फॉरेक्स ट्रेडिंग मार्केट कैसे काम करती है

समर्थन मूल्य का विकल्प

समर्थन मूल्य का विकल्प
मध्यप्रदेश शासन द्वारा इस वर्ष किसानों को घर बैठे मोबाइल से वर्ष 2022-23 के लिए गेहूं उपार्जन पंजीयन की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। ये सुविधा 5 फरवरी से शुरू की जाएगी। पंजीयन की अंतिम तिथि 5 मार्च रखी गई है। गेहूं उपार्जन पंजीयन के लिए किसानों की समग्र आईडी होना अनिवार्य है। पंजीयन के लिए अन्य विकल्प भी हैं, जहां निशुल्क/सशुल्क पंजीयन कराया जा सकता है। इस संबंध में जिला आपूर्ति अधिकारी, जबलपुर नुजहत बानो ने मीडिया को बताया कि मध्यप्रदेश के किसान जो रबी सीजन के दौरान समर्थन मूल्य पर चना, सरसों, मसूर एवं गेहूं बेचना चाहते हैं, वे अपने मोबाइल या कम्प्यूटर से mpeuparjan.nic.in पोर्टल पर पंजीयन कर सकते हैं।

समर्थन मूल्य का विकल्प

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कृषि समर्थन मूल्य का विकल्प मूल्य ,समर्थन कार्यक्रम . .

कीमत की अधिकतम सीमा एक मूल्य तल : संतुलित मूल्य निर्धारण कोई विकल्प सही नहीं है।

Solution : सरकार द्वारा बाजार मूल्य में हस्तक्षेप, मूल्य तल (price floor) और .कीमत की अधिकतम सीमा के रूप में सामने आती है। कृषि मूल्य समर्थन कार्यक्रम, मूल्य तल का एक उदाहरण समर्थन मूल्य का विकल्प है। कृषि मूल्य तल के अंतर्गत, एक न्यूनतम अनुमत मूल्य जो सन्तुलन मूल्य से ऊपर निर्धारित किया जाता है, मूल्य तल कहलाता है। मूल्य तल द्वारा सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम के मूल्य को रोकती है।

सीएम ने की खरीदी की शुरुआत: धान के बाद अब समर्थन मूल्य में अरहर, मूंग व उड़द की खरीदी शुरू

प्रदेश के 20 उपार्जन केंद्रों में अरहर, मूंग और उड़द की फसल की समर्थन मूल्य में खरीदी की शुरुआत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोमवार को अपने निवास कार्यालय से ऑनलाइन की। मुख्यमंत्री ने कहा कि समर्थन मूल्य पर खरीदी से किसानों की आय बढ़ेगी। किसानों के पास अब विकल्प होगा कि उन्हें जहां ज्यादा मूल्य मिलेगा वहां वे अरहर, मूंग एवं उड़द की फसल बेच सकेंगे।

छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी विपणन संघ मर्यादित (मार्कफेड) के माध्यम से अरहर एवं उड़द की फसल न्यूनतम समर्थन मूल्य 6600 रुपए प्रति क्विंटल और मूंग की फसल 7755 रुपए प्रति क्विंटल की दर से खरीदी की जाएगी। नारायणपुर जिले में अरहर, उड़द एवं मूंग की खरीदी सहकारी विपणन संघ शांतिनगर में की जाएगी।

31 अक्टूबर तक ऐसे कराएं पंजीयन

योजना का लाभ लेने के लिए इन फसलों की बुवाई करने वाले किसान अपने क्षेत्र के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों से सेवा सहकारी समितियों में आवेदन पत्र के साथ ऋण पुस्तिका के साथ बी-1 बी-2 आधारकार्ड एवं बैंक पासबुक की छायाप्रति जमा कर kisan.cg.nic.in पोर्टल पर पंजीयन करवा सकते हैं। अंतिम तिथि 31 अक्टूबर है।

छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य पर अरहर, मूंग और उड़द की खरीद शुरू

अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज यहां अपने निवास कार्यालय से ‘ऑनलाइन’ राज्य के 20 उपार्जन केंद्रों में अरहर, मूंग और उड़द फसल की समर्थन मूल्य पर खरीद की शुरूआत की।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि समर्थन मूल्य पर खरीद से किसानों की आय बढ़ेगी। किसानों के पास अब विकल्प होगा कि उन्हें जहां ज्यादा मूल्य मिलेगा वहां वह अरहर, मूंग और उड़द की फसल बेच सकेंगे।

अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी विपणन संघ (मार्कफेड) के माध्यम से अरहर और उड़द फसल की खरीद 6,600 रूपए प्रति क्विंटल की दर से तथा मूंग फसल की खरीद 7,755 रूपए प्रति क्विंटल की दर से की जाएगी।

उन्होंने बताया कि किसानों की सुविधा को देखते हुए राज्य में 20 उपार्जन केंद्र बनाए गए हैं। इस वर्ष उड़द और मूंग का उपार्जन 17 अक्टूबर 2022 से 16 दिसम्बर 2022 तक और अरहर का उपार्जन आगामी वर्ष में 13 मार्च 2023 से 12 मई 2023 तक की अवधि में किया जाएगा।

रबी फसल के पंजीयन के लिए आवश्यक दस्तावेज

न्यूनतम समर्थन मूल्य पर रबी फसल बेचने के लिए किसानों को पहले रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसके लिए किसानों को जिन दस्तावेजों की आवश्यकता होगी, वे इस प्रकार से हैं-

  • आवेदन करने वाले किसान की समग्र आईडी जैसे- आधार कार्ड
  • किसान का निवास प्रमाण-पत्र
  • बैंक अकाउंट विवरण के लिए पासबुक की कॉपी
  • ऋण पुस्तिका
  • पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
  • पंजीकृत मोबाइल नंबर आधार कार्ड से लिंक होना अनिवार्य है।

क्या है रबी फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2022-23

केंद्र सरकार समर्थन मूल्य का विकल्प की ओर से रबी और खरीफ सीजन के लिए हर वित्तीय वर्ष में फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य तय किया जाता है और इसी एमएसपी पर सरकारी मंडियों में उपज खरीदी जाती है। केंद्र सरकार की ओर से वित्तीय समर्थन मूल्य का विकल्प वर्ष 2022-23 के रबी सीजन के लिए जो फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य तय किया गया है वे इस प्रकार से है-

  • गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2015 रुपए प्रति क्विंटल
  • जौ का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1635 रुपए प्रति क्विंटल
  • चना का न्यूनतम समर्थन मूल्य 5230 रुपए प्रति क्विंटल
  • दाल (मसूर) का न्यूनतम समर्थन मूल्य 5500 रुपए प्रति क्विंटल
  • कैनोला और सरसों का न्यूनतम समर्थन मूल्य 5050 रुपए प्रति क्विंटल
  • कुसुम के फूल का न्यूनतम समर्थन मूल्य 5441 रुपए प्रति क्विंटल है।

समर्थन मूल्य का विकल्प

छत्तीसगढ़ -उपार्जन केंद्रों में अरहर, मूंग एवं उड़द की फसल की समर्थन मूल्य में खरीद की शुरूआत

रायपुर, समर्थन मूल्य का विकल्प 17 अक्टूबर (हि.स.)।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोमवार को अपने निवास कार्यालय से वर्चुअली प्रदेश के 20 उपार्जन केंद्रों में अरहर, मूंग एवं उड़द की फसल की समर्थन मूल्य में खरीद की शुरूआत की।इससे किसानों की आय बढ़ेगी। किसानों के पास अब विकल्प होगा कि उन्हें जहां ज्यादा मूल्य मिलेगा वहां वे अरहर, मूंग एवं उड़द की फसल बेच सकेंगे।

छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी विपणन संघ मर्यादित (मार्कफेड) के माध्यम से अरहर एवं उड़द की फसल न्यूनतम समर्थन मूल्य 6600 रुपये प्रति क्विंटल और मूंग फसल की फसल 7755 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीद की जायेगी।

किसानों की सुविधा को देखते हुए राज्य में 20 उपार्जन केंद्र बनाए गए हैं। इस वर्ष उड़द और मूंग का उपार्जन 17 अक्टूबर 2022 से 16 दिसम्बर 2022 तक और अरहर का उपार्जन आगामी वर्ष में 13 मार्च 2023 से 12 मई 2023 तक की अवधि में किया जाएगा। इस योजना के अंतर्गत शासन द्वारा पंजीकृत किसानों से अरहर 4 क्विंटल., मूंग 2 क्विंटल. एवं उड़द 3 क्विंटल. प्रति एकड़ की दर से समर्थन मूल्य में खरीदी की जाएगी।

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