फॉरेक्स ट्रेडिंग मार्केट कैसे काम करती है

डे ट्रेडिंग क्या है

डे ट्रेडिंग क्या है
अगर अगर आपका शेयर बाजार से संबंधित कोई भी सवाल हो तो कमेंट बॉक्स में अवश्य पूछ सकते हैं धन्यवाद जय हिंद वंदे मातरम

इंट्रा-डे ट्रेडिंग का मतलब जलती आग पर चलना

इंटरा डे ट्रेडर के पास समय का आभाव या समय सीमित होना (What is Intrasday Trading)

intra Day Trading Strategies For Beginners in hindi

इंट्रा डे ट्रेडिंग में ट्रेडर के सामने समस्या समय की होती है क्योंकि ट्रेडर को सौदा उसी दिन खरीदकर उसी दिन बेचना होता है जैसे की अपने कोई शेयर 10 रुपए में खरीदा और एक घंटे बाद कोई ऐसी खबर आई, जिससे बाजार में मुनाफावसूली शुरू हुई और आपका शेयर नीचे की ओर लुढ़कने लगा। मान लीजिये दोपहर 1 बजे तक वो शेयर 8 रुपए तक गिर गया और मार्किट बदन होता है 3:15PM पर बंद हो जाता है इसलिए आपको वो सौदा इससे पहले-2 आपको बेचना ही पड़ेगा क्योंकि कैरी फॉरवर्ड तो आप कर नही सकते और कोई भी मार्किट हो एक बार डाउन ट्रेंड चालू हो गया तो समझो की उसके ट्रेंड में फेरबदल होना काफी मुस्किल होता है (किसी खास परिस्थिति को छोडकर) क्योंकि इस बात का किसी को पत्ता नही होता की आपका शेयर कब अपट्रेंड में ट्रेड करे। इसलिए काफी ट्रेडर इंट्रा डे में लोस बुक करते हैं और अपनी पूंजी गवां बैठते हैं।

लॉन्ग टर्म की तरह इंटरा डे में एंट्री-एक्जिट प्वाइंट रामबाण की तरह (How to Put Slop Loss Exit Point In Intraday Trading)

इंट्रा डे ट्रेडिंग करते समय दो बातों का खास खयाल रखना चाहिए- पहला- एंट्री और एक्जिट प्वाइंट निश्चित करने के बाद सौदा कीजिए। उसे बिलकुल मत बदलिए। एंट्री और एक्जिट प्वाइंट को अनुमान के आधार पर नहीं बल्कि विश्लेषण के आधार पर निश्चित डे ट्रेडिंग क्या है कीजिए। दूसरा- इंट्रा डे ट्रेडिंग करते समय हमेशा आपकी उंगली स्टॉप लॉस के बटन पर होनी चाहिए। जैसे ही आपने सौदा किया, फौरन स्टॉप लॉस सेट कर दीजिए। क्योंकि कई बार ऐसा होता है कि आपने स्टॉप लॉस लगाने में सुस्ती दिखाई और कुछ ही मिनट के अंदर बाजार ने यू टर्न ले लिया। और जितनी देर में आप चाय पीकर वापस लौटे तो पता चला कि शेयर की कीमत आपके स्टॉप लॉस से भी दो फीसदी नीचे चली गई। ऐसी सूरत बड़ी खतरनाक होती है क्योंकि मुनाफा तो दूर, आप मनचाहे स्टॉप लॉस के प्वाइंट पर भी सौदा नहीं निपटा सकते हैं।

इंट्रा-डे में जोखिम क्यों ज्यादा होता है (Why Intraday Trading is Risky)

यहां कहने का मतलब ये बिलकुल नहीं है कि इंट्रा डे ट्रेडिंग नहीं करना चाहिए। लेकिन सोते जागते हमेशा याद रखिए इंट्रा डे सबसे मुश्किल और सबसे जोखिम भरी ट्रेडिंग है। विडंबना है कि इसमें शामिल ट्रेडर्स का एक बड़ा तबका इंट्रा डे ट्रेडिंग की तकनीक और जानकारी से वंचित होता है। इंट्रा डे लुभावना दिखता है। इसलिए नौसिखिए और अनाड़ी ट्रेडर्स बिना जानकारी के इसमें कूद पड़ते हैं। वे इसे वन-डे लॉटरी की तरह समझते हैं। जब तक अक्ल खुलती है तब तक वे अपनी पूंजी का बड़ा हिस्सा गंवा चुके होते हैं। इसलिए मेरी सलाह है कि नए निवेशकों को शुरूआत में इंट्रा डे ट्रेड नहीं करना चाहिए। शुरूआत लॉन्ग टर्म से कीजिए। फिर शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग और जब आप ट्रेडिंग के उस्ताद बन जाएं तभी इंट्रा डे के मैदान में आएं।

क्यों न डे ट्रेडिंग क्या है करें नये निवेशक इंट्रा डे ट्रेडिंग? (What do or don;t when trading intraday trding)

नए निवेशकों को शुरूआत में इंट्रा-डे ट्रेड नहीं करना चाहिए। शुरूआत लॉन्ग टर्म से कीजिए। फिर शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग और जब आप ट्रेडिंग के उस्ताद बन जाएं, तभी इंट्रा-डे के मैदान में आएं। तो ट्रेडिंग में हाथ जलने की संभावना कम रहेगी। इंट्रा-डे ट्रेडिंग करते समय दो बातों का खास खयाल रखना चाहिए- पहला, एंट्री व एक्जिट प्वाइंट निश्चित करने के बाद ही सौदा कीजिए और दूसरा, ट्रेडिंग के समय हमेशा उंगली स्टॉप लॉस तय करने के लिए बटन पर हो और एक अहम महत्वपूर्ण बात कभी भी ओवर ट्रेडिंग न करे। मान लिजिय आपके पास 100 रूपये हैं और आप आपको लगता है की आप इंटर डे ट्रेडिंग कर सकते हो तो पूरी प्लानिंग के साथ करे कितने टाइम लिमिट लेना है कितने प्रतिशत स्टॉप लोस निर्धारित करना।

इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है ? समझे आसान भाषा में What is intraday trading in Hindi

इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है What is intraday trading in Hindi

इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है- दोस्तों नमस्कार आज हम बात करेंगे इंट्राडे ट्रेडिंग की अगर आप शेयर बाजार में नए हैं और निवेश करने की सोच रहे हैं तो आपने टीवी पर या कहीं सुना या पढ़ा होगा इंट्राडे ट्रेडिंग के बारे में आज हम आपको इंट्राडे ट्रेडिंग के बारे में सब कुछ बताएंगे इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे तथा नुकसान तथा इंट्राडे ट्रेडिंग में क्या क्या सावधानियां बरतनी चाहिए सब कुछ बताएंगे । इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है जैसा कि इंट्राडे ट्रेडिंग या डे ट्रेडिंग के नाम से ही पता चलता है कि जिस दिन खरीदा उसी दिन बेचना उसको हम इंट्राडे ट्रेडिंग बोलते हैं भारतीय शेयर बाजार खुलने का समय सुबह 9:15 है जबकि बंद होने का समय 3:15 है तो आप इसी समय के अंतराल पर कोई शेयर खरीदते या बेचते हैं तो वह डे ट्रेडिंग या इंट्राडे ट्रेडिंग माना जाएगा अगर किसी कारणवश आप आज खरीदे हुए शेयर आज ना बेचकर कल या दो-तीन दिन बाद बेचते हैं तो उसे डिलीवरी माना जाएगा। What is intraday trading in Hindi

इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे Benefits of intraday trading

इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे

  • इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे– इंट्राडे ट्रेडिंग की काफी फायदे भी हैं जो कि निम्न प्रकार हैं इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है
  • एक ही दिन में लाभ या हानि- अगर आप रिसर्च तथा एनालिसिस करके इंट्राडे ट्रेडिंग कर रहे हैं तो आप इसमें अवश्य लाभ उठा सकते हैं कभी-कभी शेयर एक ही दिन में 20% से 30% तक भाग जाते हैं और आप एक ही दिन में 20% से 30% तक का मुनाफा कमा सकते हैं। इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है
  • कम पैसों में अधिक शेयर खरीद सकते हैं- इंट्राडे ट्रेडिंग में यह भी एक अच्छी सुविधा है कि जिसमें आप मार्जिन मनी का उपयोग कर सकते हैं मार्जिन मनी का अर्थ होता है आपके ट्रेडिंग अकाउंट में अगर 10 हजार रुपए हैं और आपका ब्रोकर आपको 10 गुना लिमिट देता है तो 10000 ×10 = 1 लाख आप ₹10,000 पर मार्जिन यूज़ करके एक लाख तक का माल उठा सकते हैं। इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है
  • कम ब्रोकरेज देना होता है – इंट्राडे ट्रेडिंग या डे ट्रेडिंग आपको कम ब्रोकरेज देना होता है जबकि डिलीवरी में आपको ज्यादा ब्रोकरेज देना होता है। What is intraday trading in Hindi

इंट्राडे ट्रेडिंग डे ट्रेडिंग के नुकसान Loss of intraday trading day trading

  • इंट्राडे ट्रेडिंग डे ट्रेडिंग के नुकसान
  • एक ही दिन में सौदा खत्म करना होता है- इंट्राडे ट्रेडिंग का एक यह भी नुकसान है कि आप को एक ही दिन में सौदा खत्म करना होता है अगर आप ने मार्जिन का उपयोग करके ट्रेडिंग की है तो आपको मार्केट क्लोज होने के पहले अपना सौदा काटना होगा अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो आपका ब्रोकर मार्केट क्लोज होने के पहले आपका माल बेच देगा। इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है
  • डे ट्रेडिंग क्या है
  • ज्यादा रिस्क – हमने ऊपर प्रॉफिट की बात की लेकिन केवल प्रॉफिट होता तो हर कोई इंट्राडे ट्रेडिंग ही करता इंट्राडे ट्रेडिंग काफी रिस्क भरा होता है।
  • ऑपरेटरों का नियंत्रण – कुछ शेयरों पर ऑपरेटरों का नियंत्रण होता है वह कुछ शेयरों के प्राइस अपने फायदे के लिए घटा या बढ़ा देते हैं जिसमें कि नए ट्रेडर काफी नुकसान उठाते हैं। What is intraday trading in Hindi

इंट्राडे ट्रेडिंग या डे ट्रेडिंग में सावधानियां Precautions in intraday trading or day trading

इंट्राडे ट्रेडिंग या डे ट्रेडिंग में सावधानियां-

  • इंट्राडे ट्रेडिंग अगर आप बिना रिसर्च के कर रहे हैं तो यह काफी रिस्क भरा हो सकता है इसलिए पूरी रिसर्च करके ही इंट्राडे ट्रेडिंग में कूदे ।
  • कोई कॉल या एसएमएस पढ़कर फैसला ना लें । इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है
  • स्टॉप लॉस अवश्य लगाएं बिना स्टॉपलॉस के ट्रेडिंग मतलब बिना ब्रेक की गाड़ी चलाने जैसा है जिस में कभी भी एक्सीडेंट हो सकता है ।
  • किसी की बातों में आकर ट्रेड ना करें अपने विवेक तथा रिसर्च से काम ले । इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है
  • इंट्राडे ट्रेडिंग का एक अर्थ यह भी होता है ले फटाफट दे फटाफट इसलिए पूरी सावधानी बरतें । What is intraday trading in Hindi

अगर अगर आपका शेयर बाजार से संबंधित कोई भी सवाल हो तो कमेंट बॉक्स में अवश्य पूछ सकते हैं धन्यवाद जय हिंद वंदे मातरम

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कम समय में चाहते हैं मोटा मुनाफा, तो आप ट्रेडिंग ऑप्शन पर लगा सकते हैं दांव

शेयर मार्केट में ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी से मोटा मुनाफा संभव है.

शेयर मार्केट में ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी से मोटा मुनाफा संभव है.

शेयर मार्केट के संबंध में अक्सर ट्रेंडिंग और निवेश शब्द सुनने को मिलते हैं. हालांकि, दोनों माध्यमों में निवेशकों का मकस . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : June 11, 2022, 14:52 IST

नई दिल्ली . शेयर मार्केट संबंधित चर्चा होते ही अक्सर ट्रेंडिंग और निवेश शब्द सुनने को मिलते हैं. कई लोग ट्रेडिंग और निवेश में फर्क नहीं कर पाते हैं. तो आपको बता दें कि ट्रेडिंग और निवेश के बीच सबसे अहम अंतर समय अवधि का है. निवेश की तुलना में ट्रेडिंग में समय अवधि काफी कम होती है. ट्रेडिंग कई प्रकार की होतीं हैं और ट्रेडर्स स्टॉक में अपनी पॉजिशन बहुत कम समय तक रखते हैं, जबकि निवेश वे लोग करते हैं, जो स्टॉक को वर्षों तक अपने पोर्टफोलियो में रखते हैं. अगर आप कम समय में मोटा मुनाफा चाहते हैं, तो ट्रेडिंग आपके लिए बेस्ट ऑप्शन साबित हो सकती है.

सिक्योरिटीज की खरीद-बिक्री की प्रक्रिया को ट्रेडिंग कहते हैं. फाइनेंसियल मार्केट की स्थिति और जोखिम के आधार पर ट्रेडिंग की विभिन्न स्ट्रेटेजी हैं. ट्रेडर्स अपने वित्तीय लक्ष्य के हिसाब से इनका चयन करते हैं. साथ ही विभिन्न प्रकार की ट्रेडिंग से जुड़े रिस्क और लागत को भी ध्यान में रखते हैं. आइए, यहां हम उन लोकप्रिय ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी की चर्चा करते हैं, जो अधिकतर ट्रेडर अपनाते हैं.

ये भी पढ़ें- LIC के शेयर में गिरावट से सरकार चिंतित, DIPAM सचिव बोले- अस्थायी है गिरावट

इंट्राडे ट्रेडिंग

शेयर बाजार में महज 1 दिन के कारोबार में भी मोटा प्रॉफिट कमाया जा सकता है. दरअसल, बाजार में एक ही ट्रेडिंग डे पर शेयर खरीदने और बेचने को इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday trading) कहते हैं. इस स्ट्रेटेजी के तहत शेयर खरीदा तो जाता है, लेकिन उसका मकसद निवेश नहीं, बल्कि 1 दिन में ही उसमें होने वाली बढ़त से प्रॉफिट कमाना होता है. इसमें चंद मिनटों से ले कर कुछ घंटे तक में ट्रेडिंग हो जाती है. हालांकि, यह जरूरी नहीं कि इंट्रोडे ट्रेडर्स को हमेशा प्रॉफिट ही होता हो. ट्रेडर्स अपना ट्रेड शेयर मार्केट बंद होने से पहले बंद करते हैं और प्रॉफिट या लॉस उठाते हैं. इसमें तेजी से निर्णय लेना होता है.

पॉजिशनल ट्रेडिंग

पॉजिशनल ट्रेडिंग (Positional trading) स्टॉक मार्केट की एक ऐसी ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी है, जिसमें स्टॉक को लंबे समय तक होल्ड किया जाता है. इस स्ट्रेटेजी के तहत ट्रेडर्स किसी स्टॉक को कुछ महीने से लेकर कुछ साल तक के लिए खरीदते हैं. उसके बाद उस स्टॉक को बेच कर प्रॉफिट या लॉस लेते हैं. उनका मानना होता है कि इतनी अ​वधि में शेयर के दाम में अच्छी बढ़ोतरी होगी. निवेशक आमतौर पर फंडामेंटल एनालिसिस के साथ टेक्निकल ग्राउंड को ध्यान में रखकर फंडामेंटल एनालिसिस के साथ टेक्निकल को ध्यान में रखकर यह स्ट्रेटेजी अपनाते हैं.

स्विंग ट्रेडिंग

स्विंग ट्रेडिंग (Swing trading) में टाइम पीरियड इंट्राडे से अधिक होता है. कोई स्विंग ट्रेडर अपनी पॉजिशन 1 दिन से अधिक से लेकर कई हफ्तों तक होल्ड कर सकता है. बड़े टाइम फ्रेम में वोलैटिलिटी कम होने के साथ प्रॉफिट बनाने की संभावना काफी अधिक होती है. यही कारण है कि अधिकतर लोग इंट्राडे की अपेक्षा स्विंग ट्रेडिंग करना पसंद करते हैं.

टेक्निकल ट्रेडिंग

टेक्निकल ट्रेडिंग (technical trading) में निवेशक मार्केट में मूल्य परिवर्तन की भविष्यवाणी करने के लिए अपने टेक्निकल एनालिसिस ज्ञान का उपयोग करते हैं. हालांकि, इस ट्रेडिंग के लिए कोई समय-सीमा निर्धारित नहीं है. इसमें पॉजिशन 1 दिन से लेकर कई महीने तक रखा जा सकता है. शेयर मार्केट में कीमतों में उतार-चढ़ाव को निर्धारित करने के लिए अधिकतर ट्रेडर्स अपने टेक्निकल एनालिसिस स्किल का उपयोग करते हैं. टेक्निकल एनालिसिस के तहत देखा जाता है कि किसी खास समय अवधि में किसी शेयर की कीमत में कितना उतार-चढ़ाव आया. इस अवधि में इसकी ट्रेड की गई संख्या में क्या कभी कोई बड़ा उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है.

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डे ट्रेडिंग गाइड- चार दिन की गिरावट के बाद जानिए आज क्या होगा बाजार का हाल, कौन से शेयर खरीदे बेचें

शुक्रवार को लगातार चौथे सेशन में बाजार में तेज गिरावट का सिलसिला जारी रहा। शुक्रवार को एनएसई निफ्टी 139 अंक गिरकर 17,617 पर बंद हुआ जबकि बीएसई सेंसेक्स 427 अंक टूटकर 59,037 के स्तर पर बंद हुआ। बैंक.

डे ट्रेडिंग गाइड- चार दिन की गिरावट के बाद जानिए आज क्या होगा बाजार का हाल, कौन से शेयर खरीदे बेचें

शुक्रवार को लगातार चौथे सेशन में बाजार में तेज गिरावट का सिलसिला जारी रहा। शुक्रवार को एनएसई निफ्टी 139 अंक गिरकर 17,617 पर बंद हुआ जबकि बीएसई सेंसेक्स 427 अंक टूटकर 59,037 के स्तर पर बंद हुआ। बैंक निफ्टी 276 अंक और 37,574 के स्तर पर बंद हुआ। शेयर बाजार के जानकारों के मुताबिक, मौजूदा पैटर्न बाजार के निचले स्तर पर उतार-चढ़ाव के बढ़ने का संकेत दे रहा है। आम तौर पर, इस तरह की (doji) पैटर्न संरचनाओं को ऊपर या नीचे की चाल के बाद ट्रेंड रिवर्सल के लिए एक संकेत के रूप में माना जाता है। पिछले कुछ सत्रों में तेजी से गिरावट के बाद, अल्पावधि में ऊपर की ओर उछाल की संभावना की उम्मीद की जा सकती है।

आज शेयर बाजार के लिए डे ट्रेडिंग गाइड
निफ्टी के लिए दिन की ट्रेडिंग रणनीति पर एचडीएफसी सिक्योरिटीज के टेक्निकल रिसर्च एनालिस्ट डे ट्रेडिंग क्या है नागराज शेट्टी का कहना है कि निफ्टी का अल्पकालिक रुझान उच्च अस्थिरता के साथ कमजोर बना हुआ है। एनएसई निफ्टी के लिए सपोर्ट 17,600 से 17,500 के स्तर पर है। मौजूदा स्तर से ऊपर की ओर उछाल की संभावना है। बॉटम रिवर्सल की पुष्टि मौजूदा स्तर से ऊपर की ओर उछाल का संकेत दे रही है। एनएसई निफ्टी के लिए तत्काल रेजिस्टेंस 17,800 के स्तर पर रखी गई है।
निफ्टी बैंक इंडेक्स के लिए दिन में ट्रेडिंग गाइड पर 5paisa.com पर लीड रिसर्च रुचित जैन ने कहा, "बैंकिंग इंडेक्स ने पिछले हफ्ते निफ्टी की तुलना में अपेक्षाकृत बेहतर प्रदर्शन किया है और बैंक निफ्टी के व्यापक चार्ट उछाल का संकेत देते हैं। इस प्रकार, बैंकिंग स्पेस अगले चरण का नेतृत्व कर सकता है। ट्रेडर्स को इस सेक्टर के हैवीवेट पर करीब से नजर रखनी चाहिए।"

डे ट्रेडिंग स्टॉक
शेयर बाजार के जानकार च्वाइस ब्रोकिंग के डे ट्रेडिंग क्या है कार्यकारी निदेशक सुमीत बगड़िया और आईआईएफएल सिक्योरिटीज के वाईस प्रेजिडेंट अनुज गुप्ता ने खरीदारी के लिए आज इन 4 शेयरों की सिफारिश की है।

सुमीत बगड़िया के दिन के कारोबारी शेयर
एचडीएफसी बैंक-
सीएमपी पर खरीदें, लक्ष्य ₹1575, स्टॉप लॉस ₹1485
इन्फोसिस- सीएमपी पर मोमेंटम खरीदें, ₹1825 और ₹1840 का लक्ष्य, स्टॉप लॉस ₹1770

अनुज गुप्ता का आज का ट्रेडिंग स्टॉक
गोदरेज एग्रोवेट-
₹510 पर खरीदें, ₹560 का लक्ष्य रखें, स्टॉप लॉस ₹484
अशोक लीलैंड- ₹135 पर खरीदें, ₹145 का लक्ष्य रखें, स्टॉप लॉस ₹128

डिस्क्लेमर- ऊपर दिए गए विचार और सिफारिशें व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों के हैं, न की लाइव हिंदुस्तान के।

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