Invesment क्या होता है और इन्वेस्टमेंट कैसे करे

Investment Kya Hota Hai | इन्वेस्टमेंट कितने प्रकार की होती है ?
Investment Kya Hota Hai (what is investment in hindi) :-
इन्वेस्टमेंट जिसे हम हिंदी में निवेश कहते है जिसका मतलब होता है अपने पैसो को येसी जगह पर लगाये जिससे फ्यूचर में हम अपने लगाये हुए पैसो से ज्यादा रिटर्न मिल सके और लगाये हुए पैसो पर जितने पैसे हमें मिलते है उसे अपनी इन्वेस्टमेंट का रिटर्न कहते है |
उदाहरण के तौर पर समझे तो अगर हम किसी कंपनी शेयर में 1 लाख रूपए इन्वेस्ट करते है और फ्यूचर में हमारे इन्वेस्ट किये हुए पैसो की वैल्यू बढकर 1 लाख 40 हज़ार रूपए हो जाती है तो हम कन्हेगे की हमे 1 लाख की इन्वेस्टमेंट पर 40 हज़ार का रिटर्न मिला या अगर परसेंटेज में कहे तो हमे 40% का रिटर्न मिला दोस्तों इन्वेस्टमेंट करने पर हमे मैनली चार तरीको से ही होता है |
1 > हमारी इन्वेस्टमेंट की वैल्यू या तो बड जाती है जिसे हम capital appreciation कहते है |
2 > हमारी इन्वेस्टमेंट पर इंटरेस्ट मिलता है जैसे की बैंक में FD पर मिलता है |
3 > तीसरा हमे dividends मिलते है जब हम कंपनी के शेयर्स को होल्ड करते है
4 > और चौथा हमे रेंट मिलता है जब हम रियल स्टेट में इन्वेस्टमेंट करते है
तो साधारण तौर पर हमे इन चार तरीको से अपनी इन्वेस्टमेंट पर रिटर्न मिलता है ध्यान रखे की मार्केट के और भी कई तरह के इन्वेस्टमेंट होते है लेकिन वो कंही ना कंही ये चार तरीको पर बेस्ड होते है
आखिर क्यों दुनिया के सबसे आमिर लोग इन्वेस्टमेंट करते है :
दोस्तों दुनिया की जानी मानी बुक rich dad poor dad जिनके लेखक Invesment क्या होता है और इन्वेस्टमेंट कैसे करे रोबर्ट कियोसाकी ने कहा है जो सबसे इम्पोर्टेन्ट बात ये है की अमीर लोगो को गरीब लोगो से अलग बनाती है वो ये है की आमिर लोग पैसो के लिए काम नही करते है बल्कि पैसो को अपने लिए काम करवाते है और वह पैसे का सही जगह इन्वेस्टमेंट करके सही उपयोग है.
निवेश / इन्वेस्टमेंट कितने प्रकार की होती है (how many type of investment) :
1. real state investment
2. share market investment
3. gold (commodities) investment
4. mutual fund investment
5. equity investment
1. real state investment :-
real state investment का मतलब जमीन (land) , घर , बंगला अपार्टमेंट , दुकान , commerce और non- commerce प्रोपर्टी को खरीद एवं बिक्री से है
अगर आप रियल स्टेट में निवेश करने का फायदा इसमें risk काफी कम होता है |
रियल स्टेट एक एसी चीज है जिसका उत्पाद कोई भी कंपनी नही कर सकती ये एक physical asset है |
2. share market investment :-
दोस्तों शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करना चाहते है उससे पहले आपको थोड़ी जानकारी होनी जरुरी है जैसे शेयर कैसे खरीदे और कौनसा शेयर ख़रीदे और कैसे ख़रीदे आम तौर पर शेयर में दो तरीको से इन्वेस्ट कर सकते है पहला आप खुद से ट्रेडिंग कर सकते है या फिर ऑफलाइन में किसी ब्रोकर की सहायता ले सकते है हो सकता आपसे ये ब्रोकर कुछ पैसे चार्ज करे उससे अच्छा है आप अपनी नालेज के हिसाब से इन्वेस्ट करे |
3. gold (commodities) investment :-
गोल्ड में इन्वेस्ट करना सबसे अच्छी इन्वेस्टमेंट मानी जाती है क्योकि सोने का प्राइस हर साल बड़ते ही जा रहा है आप इसे शेयर मार्केट के गोल्ड शेयर में इन्वेस्ट कर सकते है या फिर दुकान से सोना खरीद कर अपने पास रख सकते है जैसे ही सोने का प्राइस बढता है और अपनी आवस्यकता के अनुसार इसे बेच भी सकते है |
4. mutual fund investment :-
म्यूच्यूअल फण्ड बहुत सारे लोगो के पैसो से बना एक म्यूच्यूअल फण्ड होता है जहा एक नालेज होल्डर फण्ड मेनेजर अपोइन्ट किया जाता है जो ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए और नुकसान से बचने के लिए फण्ड के पैसो को अपने पूरी टीम के साथ रिसर्च करके एक जगह इन्वेस्ट ना करके कई जगह थोडा थोडा इन्वेस्ट करना होता है और म्यूच्यूअल फण्ड में profit average अच्छा निकल जाता है और इसमें सबसे कम रिस्क होता है अगर आप शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने की सोच रहे हो तो म्यूच्यूअल फण्ड से ही इन्वेस्ट करे |
5. equity investment :-
दोस्तों इक्विटी फण्ड में इन्वेस्ट करना चाहते है तो इसे अच्छे से समझना चाहिए तभी आप इसमें इन्वेस्ट करे इक्विटी फण्ड में कंपनियों के मार्केट कैपिटलाइजेशन के अनुसार इन्वेस्टमेंट किया जाता है इसमें अधिकांस लोग कम समय में अधिक रिटर्न कमाने के लिए इन्वेस्ट करते है
निवेश / Invesment क्या होता है और इन्वेस्टमेंट कैसे करे इन्वेस्टमेंट का महत्त्व (importance of investment) :-
दोस्तों कहते है आपकी आज की बचत ये कल की कमाई है, महगाई का ज़माना है अगर आप आज से अपनी कमाई का कुछ हिस्सा नहीं बचायेंगे तो कल को कोई भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है इसलिए अपने कमाई का कुछ हिस्सा सेव करके रखिये जिससे आगे की लाइफ सेफ रहे |
आज बड़े बड़े लोग investment से ही बड़े बने है अब आपके मन में ये सवाल जरुर आ रहा होगा की investment कहा करना चाहिए तो निचे हमने इस विषय में आपको बताया है की इन्वेस्ट कहा करना है |
निवेश / इन्वेस्टमेंट कहा करे (where to investment) :-
दोस्तों इन्वेस्टमेंट आपको सही जगह पर करना चाहिए आप जिस भी बिजनेस या शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट करते है आप उसकी फ्यूचर वैल्यू जरुर देखनी चाहिए और जिस जगह पर इन्वेस्टमेंट कर रहे है उसकी नालेज होनी चाहिए अगर आप शेयर में इन्वेस्टमेंट करना चाहते है तो आप सुरुआत में mutual fund से अपनी इन्वेस्टमेंट सुरु कर सकते है क्योकि शेयर मार्केट का चक्रव्युव सुरुआत में समझ नहीं आता है जैसे जैसे आपकी नालेज बढती है आप स्टॉक में इन्वेस्टमेंट कर सकते है इसके साथ साथ और भी जगहों पर इन्वेस्टमेंट कर सकते है जैसे की हमने आपको निचे पांच पॉइंट बताये है |
1 . mutual fund investment :-
2 . equity investment :-
3 . business investment :-
4 . real state investment :-
5 . fixed deposit investment :-
निवेश / इन्वेस्टमेंट के फायदे (benefit of investment) :-
अगर आपने सही जगह इन्वेस्ट किया है और लम्बे समय के लिए किया है आगे चलकर आपको एक अच्छा मुनाफा दे सकता है |
रिटायरमेंट के समय एक अच्छी बचत और उसका बेहतरीन रिटर्न के लिए अच्छी जगह इन्वेस्ट जरुरी है |
अगर आप म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करते है तो आपको कंपाउंडिंग का फायदा मिलता है |
जब कभी भी आर्थिक मंदी आती है उस समय आपकी इन्वेस्टमेंट आपका एक asset होता है तभी आपकी इन्वेस्टमेंट की अहमियत समझ में आती है |
निवेश / इन्वेस्टमेंट कितना करे (how much to investment) :-
आप कितना इन्वेस्ट करते है ये आप की आर्थिक स्थिति पर निर्भर करता है अगर अपनी आय का कम से कम 10% हिस्सा भी इन्वेस्ट करते है तो एक अच्छी इन्वेस्टमेंट मानी जाएगी आप चाहे कंही भी इन्वेस्टमेंट करते है आपकी आगे की लाइफ उतनी ही सुरक्षित रहने वाली है तो कोशिश करे सुरुआत में थोडा थोडा इन्वेस्ट करना सुरु करे जब एक समय बाद आपके पास पैसा और नालेज हो जाएगी तब आप एक बड़ी इन्वेस्टमेंट कर सकते है |
निष्कर्स (conclusion) :-
दोस्तों अब तक आप समझ गए होंगे की इन्वेस्टमेंट क्या होता है और इन्वेस्टमेंट कहा करना चाहिए अगर एक अच्छा return चाहिए आपको इन्वेस्टमेंट को अच्छे से समझना चाहिए उम्मीद करता हु आपको थोड़ी बहुत नालेज सिखने मिली होगी |
वर्ष 2022 में उच्च रिटर्न देने वाले भारत में शीर्ष 10 सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट प्लान
उच्च रिटर्न प्राप्त करने के लिए सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट विकल्प
उच्च रिटर्न प्राप्त करने के लिए सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट विकल्प
निवेश भारत में संपत्ति बनाने का एक महत्वपूर्ण तरीका है. यह महंगाई को हराने, फाइनेंशियल लक्ष्यों को पूरा करने और अपने आर्थिक भविष्य को स्थिर बनाने में मदद करता है. अपने बैंक अकाउंट में पैसे को रखने की बजाय, आप स्टॉक्स, शेयर्स, म्यूचुअल फंड और फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे विभिन्न विकल्पों में इन्वेस्ट कर सकते हैं.
यह आपको फाइनेंशियल लक्ष्यों को प्राप्त करने और भारत के टॉप इन्वेस्टमेंट विकल्पों में इन्वेस्ट करके सुरक्षित जीवन जीने के लिए, भविष्य के लिए फाइनेंशियल सुरक्षा बनाने में मदद कर सकता है.
मार्केट में कुछ इन्वेस्टमेंट प्लान हैं, जिनमें उच्च स्तर के जोखिम होते हैं और अन्य एसेट क्लास की तुलना में लॉन्ग-टर्म में लाभकारी रिटर्न जनरेट करने की क्षमता होती है.
कई इन्वेस्टमेंट प्लान उपलब्ध होने के कारण, सही विकल्प चुनना चुनौतीपूर्ण हो सकता है. नीचे कुछ इन्वेस्टमेंट प्लान दिए गए हैं, जो सेविंग को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं.
भारत में सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट प्लान
अगर आप सोच रहे हैं कि पैसे कहां इन्वेस्ट करें, तो यहां कुछ प्रकार के इन्वेस्टमेंट दिए गए हैं जिन्हें आप चुन सकते हैं:
स्टॉक्स
स्टॉक किसी कंपनी या इकाई के स्वामित्व में हिस्सेदारी को दर्शाते हैं. स्टॉक लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टर के लिए ज़्यादा रिटर्न प्राप्त करने के लिए सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट विकल्पों में से एक हैं. लेकिन, ये मार्केट के उतार-चढ़ाव से जुड़े होते हैं, इसलिए पूंजी की हानि का जोखिम हमेशा बना रहता है.
फिक्स्ड डिपॉजिट
जोखिम से बचने वाले इन्वेस्टर के लिए, फिक्स्ड डिपॉजिट एक आदर्श इन्वेस्टमेंट विकल्प है. एफडी आपके डिपॉजिट पर सुरक्षित रिटर्न प्रदान करती है और इस पर मार्केट के उतार-चढ़ाव का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है. उच्च-जोखिम लेने वाले इन्वेस्टर भी अपने पोर्टफोलियो को स्थिर बनाने के लिए एफडी, आरईआईटीएस और क्रिप्टो में इन्वेस्ट करने का विकल्प चुनते हैं.
म्यूचुअल फंड
म्यूचुअल फंड, फंड मैनेजर द्वारा मैनेज किए जाने वाले इन्वेस्टमेंट टूल्स हैं, जो लोगों के पैसे को संग्रह करते हैं और विभिन्न कंपनियों के स्टॉक और बॉन्ड में इन्वेस्ट करते हैं, ताकि रिटर्न मिल सके. आप शुरुआत में छोटी डिपॉजिट राशि से शुरू करके भी अच्छा-खासा रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं.
सीनियर सिटीज़न सेविंग स्कीम
रिटायर हो चुके लोगों के लिए सीनियर सिटीज़न सेविंग स्कीम एक लॉन्ग-टर्म सेविंग विकल्प है. यह उन लोगों के लिए एक आदर्श विकल्प है जो रिटायरमेंट के बाद एक स्थिर और सुरक्षित आय प्राप्त करना चाहते हैं.
पब्लिक प्रॉविडेंट फंड
पीपीएफ भारत में एक विश्वसनीय इन्वेस्टमेंट प्लान है. इन्वेस्टमेंट प्रति वर्ष मात्र रु. 500 से शुरू है और इन्वेस्ट किए गए मूलधन, अर्जित ब्याज़ और मेच्योरिटी राशि पर टैक्स से छूट दी जाती है. इसका लॉक-इन पीरियड 15 वर्षों का है, जिसमें विभिन्न पड़ावों पर आंशिक निकासी की अनुमति दी जाती है.
एनपीएस
एनपीएस, लाभदायक सरकार समर्थित इन्वेस्टमेंट विकल्पों में से एक है, जो पेंशन के विकल्प प्रदान करता है. आपके फंड बॉन्ड, सरकारी सिक्योरिटीज़, स्टॉक और अन्य इन्वेस्टमेंट विकल्पों में इन्वेस्ट किए जाते हैं. लॉक-इन अवधि इन्वेस्टर की आयु द्वारा निर्धारित की जाती है, क्योंकि जब तक इन्वेस्टर 60 वर्ष की आयु का नहीं होता, तब तक यह स्कीम मेच्योर नहीं होती है.
रियल एस्टेट
रियल एस्टेट, भारत के सबसे तेज़ी से बढ़ते सेक्टर्स में से एक है, जिसमें बेहतरीन संभावनाएं हैं. भारत के कई इन्वेस्टमेंट विकल्पों में से फ्लैट या प्लॉट खरीदना भी सर्वश्रेष्ठ विकल्प में से एक है. क्योंकि प्रॉपर्टी की दर हर छह महीने में बढ़ सकती है, इसलिए जोखिम कम होता है और रियल एस्टेट एक ऐसे एसेट के रूप में काम करता है, जो लंबे समय में उच्च रिटर्न प्रदान करता है.
गोल्ड बॉन्ड्स
सोवरेन गोल्ड बॉन्ड सरकारी सिक्योरिटीज़ हैं, जो सोने के ग्राम में मूल्यांकित किया जाता है. रिज़र्व बैंक, भारत सरकार की ओर से फिज़िकल गोल्ड रखने के विकल्प के रूप में बांड जारी करता है. इन्वेस्टर को कैश में इश्यू प्राइस का भुगतान करना होता है, और मेच्योरिटी पर बॉन्ड को कैश में रिडीम किया जा सकता है.
आरईआईटीएस
आरईआईटी, या रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट, ऐसी कंपनियां होती हैं, जो कई प्रॉपर्टी सेक्टर में, आय प्रदान करने वाले रियल एस्टेट का मालिक होती हैं या फाइनेंस करती है. इन रियल एस्टेट कंपनियों को आरईआईटी के रूप में पात्रता प्राप्त करने के लिए कई आवश्यकताओं को पूरा करना होता है. अधिकांश आरईआईटी प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेड होता है, जो इन्वेस्टर को कई लाभ प्रदान करता है.
क्रिप्टो
क्रिप्टोकरेंसी, या क्रिप्टो, करेंसी का एक रूप है, जो डिजिटल या वर्चुअल रूप से मौजूद है और ट्रांज़ैक्शन सुरक्षित करने Invesment क्या होता है और इन्वेस्टमेंट कैसे करे के लिए क्रिप्टोग्राफी का उपयोग होता है. क्रिप्टोकरेंसी के पास केंद्र द्वारा जारी होने या विनियमित किए जाने वाला प्राधिकरण नहीं है; बल्कि ट्रांजैक्शन को रिकॉर्ड करने और नई यूनिट जारी करने के लिए डिसेंट्रलाइज़्ड सिस्टम का उपयोग किया जाता है.
आपको अपने पैसे कहां इन्वेस्ट करने चाहिए?
अपनी जोखिम क्षमता के आधार पर, आप या तो मार्केट-लिंक्ड या मार्केट से अप्रभावित रहने वाले इंस्ट्रूमेंट में इन्वेस्ट करने का विकल्प चुन सकते हैं. मार्केट से जुड़े इन्वेस्टमेंट में अधिक रिटर्न मिलते हैं, लेकिन ये हमेशा सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट प्लान नहीं होते क्योंकि इनमें पूंजी खोने का जोखिम रहता है. तुलना में, फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे इन्वेस्टमेंट टूल, फंड की अधिक सुरक्षा प्रदान करते हैं. बजाज फाइनेंस एक ऐसा फाइनेंसर है जो उच्च एफडी दरों और फंड की सुरक्षा का दोहरा लाभ प्रदान करता है.
जोखिम उठाने की क्षमता Invesment क्या होता है और इन्वेस्टमेंट कैसे करे आपके इन्वेस्टमेंट के विकल्पों को किस तरह प्रभावित करती है
अधिकांश इन्वेस्टमेंट विकल्पों में कुछ अस्थिरता होती है, और आमतौर पर जब जोखिम का स्तर अधिक होता है, तो इन्वेस्टमेंट पर रिटर्न भी अधिक होता है. इसलिए, अक्सर इन्वेस्टमेंट के निर्णय इन्वेस्टर्स की जोखिम क्षमता के आधार पर लिए जाते हैं.
कम जोखिम वाले इन्वेस्टमेंट: फिक्स्ड-इनकम विकल्पों में बॉन्ड, डिबेंचर, फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम, और सरकारी सेविंग स्कीम शामिल हैं.
मध्यम-जोखिम वाले इन्वेस्टमेंट: डेट फंड, बैलेंस्ड म्यूचुअल फंड, और इंडेक्स फंड इस कैटेगरी में आते हैं.
अधिक जोखिम वाले इन्वेस्टमेंट: अस्थिरता वाले इन्वेस्टमेंट में स्टॉक और इक्विटी म्यूचुअल फंड जैसे विकल्प शामिल हैं.
बजाज फाइनेंस एफडी सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट विकल्पों में से एक क्यों है
- प्रति वर्ष 7.95% तक की उच्च ब्याज़ दरें. द्वारा एफएएए और इकरा द्वारा एमएएए की उच्चतम सुरक्षा रेटिंग के साथ समय-समय पर भुगतान का विकल्प
- समय से पहले निकासी से बचने के लिए एफडी पर लोन
बजाज फाइनेंस एफडी में इन्वेस्ट करना अब पहले से भी आसान है. हमारी एंड-टू-एंड ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट प्रोसेस के साथ अपने घर के आराम से अपनी इन्वेस्टमेंट यात्रा शुरू करें.
Mutual Fund क्या है? कैसे करें निवेश की शुरुआत? कितनी होगी कमाई?
म्यूचुअल फंड का यह सबसे बड़ा फायदा है कि आप ₹500 या ₹1,000 से भी SIP की शुरुआत कर सकते हैं. म्यूचुअल फंड से आप न सिर्फ शेयर बाजार में बल्कि गोल्ड पर भी निवेश कर सकते हैं.
aajtak.in
- नई दिल्ली,
- 04 अगस्त 2022,
- (अपडेटेड 04 अगस्त 2022, 6:53 PM IST)
हम सभी ने म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) के बारे में कभी न कभी तो सुना ही होगा. लेकिन निवेश का फैसला सभी नहीं ले पाते हैं. ये भी सच है कि अधिकतर लोगों को इस बारे में पूरी जानकारी नहीं होती है. ऐसे लोग निवेश करना तो चाहते हैं, लेकिन डरते हैं कि कहीं पैसा डूब ना जाए? आज हम आपके लिए म्यूचुअल फंड से जुड़ी पूरी जानकारी लेकर आए हैं.
क्या हैं म्यूचुअल फंड?
म्यूचुअल फंड एक ऐसा फंड है, जो AMC यानी एसेट मैनेजमेंट कंपनीज ऑपरेट करती है. इन कंपनियों में कई लोग अपने पैसे निवेश करते हैं. म्यूचुअल फंड द्वारा इन पैसों को को बॉन्ड, शेयर मार्केट समेत कई जगहों पर निवेश किया जाता है.
सम्बंधित ख़बरें
Infosys, RIL, ICICI Bank ने कराई रिकवरी, छठे दिन भी फायदे में Sensex-Nifty
नई शराब नीति पर दिल्ली सरकार का यू-टर्न, फिर लगेगी दुकानों पर लंबी लाइनें?
सोने-चांदी की कीमत में बड़ी गिरावट, आज इतने रुपये हुआ सस्ता
क्रेडिट कार्ड से पेमेंट से लेकर म्यूचुअल फंड तक, आज से ये 6 बड़े बदलाव
निवेश की राह पर भारतीय, 5 महीने में 70 लाख लोग MF से जुड़े
सम्बंधित ख़बरें
आसान शब्दों में कहें तो म्यूचुअल फंड बहुत सारे लोगों के पैसे से बना एक फंड (Fund) होता है. यहां पर एक फंड मैनेंजर होता है, जो फंड को सुरक्षित तरीके से थोड़ा-थोड़ा करके अलग-अलग जगह पर निवेश करते हैं. म्यूचुअल फंड से आप न सिर्फ शेयर बाजार में बल्कि गोल्ड पर भी निवेश कर सकते हैं.
क्या है एैसेट मैनेजमेंट कंपनी(AMC)?
ऐसी कंपनियां विभिन्न निवेशकों के द्वारा जमा किए गए फंडों को विभिन्न जगहों जैसे इक्विटी, बॉन्ड, गोल्ड, आदि में निवेश करती हैं और इस निवेश से मिलने वाले रिटर्न को निवेशकों में फंड यूनिट्स के अनुसार बांट देती हैं. एक अच्छा फंड मैनेजर फंड को सही तरीके से निवेश कर उसपर ज्यादा से ज्यादा रिटर्न प्राप्त कर सकता है, जिससे निवेशक को अच्छे रिटर्न प्राप्त होंगे.
किस तरह से म्यूचुअल फंड काम करता है, ध्यान से समझते हैं?
म्यूचुअल फंड का सबसे बड़ा फायदा है कि आपको निवेश करने के लिए मोटी रकम की जरुरत नहीं है. आप केवल 500 रुपये से भी इसकी शुरुआत कर सकते हैं. मान लीजिए की आप कोई किसी कंपनी के स्टॉक में निवेश करना चाहते हैं, लेकिन उसके एक शेयर की कीमत 25000 रुपये है. लेकिन म्यूचुअल फंड के जरिये आप ऐसी कंपनियों में केवल 500 रुपये में भी निवेश कर सकते हैं. म्यूचुअल फंड तमाम निवेशकों से 500-500 रुपये जमाकर उस कंपनी में बड़ी रकम निवेश करती है.
म्यूचुअल फंड में निवेश के फायदे-
1. म्यूचुअल फंड में निवेश पर आपको यह सोचने की जरुरत नहीं होती है कि जिस कंपनी में आप निवेश कर रहे हैं, उसकी ग्रोथ क्या है, ये काम फंड मैनेजर करता है.
2. म्यूचुअल फंड का एक बड़ा फायदा होता है कि यह आपके पैसे को अलग-अलग सेक्टर और एसेट में निवेश करता है. मान कि किसी सेक्टर जैसे बैंकिंग या ऑटो सेक्टर में किसी कारणवश मंदी आ जाती है तो इससे संपूर्ण पोर्टफोलियो पर अधिक फर्क नहीं पड़ेगा, क्योंकि इस सेक्टर में थोड़ा-सा निवेश होगा, जिससे सम्पूर्ण पोर्टफोलियो पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ेगा.
3. म्यूचुअल फंड में आप 500 या 1000 रुपये से भी SIP की शुरुआत कर सकते हैं. आप यह भी तय कर सकते हैं कि कितने अंतराल पर इसमें निवेश करेंगे. यह साप्ताहिक, मासिक, तिमाही या सालाना आधार पर हो सकता है. इस प्रकार कुछ समय के बाद आप एक बड़ी रकम जुटा सकते हैं.
म्यूचुअल फंड कैसे खरीदें?
- इसके लिए आप मोबाइल एप्प, एजेंट के माध्यम या फिर ऐसेट मैनेजमेंट कंपनी की वेबसाइट पर जाकर आसानी से म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं.
-आज कई ऐसे प्लेटफार्म लॉन्च हो चुके हैं, जिनके माध्यम से आप एक जगह से कई म्यूचुअल फंड की स्कीम खरीद सकते हैं. इतना ही नहीं, आप अपनी म्यूचुअल फण्ड स्कीम की ग्रोथ, रिटर्न की तुलना एवं ट्रैकिंग भी आसानी से कर सकते हैं. ऑनलाइन निवेश ने म्यूचुअल फंड को ओर आसान बना दिया है. (नोट: म्यूचुअल फंड में निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें)
Investment Options: पैसा ही बनाकर देगा आपको जबरदस्त पैसा! बस जानिए कहां निवेश होगा ज्यादा फायदेमंद?
Investment Options: निवेश न हो तो बचत किस काम की. पैसा का ज्यादा फायदा लेने के लिए निवेश जरूरी है. इसलिए कहा जाता है- पैसा ही पैसा कमाकर देता है.
Investment Options: निवेश (Investment) और बचत (Savings) एक दूसरे पर्याय माने जाते हैं. हालांकि, होते बिल्कुल अलग है. बचत की आदत अच्छी होती है. लेकिन, निवेश न हो तो बचत किस काम की. पैसा का ज्यादा फायदा लेने के लिए निवेश जरूरी है. इसलिए कहा जाता है- पैसा ही पैसा कमाकर देता है. ये सिर्फ आपकी जरूरत पड़ने पर मदद नहीं करता. बल्कि आपके भविष्य की पूरी प्लानिंग (Future planning) तय करता है. ये तब संभव है जब आपको अपने गोल्स पता हों और निवेश की शुरुआत (How to start Investment) करने में देरी न करें. ये समझना जरूरी है कि आपकी बचत से ही निवेश का रास्ता खुलेगा.
कहां निवेश करें?
सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर कीर्तन शाह के मुताबिक, अक्सर पैसा पास होता है. लेकिन, ये नहीं पता होता कि निवेश की शुरुआत या कौन इंस्ट्रूमेंट में निवेश करें. लेकिन इसका जवाब आपकी प्लानिंग में ही छुपा है. घर या गाड़ी खरीदने जैसे लक्ष्य हों या शादी और बच्चों की पढ़ाई, सबसे पहले आपको अपने गोल्स के लिए रकम तय करनी होगी. इसके बाद तय करना होगा कि आपको कितना टाइम में ये लक्ष्य पूरे करने हैं.
- अगर लंबे वक्त के लिए निवेश करना चाहते हैं तो इक्विटी आधारित इन्वेस्टमेंट अच्छा ऑप्शन हो सकता है.
- छोटी अवधि वाले लक्ष्यों के लिए डेट (Debt Funds) या लिक्विड फंड (Liquid Funds) बेहतर हैं.
- निवेश करने से पहले बचत जरूरी है, लेकिन इससे पहले किसी आपात स्थिति के लिए हमेशा इमरजेंसी फंड (Emergency Fund) होना जरूरी है.
एक्सपर्ट की बात जरूर सुनें
एक्सपर्ट सलाह देते हैं (Investment option) कम से कम 6 महीने के खर्च के बराबर की रकम को बैक-अप फंड (Bank-up fund) के तौर पर जमा करना चाहिए. एक्सपर्ट का मानना है कि बचत और निवेश (Investment Portfolio) एक ही सिक्के के दो पहलू हैं- एक दूसरे से अलग लेकिन एक दूसरे के बिना अधूरे हैं.
Goal based Investing है जरूरी
बचत और निवेश कितनी होनी चाहिए? ये इससे तय होगा कि आपको लक्ष्यों को हासिल करने के लिए कितना रकम चाहिए (Goal based Investing).रकम में महंगाई को भी जरूर जोड़कर चलें. आप जो भी रकम जमा करना चाहते हैं उसमें महंगाई के असर का ख्याल रखना जरूरी है.
क्या है रियल रिटर्न?
रिटर्न का आकलन करते वक्त टैक्स (Tax) और महंगाई (Inflation) को भी जोड़ना चाहिए. रियल रिटर्न वो कमाई है जो टैक्स देनदारी और महंगाई दर घटाने के बाद आपके हाथ में आएगी.