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क्या हर निवेश में पैसा बनता है

क्या हर निवेश में पैसा बनता है
Mutual Fund SIP: हर महीने बचाएंगे महज 1,500 तो इतने साल में हो जाएंगे 50 लाख रुपये

हर महीने सिर्फ 900 रुपए के निवेश से करोड़पति बनने का सपना पूरा हो सकता है, जानिए कहां करें निवेश

ऐसे इन्वेस्टमेंट का सबसे अच्छा उदाररण वारेन बफे (Warren Buffett) हैं जिन्होंने सिर्फ 11 साल की उम्र में ही शेयर मार्केट में निवेश करना शुरू कर दिया था

How to become Crorepati: करोड़पति बनना आसान नहीं लेकिन इसका कोई शॉर्टकट भी नहीं है। अगर आप तरीके और सिस्टमेटिक तरीके से पैसा निवेश करते हैं, तो जरूर करोड़पति बन सकते हैं। अगर आप रोजाना कुछ पैसा बचाकर सही निवेश के विकल्प में इन्वेस्ट करते हैं तो कुछ सालों में करोड़पति बन सकते हैं। यहां ऐसे ही सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट (Systematic investment) के बारे बता रहे हैं।

ऐसे इन्वेस्टमेंट का सबसे अच्छा उदाररण वॉरेन बफे (Warren Buffett) हैं जिन्होंने सिर्फ 11 साल की उम्र में ही शेयर मार्केट में निवेश करना शुरू कर दिया था। अब वह दुनिया के सबसे अमीर लोगों की गिनती में शामिल है। आइए जानते हैं आपको कैसे करना होगा निवेश

रोजाना 30 रुपये बचाकर बन सकते हैं करोड़पति

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अगर आप 20 साल की उम्र से रोजाना 30 रुपये बचाकर 60 साल की उम्र तक निवेश करते हैं, तो आप करोड़पति (crorepati kaise bane) बन जाएंगे। रोजाना 30 रुपये बचाने से आप पूरे महीने 900 रुपये जोड़ पाएंगे। अब इन 900 रुपये को हर क्या हर निवेश में पैसा बनता है महीने हर महीने SIP (Systematic Investment Plan) में इन्वेस्ट करना होगा। मतलब आपक 40 साल तक हर महीने 900 रुपये निवेश करेंगे और आपको औसत 12.5 फीसदी की दर से रिटर्न मिलता है, तो आप तो करोडपति बन जाएंगे। अगर आपकी उम्र ज्यादा है तो आपको ज्यादा पैसा SIP में लगाना होगा, ताकि बड़ा फंड बन सके।

RD में भी कर सकते हैं निवेश

हर महीने 5500 रुपए की RD में जमा करके करोड़ रुपये का फंड बना सकते हैं। अगर आपको आरडी में 9 फीसदी की दर से ब्या मिलता है तो 30 साल में करोड़पति बन जाएंगे। अगर आप ज्यादा पैसा जमा करते हैं जल्दी बड़ी फंड खड़ा कर पाएंगे। 25 साल में करोड़पति बनने के लिए हर महीना 9,000 रुपये निवेश करने होंगे। 20 साल में बनने के लिए 15,000 रुपये महीना निवेश करना होगा।

डिविडेंड रिइन्वेस्टमेंट प्लान भी है अच्छा ऑप्शन

अगर आपको 40 साल बहुत ज्यादा लग रहे हैं तो आप म्यूचुअल फंड में डिविडेंड रिइन्वेस्टमेंट प्लान (DRIP) में इन्वेस्ट कर सकते हैं। इसमें आपको 12 से 15 फीसदी का रिटर्न मिल सकता है।

निवेश कर अमीर बनने के ये हैं 10 बेहतरीन विकल्प

सचाई यह है कि कम जोखिम के साथ बेहतरीन रिटर्न नहीं कमाया जा सकता. वास्तव में जहां रिटर्न अधिक होगा, वहां जोखिम भी अधिक होगा.

निवेश कर अमीर बनने के ये हैं 10 बेहतरीन विकल्प

निवेश के किसी विकल्प को चुनते वक्त आपको जोखिम उठाने की अपनी क्षमता के बारे में जानना-समझना जरूरी है. कुछ निवेश ऐसे हैं जिनमें लंबी अवधि में अधिक जोखिम के साथ अधिक रिटर्न का मौका मिलता है.

निवेश के वास्तव में दो तरीके हैं-वित्तीय और गैर वित्तीय निवेश विकल्प.

इसे भी पढ़ें: कैसे ट्रांसफर करें PPF अकाउंट?

वित्तीय प्रोडक्ट में आप शेयर बाजार से संबद्ध विकल्प (शेयर, म्यूचुअल फंड) चुन सकते हैं या फिक्स्ड इनकम (PPF, बैंक FD आदि) के विकल्प चुन सकते हैं. गैर वित्तीय निवेश विकल्प में सोना, रियल एस्टेट आदि आते हैं. ज्यादातर भारतीय निवेश अब तक निवेश के इसी गैर वित्तीय निवेश विकल्प का प्रयोग करते रहे हैं.

हम आपको यहां बता रहे हैं निवेश के शीर्ष 10 विकल्प:

शेयरों में निवेश
हर किसी के लिए शेयरों में सीधे निवेश करना आसान नहीं है. इसमें रिटर्न की कोई गारंटी भी नहीं है. सही शेयरों का चुनाव मुश्किल काम है, इसके साथ ही शेयर की सही समय पर खरीदारी और सटीक वक्त पर निकलना महत्वपूर्ण है. निवेश के क्या हर निवेश में पैसा बनता है अन्य विकल्पों की तुलना में शेयर में लंबी अवधि में रिटर्न देने की क्षमता सबसे अधिक होती है.

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इक्विटी म्यूचुअल फंड
म्यूचुअल फंड की यह कैटेगरी शेयरों में निवेश से ही रिटर्न कमाती है. सेबी के क्या हर निवेश में पैसा बनता है निर्देश के मुताबिक जो म्यूचुअल फंड स्कीम अपने फंड का 65% शेयरों में निवेश करती है, वह इक्विटी म्यूचुअल फंड कहलाती है. इसमें एक फंड मैनेजर होता है जो पर्याप्त रिसर्च के बाद निवेश के लायक शेयर चुनता है और उसमें निवेश करता है.

इक्विटी स्कीम बाजार पूंजीकरण या सेक्टर के हिसाब से अलग हो सकती हैं. इस समय इक्विटी म्यूचुअल फंड का एक, तीन या पांच साल का रिटर्न 15फीसदी सालाना के हिसाब से रहा है.

डेट म्यूचुअल फंड
म्यूचुअल फंड की यह कैटेगरी उन निवेशकों के लिए सही है जो निवेश से गारंटीड रिटर्न कमाना चाहते हैं. ये म्यूचुअल फंड कॉरपोरेट बांड्स, सरकारी सिक्योरिटीज, ट्रेजरी बिल्स, कमर्शियल पेपर आदि में निवेश से रिटर्न कमाती है. इस समय डेट म्यूचुअल फंड का एक, तीन या पांच साल का रिटर्न 6.5, 8 और 7.5 फीसदी सालाना के हिसाब से रहा है.

नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS)
नेशनल पेंशन सिस्टम (nps) का प्रदर्शन पिछले कुछ सालों में अच्छा रहा है. बहुत कम फीस स्ट्रक्चर भी इसे निवेश का आकर्षक विकल्प बनाता है. बाजार से जुड़े उत्पादों में देश में यह सबसे कम खर्च वाला प्रोडक्ट है. निकासी संबंधी नियमों में बदलाव और अतिरिक्त टैक्स-छूट की वजह से भी यह निवेशक की पसंद में शामिल हो गया है.

एनपीएस बच्चों की शिक्षा, शादी, घर बनाने या किसी मेडिकल इमरजेंसी की स्थिति में आंशिक निकासी की सुविधा देता है. इसमें हालांकि रिटायरमेंट के बाद भी आपको निवेश में बने रहना जरूरी होता है. यह वास्तव में शेयर, FD, कॉरपोरेट बांड, लिक्विड फंड और सरकारी निवेश विकल्प का मिला जुला रूप है.

इस समय NPS का एक, तीन या पांच साल का रिटर्न 9.5, 8.5 और 11 फीसदी सालाना के हिसाब से रहा है.

पीपीएफ
देश में निवेशकों के बीच पीपीएफ सर्वाधिक लोकप्रिय बचत योजनाओं में से एक है. इनकम टैक्स कानून के सेक्शन 80C के तहत किसी एक वित्त वर्ष में आप पीपीएफ में 1.5 लाख रुपये के निवेश पर टैक्स छूट प्राप्त कर सकते हैं.

निवेश के इस विकल्प की सबसे अच्छी बात यह है कि यह आपको EEE (निवेश के वक्त करमुक्त, ब्याज पर करमुक्त, निवेश भुनाने पर करमुक्त) का लाभ देता है.
निवेश के इस विकल्प में सरकारी गारंटी इसकी लोकप्रियता को और बढ़ा देती है.

बैंक FD
बैंक या पोस्ट ऑफिस में कराई जाने वाली टैक्स सेविंग FD से आप निवेश के वक्त सेक्शन 80C के तहत टैक्स बचा सकते हैं. यह निवेश का सुरक्षित और गारंटीड रिटर्न वाला विकल्प है. इस पर मिलने वाले ब्याज पर आपको इनकम टैक्स स्लैब के हिसाब से टैक्स चुकाना पड़ता है.

डिपाजिट इंश्योरेंस एवं क्रेडिट गारंटी कॉर्पोरेशन के हिसाब से आपकी एक लाख रुपये तक की जमा रकम बीमित है.

सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS)
पोस्ट ऑफिस की तरफ से बेस्टसेलर के रूप में यह स्कीम रिटायर्ड लोगों के लिए निवेश का पसंदीदा स्रोत है. यह सेवानिवृत लोगों के लिए आय का नियमित स्रोत भी है. इस स्कीम की अवधि पांच साल है जिसे तीन साल के लिए और बढ़ाया जा सकता है.

इसमें हालांकि प्रति व्यक्ति 15 लाख रुपये की अधिकतम निवेश सीमा है. यह 60 साल से अधिक उम्र के निवेशकों के लिए ही खुली है, हालांकि सेना से रिटायर मेंट लेने वाले लोगों के लिए उम्र की कोई सीमा नहीं है.

विशेषज्ञों का मानना है कि जीवन भर की बचत को पार्क करने और उस पर कमाई के हिसाब से यह स्कीम बेहतरीन है. यह सेवानिवृत लोगों की जरूरत के हिसाब से बनाया गया है.

रिजर्व बैंक के टैक्सेबल बांड्स
पहले इस स्कीम में आठ फीसदी सालाना का ब्याज मिलता था जिसे सरकार ने बदल कर अब 7.75 फीसदी ब्याज वाला विकल्प बना दिया है. इस बांड में पांच साल के लिए निवेश किया जा सकता है.

रियल एस्टेट
खुद के रहने के हिसाब से घर खरीदना अब क्या हर निवेश में पैसा बनता है निवेश के लिहाज से भी आकर्षक विकल्प बनकर उभरा है. अगर आपको रहने की जरूरत नहीं है तो आप निवेश के हिसाब से भी दूसरा घर खरीद सकते हैं. निवेश के इस विकल्प में आपको सिर्फ प्रॉपर्टी की लोकेशन और वहां मौजूद सुविधाओं का ध्यान रखने की जरूरत है.

इसमें निवेश से आप पूंजी में इजाफा और किराये से आमदनी, दो तरीके से रिटर्न कमा सकते हैं.

सोना
निवेश का यह विकल्प सदियों से भारतीयों की पसंद में शामिल है, पहनने के लिए खरीदी जाने वाली ज्वेलरी से लेकर निवेश के रूप में खरीदे गए सिक्के और बार तक, सोना बिना किसी संदेह के भारतीयों की पसंद में सबसे ऊपर है. अब आप पेपर गोल्ड के रूप में भी सोने में निवेश कर सकते हैं.

गोल्ड ETF में निवेश करना और भुनाना दोनों ही शेयर बाजार के जरिये होता है.

आप क्या करें
निवेश के कुछ विकल्प शेयर बाजार से संबद्ध हैं तो कुछ निश्चित ब्याज वाले हैं. आप जोखिम लेने की अपनी क्षमता के हिसाब से ही रिटर्न की उम्मीद रखें.

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क्या होता है निवेश और आपके लिए क्यों है ये इतना जरूरी?

अपनी कमाई से हुई आय को किसी ऐसे एसेट या विकल्प में लगाने की प्रक्रिया जिसमें उस खास एसेट या विकल्प की अपनी खुद की विशेषताओं की मदद से समय के साथ आपके पैसों में बढ़त दर्ज होने की उम्मीद हो निवेश कहलाती है।

नई दिल्ली, ब्रांड डेस्क। लगभग हर दिन आपके पास ऐसे फोन कॉल्स आते होंगे जिसमें कोई आपको ऐसी योजनाओं में पैसा लगाने की सलाह देता है जहां आने वाले समय में आपको अच्छा फायदा हो सकता है। वहीं स्टॉक मार्केट में कमाई और नुकसान की बहस का कई बार आप भी हिस्सा बन चुके होंगे। इन सभी मौकों पर आप एक शब्द से बार बार गुजरते होंगे वो है निवेश या investment। खास बात है कि लोगों की जिंदगी में इतना आम होने के बाद भी इस जादुई शब्द की वास्तविक समझ बहुत कम लोगों के पास ही होती है। आप ही नहीं हर दिन दुनिया भर की सरकारें, बैंक और अरबपति इस शब्द से उलझते हैं, क्योंकि ये सभी जानते हैं कि किसी का भी भविष्य इस बात पर निर्भर करता है कि वर्तमान में उसने निवेश को लेकर कितनी गंभीरता दिखाई है।

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क्या होता है निवेश?

मान लीजिये कि आप नौकरी करते हैं और आपका खाता स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में है और साथ ही आपने सोने के कुछ गहने खरीदे हैं। अब आप बताएं कि क्या ऐसा होता है कि आप अपनी शिफ्ट पूरी कर कुछ देर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में जाकर काम करते हैं क्योंकि आपको उम्मीद है कि इससे आपके खाते में रखी रकम कुछ और बढ़ जाएगी और क्या आप इसके बाद किसी ज्वैलर के साथ काम करने चले जाते हैं जिससे आपका सोना थोड़ा और कीमती हो जाए। नहीं ऐसा नहीं होता.. आप अपना काम खत्म कर घर जाते हैं और आराम करते हैं, और जिस समय आप घर में आराम कर रहे होते हैं उस समय भी आप स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में जमा आपने पैसों पर थोड़ा या बहुत ब्याज कमा रहे होते हैं और साथ ही आपके लॉकर में रखे सोने की कीमतों में भी बदलाव हो रहा होता है। और ये सब तब होता है जब शायद आप कुछ नहीं कर रहे होते। यही होता है निवेश। यानि अपनी कमाई से हुई आय को किसी ऐसे एसेट या विकल्प में लगाने की प्रक्रिया, जिसमें उस खास एसेट या विकल्प की अपनी खुद की विशेषताओं की मदद से समय के साथ आपके पैसों में बढ़त दर्ज होने की उम्मीद हो निवेश कहलाती है। आसान शब्दों में निवेश वो तरीका होता है जिसमें आप अपनी रकम पर सही समय पर किए गए फैसले के आधार पर बिना श्रम के अतिरिक्त पैसा पाने के हकदार बनते हैं।

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निवेश क्यों जरूरी होता है?

चलिए आपसे हम दो सवाल पूछते हैं. पहला क्या भविष्य में आपके खर्चे बढेंगे. यकीनन लगभग सभी इसका जवाब हां में देंगे. अगर महंगाई बढ़ेगी या फिर परिवार बढ़ेगा तो खर्च भी बढ़ेगा। अब दूसरा सवाल क्या भविष्य में आपके खर्चों के हिसाब से आपकी कमाई या आय भी बढेगी. इसका जवाब शायद ही किसी के पास होगा। महामारी, आर्थिक मंदी, महंगाई में तेज उछाल, बढ़ती उम्र कई फैक्टर हैं जिसकी वजह से आय को लेकर अनिश्चितता बनी रहती है। यही वजह है कि आने वाले समय में अपने खर्च को पूरा करने, अपने लक्ष्य को पाने यहां तक कि अपने सपनों के लिए भी आपको आय के ऐसे स्रोत की आवश्यकता होती है, जो अपने बल पर आपको आर्थिक रूप से मजबूत बना सकें। सही समय पर पैसों को ऐसे ऐसेट्स या विकल्पों में लगाना जो अपने बल पर खुद ही आपको पैसों को बढ़ाते रहें,बेहतर भविष्य को सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाते हैं। सबसे बड़ी बात, ये उस समय भी काम करते रहते हैं जब आप अपना काम छोड़ने की स्थिति में आ जाते हैं जैसे रिटायरमेंट आदि।

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क्या हर निवेश में पैसा बनता है?

ध्यान देने की बात ये है कि निवेश अतिरिक्त आय की उम्मीद में किया जाता है. लेकिन वास्तविकता में आपको नुकसान भी हो सकता है। दरअसल निवेश बेहद सोच समझ कर की जाने वाली प्रक्रिया है। जिसे बेहद गंभीरता से लिया जाना चाहिए. सही समय पर सही जगह लगाई गई मामूली रकम आपको बेहद ऊंचा रिटर्न दे सकती है। हालांकि गलत फैसले आपकी पूरी पूंजी भी डुबा सकते हैं। 5paisa निवेशकों को वो सभी जरूरी जानकारियां उपलब्ध कराता है जिससे वो निवेश से जुड़ा सही फैसला क्या हर निवेश में पैसा बनता है ले सकें और अपनी कमाई को समय के साथ और आगे बढ़ता हुआ देख सकें।

Mutual Fund SIP: हर महीने बचाएंगे महज 1,500 तो इतने साल में हो जाएंगे 50 लाख रुपये

कहते हैं बूंद-बूंद से घड़ा भरता है। यह कहावत पैसे बचाने (Saving) के क्षेत्र में भी अक्षरस: लागू होता है। यह भी बात सही है कि पैसा हर कोई बचाना चाहता है। कोई बुढ़ापे के लिए तो कोई बच्चों की पढ़ाई और शादी के लिए। यदि आप ढंग से निवेश करेंगे और हर महीने छोटी रकम भी निवेश (Saving of money) करेंगे तो आप एक निश्चित अवधि के बाद लाखों रुपये का कोर्पस बना सकते हैं।

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Mutual Fund SIP: हर महीने बचाएंगे महज 1,500 तो इतने साल में हो जाएंगे 50 लाख रुपये

कहां करना होगा निवेश?

अगर आप ज्यादा रिटर्न चाहिए तो आपके लिए सिस्टमेटिक इंवेस्टमेंट प्लान (SIP) अच्छा ऑप्शन है। आप एसआईपी के माध्यम से कुछ सालों में अच्छा रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए आप कम से कम 500 रुपये का निवेश भी रह महीने कर सकते हैं। फ्रेंकलिन टेपलटन ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर दिए गए सिप कैलकुलेटर के अनुसार, अगर आप हर महीने 1000 रुपये निवेश करते हैं तो आप 20 साल में 20 लाख रुपये तक कमा सकते हैं। यह गणना औसतन 12 फीसदी के वार्षिक ब्याज पर की गई है।

सिप में हर महीने 500 रुपये बचा कर भी बना सकते हैं लाखों

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निवेश सलाहकार कहते हैं कि कोई जरूरी नहीं है कि बड़ी रकम से ही निवेश की शुरूआत की जाए। यदि आप चाहते हैं तो 100 रुपये से भी निवेश कर सकते हैं। लेकिन यदि सिप के जरिए निवेश करना चाहते हैं तो 500 रुपये का तो निवेश करना ही होगा। यदि आपने नियमित रूप से हर महीने इतना निवेश किया तो 20 साल में यह रकम 5 लाख रुपये के करीब हो जाएगा। यदि आप हर महीने इतनी राशि का ही निवेश करते रहे तो 30 साल में यह 17.64 लाख रुपये तक पहुंच जाएगा।

बनाना है 50 लाख रुपये का कोर्पस तो

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यदि आपको 50 लाख रुपये का कोर्पस बनाना है तो उसके लिए कुछ ज्यादा रकम का निवेश करना होगा। यदि आप हर महीने 1500 रुपय सिप में जमा करना शुरू कर दें तो इस बात में कोई शक नहीं है कि अगले 30 साल में आपके पास 50 लाख रुपये क्या हर निवेश में पैसा बनता है का कोर्पस तैयार हो जाएगा। सिप कैलकुलेटर बताते हैं कि हर महीने 1500 रुपये का निवेश करते रहें तो 30 साल में आपके पास करीब 53 लाख रुपये जमा हो जाएंगे।

आरडी से ज्यादा मिलता है रिटर्न?

रिकरिंग डिपॉजिट (RD) या आवर्ती जमा खाता से सिप में निश्चित तौर पर ज्यादा रिटर्न मिलता है। आरडी डपॉजिट में इस समय पांच से छह फीसदी का ब्याज मिल रहा है। जबकि, सिप मे औसतन 12 फीसदी का रिटर्न मान कर चला जा रहा है। हालांकि म्यूचुअल फंड में निवेश शेयर बाजार में होता है। इसलिए इसका रिटर्न भी इसी पर आधारित होता है। जब शेयर बाजार में चाल उंची रही हो रिटर्न तगड़ा होगा और मंदी रही तो रिटर्न कम। जबकि आरडी में एक निश्चित रिटर्न तो मिलता ही है।

किन बातों का रखें ध्यान?

निवेश सलाहकारों का कहना है कि अगर आप निवेश की शुरूआत कर रहे हैं तो आपको टाइमिंग का इंतजार नहीं करें। जब आपका पैसा बचे, उसी समय से निवेश शुरू कर दें। लेकिन एक चीज का ध्यान अवश्य रखें कि अनुशासन से निवेश करें। मतलब कि समय पर निवेश करते रहना होगा या उसे बढ़ाते रहना होगा। वहीं, अगर आप एक से ज्यादा एसआईपी ले रहे हैं तो कोशिश करें कि एक कंपनी की ही एसआईपी ना लें। अगर तीन एसआईपी खरीद रहे हैं तो कोशिश करें कि तीनों अलग अलग कंपनी की एसआईपी लें।

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सरकार की इस स्कीम में आपको मिलेंगे ₹1 करोड़, बस हर दिन जमा करें 417 रुपये, चेक करें डिटेल

अगर आप भी करोड़पति बनने (How to become a crorepati) का ख्वाब देख रहे हैं तो इसे आप पूरा कर सकते हैं। इसके लिए आपको निवेश की आदत (investment planning) डालनी होगी।

सरकार की इस स्कीम में आपको मिलेंगे ₹1 करोड़, बस हर दिन जमा करें 417 रुपये, चेक करें डिटेल

PPF Investment: अगर आप भी करोड़पति बनने (How to become a crorepati) का ख्वाब देख रहे हैं तो इसे आप पूरा कर सकते हैं। इसके लिए आपको निवेश की आदत (investment planning) डालनी होगी। अगर हम छोटी सेविंग्‍स को रेगुलर आदत बना ले, तो यह आने वाले सालों में बड़ी रकम बना सकता है। आपको बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा समर्थित कई निवेश योजनाएं हैं जो बिना किसी जोखिम के साथ अच्छे रिटर्न की पेशकश करती हैं। ऐसा ही एक निवेश विकल्प है- पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) । पीपीएफ जोखिम से बचने वाले निवेशकों के लिए सबसे आकर्षक निवेश विकल्पों में से एक है। साथ ही इसे लंबी अवधि के लक्ष्यों के लिए पैसे बचाने की चाहत रखने वाले निवेशकों द्वारा खूब पसंद किया जाता है। आप पीपीएफ में मासिक पैसा भी बचा सकते हैं और मैच्योरिटी के समय लगभग 1 करोड़ रुपये पा सकते हैं। आइये जानते हैं कैसे?


पीपीएफ इंटरेस्ट रेट और मैच्योरिटी
वर्तमान में, पीपीएफ सालाना 7.1 प्रतिशत की ब्याज दर देता है और ब्याज की गणना मासिक आधार पर की जाती है। दिशानिर्देश के अनुसार, निवेशक अपने पीपीएफ खाते में लगातार 15 वर्षों तक अपना पैसा निवेश कर सकते हैं। हालांकि, अगर किसी को 15 साल के अंत में पैसे की जरूरत नहीं है, तो वह पीपीएफ खाते की अवधि को आवश्यकतानुसार कई वर्षों तक बढ़ा सकता है। यह पीपीएफ खाता पांच साल के ब्लॉक में किया जा सकता है। निवेशक अपने पीपीएफ खातों में कम से कम 500 रुपये प्रति वर्ष और अधिकतम 1.5 लाख रुपये प्रति वर्ष तक निवेश कर सकते हैं।

बचा सकते हैं टैक्स
पीपीएफ फिलहाल गारंटीड रिटर्न देता है। पीपीएफ के नियमों के अनुसार, इसमें हर साल 1.5 लाख रुपये तक का निवेश आयकर अधिनियम 1961 की धारा 80 सी के तहत कर कटौती के लिए योग्य है। बता दें कि यह अन्य निश्चित निवेश योजना की तुलना में ज्यादा रिटर्न देता है। क्या हर निवेश में पैसा बनता है सरकार द्वारा हर तिमाही में PPF की ब्याज दर (PPF interest rate) को संशोधित किया जाता है। वर्तमान में, सरकार पीपीएफ योजनाओं के तहत किए गए सभी निवेशों के लिए 7.1% वार्षिक ब्याज दर पर रिटर्न दे रही है।

मैच्योरिटी पर मिलेंगे 1 करोड़ रुपये
अगर आप पीपीएफ में समझदारी से निवेश करते हैं और आप हर महीने कुछ हजार रुपये का निवेश करते हैं तो मैच्योरिटी के समय आप 1 करोड़ रुपये कमा सकते हैं। इसके लिए आपको हर साल 1.5 लाख रुपये का निवेश करना होगा। यानी हर महीना 12,500 रुपये। यानी हर दिन 417 रुपये जमा करने होंगे। 15 साल के निवेश के बाद, जब आपकी योजना मच्योर होगी, तो आपको 7.1% ब्याज दर पर लगभग 40 लाख रुपये मिलेंगे। हालांकि, निवेशकों के पास 15 साल की अनिवार्य परिपक्वता अवधि पूरी होने के बाद 5 साल के ब्लॉक में पीपीएफ खाते का विस्तार करने का विकल्प है। इसलिए, पीपीएफ खाते में 20 साल के लिए 1.5 लाख रुपये हर साल निवेश करने से लगभग 66 लाख रुपये का फंड तैयार हो जाएगा। अगर आप अगले पांच साल के लिए 1.5 लाख रुपये प्रति वर्ष निवेश करना जारी रखते हैं, तो 25 साल में आपका पीपीएफ बैलेंस लगभग 1 करोड़ रुपये पहुंच जाएगा।

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