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ब्रोकर तुलना

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जो स्टॉक आपके बजट में फिट न हो उसे छोड़ दें। सही समय का इंतजार करें और ऐसा स्टॉक चुनें जो आपके बजट के अनुकूल हो और आपको मुनाफा भी दे। इसके अलावा जब आपको लगे कि आप अपना शेयर बेचना चाहते हैं और आपको अच्छा रिटर्न मिल रहा है तो आपको शेयर बेच देना चाहिए।

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पश्चिम बंगाल: डीए भुगतान को लेकर सरकारी कर्मचारियों का विरोध प्रदर्शन, पुलिस से हुई झड़प

कोलकाता, 23 नवंबर (भाषा) पश्चिम बंगाल सरकार के कर्मचारियों के एक वर्ग की बुधवार को उस समय पुलिस से झड़प हो गई जब उन्होंने सरकार की ओर से महंगाई भत्ते (डीए) की किस्तों के भुगतान के मामले पर विधानसभा परिसर में घुसने का प्रयास किया।

अधिकारियों ने कहा कि पुलिस ने शहर के एस्प्लेनेड इलाके के पास जमा हुए कर्मचारियों को विधानसभा भवन में जाने से रोक दिया।

कोलकाता पुलिस ने विधानसभा भवन की ओर जाने वाली सड़क पर अवरोधक लगा दिए और कर्मचारियों ने उन्हें लांघकर विधानसभा परिसर की ओर मार्च किया, जहां सीआरपीसी की धारा 144 लागू थी।

विधानसभा का सत्र जारी होने के चलते पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोका और ऐहतियातन हिरासत में ले लिया।

अधिकारियों ने कहा कि कुछ कर्मचारियों ने जब पुलिस कर्मियों के साथ हाथापाई की, तो उनमें से कुछ को चोटें आईं

आसान भाषा में समझें क्या होते हैं सेंसेक्स और निफ्टी, इनके बीच क्या है अंतर

सेंसेक्स बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी BSE का बेंचमार्क इंडेक्स है। इसलिए इसे BSE Sensex भी कहा जाता है। बता दें कि सेंसेक्स शब्द सेंसेटिव और इंडेक्स को मिलाकर बना है। वहीं हिंदी में इसे संवेदी सूचकांक भी कहते हैं।

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। अक्सर बिजनेस की खबरें पढ़ने के दौरान कुछ शब्द बार-बार सामने आते हैं जिसमें सेंसेक्स और निफ्टी प्रमुख हैं। अखबार पढ़ने या टीवी देखने के दौरान पता चलता है कि सेंसेक्स ने इतना रिकॉर्ड स्तर छुआ या सेंसेक्स में गिरावट के चलते निवेशकों का लाखों का नुकसान हुआ, ऐसे में आम लोगों के मन में भी दिलचस्पी उठना स्वाभाविक होता है कि सेंसेक्स और निफ्टी क्या होता हैं? जिससे लोगों के नफा- नुकसान जुड़ा होता है। साथ ही, अगर शेयर बाजार में निवेश या ट्रेडिंग करने के लिए आप की सोच रहे हैं तो भी इनके बारे में जानना बहुत जरूरी है। आइए इस इस आर्टिकल के माध्यम से जानेंगे कि सेंसेक्स और निफ्टी क्या हैं?

क्या है Sensex?

सेंसेक्स बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी BSE का बेंचमार्क इंडेक्स है। इसलिए इसे BSE Sensex भी कहा जाता है। बता दें कि सेंसेक्स शब्द सेंसेटिव और इंडेक्स को मिलाकर बना है। वहीं, हिंदी में इसे संवेदी सूचकांक भी कहते हैं, इसे सबसे पहले 1986 में अपनाया गया था और यह 13 अलग-अलग सेक्टर की 30 कंपनियों के शेयरों में होने वाले उतार-चढ़ाव यानी इंडेक्स को दिखाता है। इन शेयरों में बदलाव से सेंसेक्स में उतार-चढ़ाव आता है। साथ ही, सेंसेक्स का कैलकुलेशन फ्री फ्लोट मेथड से किया जाता है।

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Nifty 50 क्या है?

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का Nifty 50 भी एक प्रमुख मार्केट इंडिकेटर है। बता दें कि, निफ्टी शब्द नेशनल और फिफ्टी को मिलाकर बना है। नाम के अनुरूप इस इंडेक्स में 14 सेक्टर की 50 भारतीय कंपनियां शामिल हैं। वहीं, इस प्रकार यह बीएसई की तुलना में अधिक डाइवर्सिफाइड होता है। बीएसई की तरह ही यह लार्ज कैप कंपनियों के मार्केट परफॉरमेंस को भी ट्रैक करता है। बता दें कि, इसे 1996 में लांच किया गया था और इसकी गणना फ्री फ्लोट मार्केट कैपिटलाइजेशन के आधार पर की जाती है।

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इतना महत्वपूर्ण क्यों हैं Nifty और Sensex

दरअसल, भारतीय शेयर बाजार में होने वाले उतार-चढ़ाव का संकेत देने वाले सिर्फ यही दो इंडेक्स नहीं हैं। इसके अलावा भी कई इंडेक्स शामिल हैं, जिनका इस्तेमाल शेयरों की चाल को समझने में किया जाता है। इनमें ज्यादातर इंडेक्स किसी खास सेक्टर या कंपनियों के किसी खास वर्गीकरण से जुड़े हुए हैं। उदाहरण के तौर पर किसी दिन के कारोबार के दौरान 12 प्रमुख बैंकों के शेयरों की एवरेज चाल का संकेत देने वाला Banking Index या सिर्फ सरकारी बैंकों के शेयरों का हाल बताने वाला PSU Bank Index या स्टील और माइनिंग सेक्टर की कंपनियों के शेयरों के चाल का संकेत देने वाला मेटल इंडेक्स या फार्मा कंपनियों के शेयरों का फार्मा इंडेक्स आदि।

बता दें कि ये सभी इंडेक्स बाजार में पैसे लगाने वाले निवेशकों या ब्रोकर या सलाहकारों के लिए बेहद जरूरी काम के होते हैं। वहीं, एक नजर में बाजार का ओवरऑल रुझान को समझना हो या किसी स्टॉक ब्रोकर तुलना का भविष्य का अंदाज़ा लगाना हो, तो उसके लिए सबसे ज्यादा सेंसेक्स और निफ्टी जैसे बेंचमार्क इंडेक्स को मार्केट सेंटीमेंट का सबसे आसान इंडिकेटर माना जाता है।

शेयर खरीदने के नियम | Share Kharidne Ke Niyam

शेयर खरीदने के नियम क्या हैं? यह सवाल हर उस व्यक्ति के मन में जरुर से आता है जो की पहली बार शेयर मार्किट में कदम रख रहा होता हैं। शेयर बाज़ार में कौन से कंपनी के शेयर खरीदें, कब खरीदें, कैसे खरीदें, और किस भाव पर खरीदें, यह कुछ ऐसे सवाल हैं जिसका जवाब हर नए और पुराने निवेशक को पता होना आवश्यक है।

पिछले 5-8 सालों में शेयर खरीदने के नियम बहुत ही आसान हो गए हैं। आज के समय में आप घर बैठे अपने कंप्यूटर या मोबाइल से ही ऑनलाइन शेयर मार्केट में निवेश कर सकते हैं।

तो चलिए जानते हैं कुछ बहुत ही जरुरी शेयर खरीदने के नियम (Share Kharidne Ke Niyam) के बारे में जोकि आपको शेयर मार्किट में बेहतर करने में सहायता कर सकते हैं।

चलिए शुरू करते हैं।

यह भी पढ़े – शेयर बाजार के नियम

शेयर खरीदने के नियम (Share Kharidne Ke Niyam)

शेयर खरीदने के नियम | Share Kharidne Ke Niyam

शेयर बाज़ार में किसी भी कंपनी के शेयर को खरीदने के लिए कुछ सिद्ध हो चुके नियम हैं जिसका पालन कर आप अपने निवेश जर्नी को और भी फायदेमंद बना सकते हैं। तो चलिए शेयर खरीदने के नियम के बारे में विस्तार से जानते हैं –

1. अपने फाइनेंशियल उद्देश्यों को ध्यान में रखें

शेयर खरीदने के नियमों में सबसे पहला नियम यह है कि शेयर खरीदने से पहले हमें अपने उद्देश्यों को ध्यान में रखना चाहिए। अर्थात सबसे पहले यह सुनिश्चित कर लें कि आप लंबी अवधि का निवेश करना चाहते हैं या छोटी अवधि का।

अंतिम शब्द

तो दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हमने शेयर खरीदने के नियम (Share Kharidne Ke Niyam), के बारे में विस्तार से जाना हैं। मैं आशा करता हूँ की आप सभी को ब्रोकर तुलना हमारा यह आर्टिकल जरुर से पसंद आया होगा।

अब यदि आपको यह लेख पसंद आया हैं और इससे कुछ भी नया सिखने को मिला हो तो इसे अपने सभी दोस्तों के साथ भी जरुर से शेयर करें।

आर्टिकल को अंत तक पढने के लिए आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद!

सुधांशु HindiQueries के संस्थापक और सह-संस्थापक हैं। वह पेशे से एक वेब डिज़ाइनर हैं और साथ ही एक उत्साही ब्लॉगर भी हैं जो हमेशा ही आपको सरल शब्दों में बेहतर जानकारी प्रदान करने के प्रयास में रहते ब्रोकर तुलना हैं।

भारत जोड़ो यात्राः कल इंदिरा जयंती पर होगा नारी शक्ति का प्रदर्शन, 90 फीसदी महिलाएं चलेंगी राहुल गांधी के साथ

फोटोः @INCIndia

नवजीवन डेस्क

दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की 105वीं जयंती के मौके पर कल 19 नवंबर को भारत जोड़ो यात्रा में 90 फीसदी महिलाएं शामिल होंगी। पार्टी के शीर्ष नेता और मुख्य प्रवक्ता जयराम रमेश ने कहा कि राजनीति और राजनीतिक कार्यालयों में महिलाओं को अधिक प्रतिनिधित्व देने का फैसला इंदिरा जी और दिवंगत प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने लिया था। तदनुसार, स्थानीय स्वशासन निकायों सहित सभी स्तरों पर महिलाओं की भागीदारी में अत्यधिक वृद्धि हुई है।

जयराम रमेश ने कहा कि कल दोनों नेताओं की 'नारी शक्ति' की भव्य दृष्टि भारत जोड़ो यात्रा में देखी जाएगी। कल शामिल होने वाले प्रतिभागियों में से 90 प्रतिशत महिलाएं होंगी। उन्होंने दोहराया कि कुछ लोगों में भारत जोड़ो यात्रा को लेकर गलत धारणाएं हैं, लेकिन महाराष्ट्र के लोगों ने इस पहल को जबरदस्त प्रतिक्रिया दी है।

पश्चिम बंगाल: डीए भुगतान को लेकर सरकारी ब्रोकर तुलना कर्मचारियों का विरोध प्रदर्शन, पुलिस से हुई झड़प

कोलकाता, 23 नवंबर (भाषा) पश्चिम बंगाल सरकार के कर्मचारियों के एक वर्ग की बुधवार को उस समय पुलिस से झड़प हो गई जब उन्होंने सरकार की ओर से महंगाई भत्ते (डीए) की किस्तों के भुगतान के मामले पर विधानसभा परिसर में घुसने का प्रयास किया।

अधिकारियों ने कहा कि पुलिस ने शहर के एस्प्लेनेड इलाके के पास जमा हुए कर्मचारियों को विधानसभा भवन में जाने से रोक दिया।

कोलकाता पुलिस ने विधानसभा भवन की ओर जाने वाली सड़क पर अवरोधक लगा दिए और कर्मचारियों ने उन्हें लांघकर विधानसभा परिसर की ओर मार्च किया, जहां सीआरपीसी की धारा 144 लागू थी।

विधानसभा का सत्र जारी होने के चलते पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोका और ऐहतियातन हिरासत में ले लिया।

अधिकारियों ने कहा कि कुछ कर्मचारियों ने जब पुलिस कर्मियों के साथ हाथापाई की, तो उनमें से कुछ को चोटें आईं

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