACC (कुल पूँजी की लागत का औसत) की गणना की जाती है| WACC का उपयोग कर कंपनी ने जितनी पूँजी का निवेश किया है उस पर मिलने वाला न्यूनतम प्रतिफल पता चलता है|
विस्तार
बाजार नियामक सेबी ने सार्वजनिक निर्गम में ऋण ऋण और निवेश प्रतिभूतियां खरीदने वाले खुदरा निवेशकों के लिए यूपीआई प्रणाली ऋण और निवेश के जरिये भुगतान की सीमा बढ़ाकर पांच लाख रुपये कर दी है। अब तक यह सीमा दो ऋण और निवेश लाख थी।
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने मंगलवार को एक सर्कुलर में कहा कि एक मई, ऋण और निवेश 2022 या उसके बाद खुलने वाली ऋण प्रतिभूतियों के सार्वजनिक निर्गमों पर नया प्रावधान लागू होगा। सेबी के मौजूदा नियमों के तहत निवेशकों को यह विकल्प मिलता है कि वे ऋण और निवेश ऋण प्रतिभूतियों के निर्गम में ऋण और निवेश यूपीआई प्रणाली के जरिये दो लाख रुपये मूल्य ऋण और निवेश तक के कोष का निवेश कर सकते हैं। बदलाव ऋण और निवेश के बाद यह निवेश सीमा बढ़कर पांच लाख हो जाएगी।
नए बदलाव से प्रावधानों में आएगी एकरुपता
सेबी ने प्रतिभागियों के साथ चर्चा के आधार पर प्रावधानों में एकरूपता के लिए यूपीआई से निवेश सीमा दो लाख से बढ़ाकर 5 लाख रुपये करने का ऋण और निवेश फैसला किया है। त्वरित भुगतान की प्रणाली यूपीआई का विकास भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) ने किया है। इसकी मदद से कोई व्यक्ति दूसरे व्यक्ति के खाते में रकम का ट्रांसफर तुरंत ही कर सकता है।